EPS 95 Pension: भारतीय पेंशनभोगियों की नाराजगी बढ़ती जा रही है क्योंकि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) और मोदी सरकार से उनकी न्यूनतम पेंशन राशि में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की मांग को लेकर अब तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं मिली है। पेंशनभोगियों का यह गुस्सा सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से देखा जा सकता है, जहां वे 1000 रुपए से 7500 रुपए तक न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की अपील कर रहे हैं।
पेंशनभोगियों की आवाज
राजेंद्र पी. श्रीवास्तव ने अपनी निराशा व्यक्त की, “श्रम मंत्री का आश्वासन था, परंतु प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा EPS-95 पेंशनर्स के प्रति कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई गई है।” यह बयान उनके और अन्य पेंशनभोगियों के दर्द को बयां करता है जिन्हें अब भी सरकार से किसी ठोस उपाय की आशा है।
कनुपुरु रमेश प्रसाद और जॉन सी. सानंदम जैसे अन्य पेंशनभोगियों ने भी अपने विचार साझा किए, जिसमें उन्होंने लंबे समय से लंबित पेंशन समस्याओं पर सरकारी उदासीनता की ओर ध्यान दिलाया।
सरकारी उदासीनता
पेंशनभोगियों के अनुसार, सरकारी आश्वासन और वादे अक्सर हवाई साबित हुए हैं। उन्हें यह महसूस होता है कि उनकी बढ़ती वित्तीय जरूरतों और महंगाई के दबाव को सरकार द्वारा अनदेखा किया जा रहा है। जैसा कि सानंदम ने कहा, “बुजुर्ग पेंशनभोगी जीवनयापन की बढ़ती लागत के चलते कठिनाई में हैं, और कई तो इसी इंतज़ार में दुनिया छोड़ गए।”
समाधान की दिशा में एक कदम
पेंशनभोगियों की मांग है कि सरकार 2024 में उनकी पेंशन बढ़ाए, जिससे उनके वृद्धावस्था के दिन सुरक्षित और संतुष्टिपूर्ण हो सकें। इस संबंध में सक्रिय कदम उठाना सरकार के लिए न केवल एक नैतिक जिम्मेदारी है बल्कि यह एक सामाजिक अपेक्षा भी है।
निष्कर्ष
EPFO पेंशनभोगियों का यह मुद्दा सिर्फ एक वित्तीय मांग नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज के प्रति एक गहरी संवेदनशीलता और सम्मान की बात करता है। सरकार को चाहिए कि वह इन मांगों को सुने और प्रभावी कदम उठाकर एक समर्थन योग्य वृद्धावस्था नीति की दिशा में काम करे।
Worked in private company for 20 years
. But for pension running for door to door. Is it the way for senior citizen.
18 months ka da dr ,,,pension,,,andolan karnewala thik se andolan karta hi nahi
For EPS 95 pensioners many frequent fake news should be stopped, as today I read those who retired before 2014, they will be given Rs. 16 lakh as higher pension. I think They should pray to God to get a reasonable pension Rs 7500 + DA and other benefits being a mercy of Modi Government.
EPF pension ki mang ko najarandaaz karna Sarkar ki udasinta AVN bujurgon ke prati unke nirashajanak bhav ko pradarshit karta hai EPF karmchariyon ki mang hi nahin apeksha hai ki ismein vyapak sudhar kar EPF ke uddeshy ki purti ki jaaye AVN pension Rashi mein uchit vriddhi ki jaaye.
When all types of genuine demands by eligible personnel are being fullfilled so it is duty of concerned ministry to settle innocently but plying with issue of hike minimum pension is a joke nothing else, so govt. should be firm & steady to bring a good decision in favour of EPF PENSIONERS IMMEDIATELY.
THANKS
Govt employees are receiving high pension without any contribution and we are taking nothing after paying contribution of 12%per month.This deposited money becomes used in govt works.so type of parameter is used for private working employees. I am not knowing why is it going on for such employees.pension would be in ratio of their salary.but really it is not going on
Old age senior citizen in state are getting more pension than eps 95 people who have given contribution since 1970 who are company employee.Center should inciate company to give more pension.MD of company & big officials are getting much better pension
Keuki 10 saal service deney k bad kam karney ki chhamta nahi hoty hai. Aur A person v humanbings hotey hai.