नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के लाखों पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ सकती है, क्योंकि सरकार न्यूनतम मासिक पेंशन को बढ़ाने की योजना पर विचार कर रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रम मंत्रालय की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जिसमें यह फैसला लिया जा सकता है कि वर्तमान में 1,000 रुपये की न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर 9,000 रुपये कर दिया जाए।
पेंशनभोगियों की लंबे समय से मांग
पेंशनभोगी लंबे समय से इस पेंशन बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। वर्तमान में EPS-95 योजना के तहत कई पेंशनर्स को केवल 1,000 रुपये मासिक जीवन यापन के लिए पर्याप्त नहीं है। मार्च 2021 में संसद की स्टैंडिंग कमिटी ने भी न्यूनतम पेंशन को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये करने की सिफारिश की थी, लेकिन पेंशनभोगियों का मानना है कि उन्हें 9,000 रुपये तक की पेंशन मिलनी चाहिए ताकि वे इस योजना का सही मायने में लाभ उठा सकें।
बैठक में चर्चा होने वाले महत्वपूर्ण मुद्दे
इस महत्वपूर्ण बैठक में दो प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है:
- न्यूनतम पेंशन में बढ़ोतरी: पेंशनभोगियों की मांग के अनुसार, न्यूनतम पेंशन को 9,000 रुपये करने पर विचार किया जाएगा।
- नई वेतन संहिता का कार्यान्वयन: इस बैठक में नई वेतन संहिता के कार्यान्वयन पर भी चर्चा की जाएगी, जिससे कई कर्मचारियों के वेतन ढांचे में बदलाव आ सकता है।
पेंशन की गणना पर भी विचार
एक अन्य सुझाव यह भी है कि पेंशन को कर्मचारी के सेवानिवृत्ति से ठीक पहले के अंतिम वेतन के आधार पर तय किया जाए। इस सुझाव पर भी श्रम मंत्रालय की बैठक में विचार किया जाएगा। यदि यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाता है, तो यह पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है।
पेंशनभोगियों के लिए राहत की उम्मीद
यह प्रस्ताव उन लाखों पेंशनभोगियों के लिए राहत की खबर ला सकता है, जो अपनी पेंशन पर निर्भर हैं। इस पेंशन वृद्धि से उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। अब देखना होगा की श्रम मंत्रालय की बैठक में इस पर क्या निर्णय लिया जाता है।
सरकार के इस कदम से पेंशनभोगियों को निश्चित रूप से राहत मिलेगी, लेकिन अब देखना होगा कि इस योजना को कितनी जल्दी लागू किया जाता है और इसका असर कितने लोगों तक पहुंचता है।
10 sal main modi sarkar pensioners ko kuch nahi diya?pensioners ka accha duwa ke liye unka hak de da sarkay,,tabhi hoga acche din ka suruwat,,bye
Inko sir sath m DA bhi diya jaye sir or lambe samay chalte huye aa rhe h sir to inki pansion or DA abhi bank account m nhi puchi h sir jinke foam jama ho gye unka pansion or DA nhi pucha h sir log bank ja ja kr bank chek kr rhe kuch afsion nhi mil rha h sir.
Sarkar ^Hathi ke dant dikhane k aur khane k aur ^ dogla pan he
Past me kabhi MP, MLA,Corporater etc ke jo bhi pension sarkar final karti he tabhi kitna samay laga te he ??Public ko pata bhi nahi chalta
Pensioner ke mehnat ke paise lekar dene ke time bahane nikal te he
Time pass
Sahi baat h passion 9000 Rs Milani chahiye
आपने सही कहा , मैं भी इसका समर्थन करता हूं ।
न्यूनतम पेंशन ₹ ९००० होनी चाहिए।
सरकार अगर पेन्शन देणे मे असमर्थ है. तो हमारा कॉर्पस में जमा हुआ पैसा लौटा दे. हमे पेन्शन नही चाहिये.
