कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खाताधारकों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने 2 अगस्त को डीएक्टिवेट अकाउंट्स के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इस सर्कुलर में EPFO ने क्षेत्रीय कार्यालयों को बिना ट्रांजेक्शन और डीएक्टिवेट खातों को संभालने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है, ताकि गलत पहचान और फ्रॉड जैसी समस्याएं न उत्पन्न हों।
बिना ट्रांजेक्शन वाले खाते
बता दें, EPFO के अनुसार, ऐसे खाते जिनमें तीन साल से कोई लेन-देन नहीं हुआ है, उन्हें बिना ट्रांजेक्शन वाले खाते माना जाता है। ये खाते डीएक्टिवेट माने जाते हैं। संशोधित परिभाषा के अनुसार, 58 वर्ष की आयु के बाद किसी भी EPF खाते को डीएक्टिवेट कर दिया जाता है। सर्कुलर के मुताबिक, इन खातों को अनब्लॉक करने के लिए आवेदन की तिथि से 20-25 दिन का समय लग सकता है।
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN)
EPFO के सर्कुलर के मुताबिक, बिना ट्रांजेक्शन वाले खातों में यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) की स्थिति विभिन्न हो सकती है। कुछ मामलों में मौजूदा UAN हो सकते हैं, लेकिन वे आधार या केवाईसी के साथ लिंक नहीं होते। यदि किसी खाते का UAN नहीं है, तो सबसे पहले इसे जनरेट करना आवश्यक है।
किसी भी निष्क्रिय EPF खाते के लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) का निर्माण सामान्य ऑनलाइन प्रक्रिया से संभव नहीं है। इसलिए, खाताधारकों को अपने नए UAN को जनरेट करवाने या पुराने UAN से लिंक कराने के लिए सीधे फील्ड ऑफिस जाना पड़ता है और वहां आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है।
बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन
यदि EPF सदस्य शारीरिक विकलांगता, वृद्धावस्था या अन्य कारणों से फील्ड ऑफिस नहीं जा सकते, तो वे EPFIGMS पोर्टल पर UAN जनरेट करने का अनुरोध कर सकते हैं। इस स्थिति में, EPFO का एक प्रतिनिधि सदस्य के घर जाकर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और UAN जनरेट करेगा। क्षेत्रीय कार्यालयों को यह सुनिश्चित करना होगा कि लेन-देन रहित खातों के लिए UAN जनरेट करने से पहले कोई एक्टिव UAN न हो। केवाईसी प्रक्रिया पैन, आधार और बैंक खाते के माध्यम से पूरी की जाएगी।
खाते को अनब्लॉक करने की प्रक्रिया
जब UAN EPF खाते से जुड़ जाता है और केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाती है, तो EPF सदस्य को खाते को अनब्लॉक करने का अनुरोध करना होगा। इस पूरी प्रक्रिया में वेरिफिकेशन पर विशेष जोर दिया गया है, ताकि सभी जानकारी सही हो और कोई गड़बड़ी न हो।
EPFO के इस कदम से खाताधारकों को अपने निष्क्रिय खातों को पुनः सक्रिय करने में मदद मिलेगी और वे अपने भविष्य निधि के लाभ को आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल खाताधारकों की सुरक्षा और सुविधा दोनों को ध्यान में रखते हुए उठाई गई है।