भारत में करोड़ों कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) का हिस्सा हैं, जो हर महीने अपनी सैलरी का एक हिस्सा पीएफ खाते में जमा करते हैं। इन कर्मचारियों के लिए समय-समय पर नई सुविधाओं का संचालन किया जाता है। लेकिन हाल ही में, ईपीएफओ (EPFO) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जो कर्मचारियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
कोविड एडवांस स्कीम बंद
कोविड-19 महामारी के दौरान, ईपीएफओ ने ‘कोविड एडवांस‘ नामक एक स्कीम शुरू की थी। इस स्कीम के तहत, पीएफ खाताधारक अपने खाते से कुछ राशि निकाल सकते थे, जिससे वे अपने आर्थिक संकट का सामना कर सकें। इस स्कीम के माध्यम से, कर्मचारियों को उनकी बेसिक सैलरी और डीए का तीन महीने तक या पीएफ खाते का 75% तक निकालने की अनुमति थी।
अब, ईपीएफओ ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि कोविड एडवांस स्कीम को समाप्त किया जा रहा है। इस घोषणा के बाद, कर्मचारी अब इस स्कीम के तहत पैसे नहीं निकाल सकेंगे।
कर्मचारियों पर प्रभाव
ईपीएफओ का यह निर्णय उन कर्मचारियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, जो इस स्कीम का उपयोग कर रहे थे। इस स्कीम ने महामारी के दौरान कई कर्मचारियों को आर्थिक संकट से उबरने में मदद की थी। अब इस स्कीम के समाप्त होने से, कर्मचारियों को अपनी आर्थिक जरूरतों के लिए अन्य विकल्पों की तलाश करनी होगी।
EPFO का आधिकारिक बयान
ईपीएफओ ने अपने बयान में कहा है, “कोविड एडवांस स्कीम को अब पूरी तरह से बंद किया जा रहा है। पीएफ कर्मचारी अब कोरोना का हवाला देकर अपने फंड से पैसे नहीं निकाल सकते।” यह निर्णय देश में सामान्य स्थिति की बहाली को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
पीएफ कर्मचारियों को सालाना ब्याज
देशभर में करीब 7 करोड़ पीएफ कर्मचारी हैं, जिनकी सैलरी का एक हिस्सा EPF खाते में जमा होता है। इस पैसे पर सरकार हर साल ब्याज देती है, जो कर्मचारियों के लिए एक बड़ा लाभ है। हालांकि, कोविड एडवांस स्कीम बंद होने के बाद, कर्मचारियों को अपनी आर्थिक जरूरतों के लिए अन्य स्रोतों पर निर्भर होना पड़ेगा।
अब आगे क्या ?
यह निर्णय पीएफ खाताधारकों के लिए वित्तीय योजना में बदलाव लाएगा। अब उन्हें अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए अन्य साधनों की तलाश करनी होगी। उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ईपीएफओ कर्मचारियों के हित में नई योजनाओं की शुरुआत करेगा।
ईपीएफओ का यह निर्णय निश्चित रूप से पीएफ कर्मचारियों के लिए वित्तीय योजना में बदलाव लाएगा। कोविड एडवांस स्कीम का बंद होना कर्मचारियों के लिए एक बड़ा झटका है, भविष्य में ईपीएफओ की नई योजनाओं से कर्मचारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है।