सही बात है कि पेंशन Rs.9000 मिलनी चाहिये. धन्यवाद
Private company retirement person ka kuch kijiye please Modi sir. Pension minimum Rs 10000/,VDA, medical facility dena chahiye government ko. Mangai ka mar khate khate pura life bitaya. Retirement person ka vi jine ki haque hai. Jitna pension milta hai ek admi ka 15 din ka khana nehi hota hai wife ko khana kaha se paise aiyega. Central Government ka pass koi jabab hai. All state me hona chahiye.
Epfo pension9000rs honi chahiye thanks
Are sahab, sarkar is par pichhle das sal se vichar kr rhi hai, aur aswashwan bhi das sal se mil rha hai, 2013 me BJP isko lekar UPA Govt. ko lapetati bhi thi. Par das sal me result zero hai, BJP sarkar se koi ummid nhin hai, ye Sarkar agla election jitne ki sirph bharpur vichar karegi aur pet bhar ke sirph ashvasan hi degi. Kam koi nhin karegi, janm apse tax pura legi.
You are right sir
Today morning I read 7500/-+other benefits now it is 11 O’clock night, I am reading 9000/- for EPS 95 pensioners, it should be clear what is the stability amount for EPS 95 pensioners to be considered in the meeting of Labour and Employment Ministry. But somehow hope for sincere decision for the Retired persons of our country.
Are sahab, sarkar is par pichhle das sal se vichar kr rhi hai, aur aswashwan bhi das sal se mil rha hai, 2013 me BJP isko lekar UPA Govt. ko lapetati bhi thi. Par das sal me result zero hai, BJP sarkar se koi ummid nhin hai, ye Sarkar agla election jitne ki sirph bharpur vichar karegi aur pet bhar ke sirph ashvasan hi degi. Kam koi nhin karegi, janm apse tax pura legi.
If the government is serious about the welfare of senior citizens then they must review and increase the minimum pension to enable them to lead an honourable & respectful end of their life
EPF NCP k naam pe froud hai apne hi paise k liye hamko 100 chakkr katne padhte h uske baad bhi hme hamare paise nahi milte.
EPF NCP k naam pe ghumate hai apne hi paise k liye hamko kabhi EPF office kabhi company 100 chakkr katne padhte h uske baad bhi hme hamare paise nahi milte. please aapse request hai koi dusra tarika nikale jisse kisi ko bhi ye pareshani jhelni na padhe
Lollypop before election
But no result Fake card
कई महिनों से इस विषय पर केंद्र सरकार और पी.एफ. के अधिकारियों को सिर्फ चर्चा कर समय बिताना आ रहा है।
लेकिन जब केंद्र सरकार लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य (M.P.) की हर बार भत्थे और पेंशन बढाने की बात पर बहुत ही कम समय (यानी दिन और महिने) की अंतराल में पार्लमेंट में बहुमत से पारित हो जाता है। फिर वह फंड भारतीय कर देय लोगों का ही होता है…!!!
अब यहां तो हर कामगार-कर्मचारीयोंने अपनी आमदनी का एक हिस्सा हर महीने इ.पी.एफ. में जमा किया है उसी फंड से उन को निवृत्ती के बाद मिलता है..!
अब इसमें सरकार देरी कर क्या साबित कर सकती है..???
मेरी तो मांग है की कल १५ अगस्त २०२४ को प्रधान मंत्रीजी द्वारा पेंशन बढ़ोतरी की घोषणा होना अनिवार्य है।
आगे देखिए क्या होता है। उनकी आवाज़ हम पेंन्शनर के लिए सुनने योग्य रहती है..?? या फिर हमें ही उनको सुनने योग्य करना होगा।
बिल्कुल सही कहा है मोदी जी को शीघ्र ही कुछ करना होगा।।।
Jab tak modi ewan NDA ke bahiskar ka elan pensioner dwara nahi kiya jayega tab tak sarkar kuch nahi karne wali.
