TA और DA क्या होते हैं? जानिए सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाले इन भत्तों की पूरी जानकारी – कैसे होती है कैलकुलेशन

TA (Travel Allowance) और DA (Dearness Allowance) सरकारी कर्मचारियों की सैलरी का एक अहम हिस्सा हैं, जो यात्रा व्यय और महंगाई की भरपाई करते हैं। ये भत्ते पे लेवल और शहर की श्रेणी के अनुसार तय होते हैं और समय-समय पर अपडेट होते रहते हैं। इस लेख में जानिए TA और DA की पूरी प्रक्रिया, गणना की विधि, हालिया बदलाव और वह सब जो एक कर्मचारी को जानना चाहिए।

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Written by Rohit Kumar

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सरकारी कर्मचारी अक्सर TA (Travel Allowance) और DA (Dearness Allowance) को अपनी सैलरी का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। ये दोनों भत्ते न केवल उनकी आमदनी में इज़ाफा करते हैं बल्कि महंगाई और सरकारी कार्य से संबंधित यात्रा व्ययों को कवर करने में मदद भी करते हैं। इन भत्तों की गणना एक तय फार्मूले और सरकारी नियमों के अनुसार की जाती है, जो समय-समय पर अपडेट होते रहते हैं।

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यात्रा भत्ता (TA) की भूमिका और गणना

TA वह राशि होती है जो कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान या स्थानांतरण के समय यात्रा के खर्चों की भरपाई के लिए मिलती है। इसमें रेल, बस, हवाई यात्रा या निजी वाहन से सफर करने का खर्च शामिल हो सकता है। साथ ही, यह भत्ता शहर की श्रेणी (X, Y, Z) और कर्मचारी के पे लेवल पर भी निर्भर करता है।

उदाहरण के लिए, Pay Level 9 और उससे ऊपर के कर्मचारियों को X श्रेणी के शहरों में ₹7,200 + DA और Y/Z श्रेणी के शहरों में ₹3,600 + DA प्रति माह मिलता है। वहीं, Pay Level 3 से 8 के कर्मचारियों को X श्रेणी में ₹3,600 + DA और Y/Z में ₹1,800 + DA दिया जाता है। यह दरें भारत सरकार के PFMS पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं।

महंगाई भत्ता (DA) का महत्व

DA का उद्देश्य कर्मचारियों को महंगाई के बढ़ते प्रभाव से राहत देना होता है। यह एक तय प्रतिशत होता है जो कर्मचारी की बेसिक सैलरी पर लागू होता है। यह प्रतिशत हर छह महीने में All India Consumer Price Index (AICPI) के आधार पर संशोधित किया जाता है।

वर्तमान में जनवरी 2024 से केंद्र सरकार के कर्मचारियों का DA 50% हो चुका है। जब DA 50% तक पहुंचता है, तो इसे मूल वेतन में मर्ज कर दिया जाता है और फिर नई बेसिक सैलरी के आधार पर DA दोबारा 0% से शुरू किया जाता है। जैसे यदि किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹18,000 है, तो 50% DA ₹9,000 होगा और नई बेसिक ₹27,000 हो जाएगी।

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TA और DA की संयुक्त गणना कैसे होती है?

जब भी सैलरी स्ट्रक्चर तैयार किया जाता है, तो TA और DA की दरें उसमें स्पष्ट रूप से दर्शाई जाती हैं। DA की गणना बेसिक पे पर प्रतिशत के रूप में होती है, जबकि TA शहर की श्रेणी और कर्मचारी के ग्रेड पे के अनुसार तय होता है। उदाहरण के लिए, यदि बेसिक पे ₹45,700 है और DA दर 50% है, तो DA ₹22,850 होगा।

इसी तरह, यदि कोई कर्मचारी X श्रेणी के शहर में Pay Level 9 पर कार्यरत है, तो उसे ₹7,200 + ₹3,600 (50% DA) यानी ₹10,800 प्रति माह TA मिलेगा। इस तरह इन दोनों भत्तों की संयुक्त गणना से सैलरी में बड़ा फर्क आता है।

TA और DA के नियमों में हाल के अपडेट

जनवरी 2024 में केंद्र सरकार ने DA को 46% से बढ़ाकर 50% कर दिया, जो एक बड़ा बदलाव माना गया। इसके चलते कई अन्य भत्तों और पेमेंट स्ट्रक्चर में भी स्वचालित रूप से संशोधन हुआ है। यह अपडेट सभी केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारकों पर लागू होता है। जुलाई 2024 से DA दोबारा 0% से शुरू होकर नए सिरे से बढ़ेगा।

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