
यदि आप एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं, तो आपको पता होगा, कि अक्सर हर कंपनी अपने स्टाफ को देने वाली मंथली सैलरी में से (PF) का पैसा अलग से कटती है। जो पैसे आपको भविष्य में जरुरत पड़ने पर काम आते हैं। लेकिन फिर भी क्या आप जानते हैं, कि यह पैसे कौन काटता है। सरकार या फिर आपकी कंपनी इसके अलावा यह पीएफ पैसा कटना नौकरी करने वाले कर्मचारी के लिए फायदे का सौदा है, या नहीं तो आइये आपको इस बारे में विस्तार से समझते हैं।
EPF और इसका मुख्य उद्देश्य
भारत सरकार ने कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की स्थापना की थी। EPFO का उद्देश्य प्राइवेट और सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बचत योजना उपलब्ध कराना था, जिससे भविष्य में उन्हें वित्तीय सुरक्षा मिल सके। इस योजना के तहत हर कर्मचारी की सैलरी से एक निश्चित हिस्सा काटा जाता है, और उसे उनके पीएफ खाते में जमा कर दिया जाता है।
यह पीएफ अकाउंट कर्मचारियों को केवल बचत ही नहीं, बल्कि भविष्य में पेंशन प्राप्त करने का भी अधिकार देता है। इसके तहत सरकार द्वारा ब्याज भी दिया जाता है, जिससे कर्मचारी का पैसा समय के साथ बढ़ता है।
स्टाफ की सैलरी में से कौन काटता है PF का पैसा
आपकी सैलरी से पीएफ काटने की जिम्मेदारी आपकी कंपनी की होती है, न कि सरकार की। दरअसल, अगर आप किसी कंपनी में काम करते हैं और वहां पर कर्मचारियों की संख्या 20 या उससे अधिक है, तो कंपनी को कर्मचारियों के वेतन से पीएफ कटवाने की आवश्यकता होती है। यह कटौती कर्मचारी के पीएफ अकाउंट में जमा की जाती है, और इसमें कंपनी का भी हिस्सा शामिल होता है।
कंपनी की जिम्मेदारी है कि वह समय पर और सही तरीके से आपके पीएफ का योगदान सुनिश्चित करे। यह कटौती आपकी सैलरी से हर महीने की जाती है और कंपनी द्वारा जमा कराई जाती है।
क्या पीएफ से आपका होता है फायदा
अब सवाल यह उठता है, कि यह पीएफ का पैसा आपके लिए फायदेमंद है, या नहीं तो इसका जवाब हां है ,यह निश्चित रूप से फायदेमंद है। पीएफ का जो पैसा कटता है, वह वास्तव में आपकी भविष्य की सुरक्षा के लिए जमा होता है।
आमतौर पर इसके कई मुख्य फायदे हैं:
- ब्याज और सुरक्षा आपकी पीएफ रकम पर सरकार ब्याज देती है, जिससे समय के साथ आपका पैसा बढ़ता है। यह एक सुरक्षित निवेश होता है, जो आपको किसी भी इमरजेंसी या जरूरत के समय काम आता है।
- पेंशन का अधिकार: अगर आपने 10 साल तक लगातार पीएफ कटवाया है, तो आपको पेंशन पाने का अधिकार मिल जाता है। यह आपके रिटायरमेंट के बाद जीवन यापन के लिए एक स्थिर आय का स्रोत बन सकता है।
- आवश्यकता पर निकासी: कभी भी अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाए, तो आप अपने पीएफ से पैसे निकाल सकते हैं। हालांकि, यह एक लंबी प्रक्रिया होती है, लेकिन आप किसी विशेष स्थिति में इसे निकाल सकते हैं।
- लंबी अवधि में बचत: पीएफ की राशि बढ़ने के साथ-साथ आपको एक सशक्त वित्तीय सुरक्षा मिलती है, जो भविष्य में किसी भी आकस्मिक घटना या रिटायरमेंट के समय मददगार साबित होती है।
पीएफ से होने वाले नुकसान?
हालांकि पीएफ का कटना एक सुरक्षित और लाभकारी कदम है, फिर भी कुछ लोग इसे नुकसान के रूप में देख सकते हैं। दरअसल, यह पैसे का एक हिस्सा आपकी सैलरी से कट जाता है, जिससे तत्काल तौर पर आपके हाथ में कम पैसा आता है। कुछ लोग इसे अपनी वर्तमान जरूरतों के हिसाब से एक वित्तीय बोझ मान सकते हैं।
लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है, कि पीएफ का पैसा आपके लिए नुकसान नहीं बल्कि लॉन्गटर्म का साधन है। यह आपके भविष्य के लिए एक बचत योजना है, जो आपातकाल में काम आएगी।