जिन कर्मचारिओंने राज्य सरकार या केंद्र सरकार आधीन बोर्ड/निगम या कंपनी में अपनी लंबी सेवा प्रदान की कमसेकम सरकार को उनका तो ख्याल रखना चाहिए। उदाहरण स्वरूप मैं अपनी ही बात लिखूं तो मैं 09/2019 में 58 साल की आयु पर जब निवृत्त हुआ तब मेरी सेलरी 80,000 थी। निवृति के बाद मैं सीधा 3591/- के ईपीएस पेनशन पर आ गया जो मेरे दो व्यक्ति के लिए गुजारा करना बहुत कठिन है। बोर्ड निगमो के पेनशन भोगी को भी एक कारखाने के मजदूर की केटेगरी में ला दिया जाय ये अच्छी बात नही है। हमने जो काम किया सरकार के लिए ही किया और उनके ध्येय की पूर्ति के लिए सब कुछ छोड़कर काम किया तो हमारे काम की पेनशन के रूप में कद्र होनी ही चाहिए।
सेवानिवृत समय में जो मूल वेतन था उसी के अनुसार
पेंशन पर निर्णय लिया जाए
यह सरकार eps पेन्शन देना ही नही चाहती । बजेट मे कोई प्रॉव्हिजन है ही नही । पेन्शनर्स आंदोलन कर रहे है और यह संवेदनहीन सरकार , प्रधान मंत्री, अर्थमंत्री बहिरा और अंधा बननेकीं भूमिका लिए हुए है ।
मेरी तो मांग है की कल १५ अगस्त २०२४ को प्रधान मंत्रीजी द्वारा पेंशन बढ़ोतरी की घोषणा होना अनिवार्य है।
आगे देखिए क्या होता है। उनकी आवाज़ हम पेंन्शनर के लिए सुनने योग्य रहती है..?? या फिर हमें ही उनको सुनने योग्य करना होगा।
9000 रुपए पेंशन मिलना चाहिए साथ में मेडिकल बेनिफिट भी। यह गोर्वरमेंट संवेदन हीन है।
दुर्भागय की बात है।
ये मेरी सहमति प्राइवेट कम्पनियों के कर्मचारियों के लिए ही है ।
प्राइवेट कम्पनियों के कर्मचारियों को भी न्यूनतम पेंशन ₹९००० मिलनी चाहिए।
अपने प्रधानमंत्री मोदी जी से विशेष प्रार्थना है कि इस विषय पर उचित ध्यान दें।
ONLY GIVEN ON NEWS BUT GOVT NOT INCREASE PENSION FOR EPF MEMBERS EVEN MINIMUM PENSION RS 1000 NOT GOT SOME OF PENSIONERS.MYSELF GER RS 758.00 PER MONTH SINCE 2002
FAKE NEWS OF EPF PENSIONERS
BHARAT MEHTA
AHMEDABAD
Kuch bhee nhi karna bas baate karni bs goliya de rhe h….
Minimam pension should be, 10000rs., +madical facility including OPD free consultation, DA, and when you increase DA of government staff we should always should get this, now not delay this.
Pensioners ko her saal 10% increments hona chahia. Her saal sabhi leaders ka increments hota hai. Pensioners, increment hakdar nahi hota hai? Please request to all.
epfo
Those who are retired in 2012 will get increase in pension ?
Please redpond
सरकार अगर पेन्शन देणे मे असमर्थ है. तो हमारा कॉर्पस में जमा हुआ पैसा लौटा दे. हमे पेन्शन नही चाहिये.
सरकारी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को निजी क्षेत्र में कार्यरत सेवानिवृत्ति कर्मचारियों की तुलना में मिलनेवाली पेंशन की असमानताएं उन्हे भूखमरी में जिने के लिए मजबूर कर देता है ,क्योंकि महंगाई सबों के लिए एकसमान है, ऐसा नहीं है कि 1000Rs पेंशन पानेवाले कम दाम में अपने सामान खरीदते हैं तो फिर ऐसी असमानताएं क्यों?