PF/UAN Active नहीं? सिर्फ 5 मिनट में ऐसे करें UAN नंबर एक्टिवेट – स्टेप बाय स्टेप गाइड
PF अकाउंट एक्टिव नहीं हुआ है तो घबराएं नहीं हम आपको बताएंगे की आप घर बैठे कैसे अपना PF एक्टिवेट कर सकते हैं, आइए जानते हैं इसकी प्रक्रिया
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन
PF अकाउंट एक्टिव नहीं हुआ है तो घबराएं नहीं हम आपको बताएंगे की आप घर बैठे कैसे अपना PF एक्टिवेट कर सकते हैं, आइए जानते हैं इसकी प्रक्रिया
EPFO का नया आईटी सिस्टम क्लेम सेटलमेंट, बैलेंस चेक और पेंशन वितरण को ऑटोमेट करेगा। नौकरी बदलने पर MID ट्रांसफर की जरूरत नहीं होगी, जिससे प्रक्रिया सरल और केंद्रीकृत होगी, और पेंशनधारकों को नियमित पेंशन मिलेगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद उच्च पेंशन से वंचित SAIL के कर्मी! सांसद विजय बघेल ने सरकार से की बड़ी मांग, मंत्री मंडाविया ने दिया समाधान का भरोसा। क्या मिलेगा पूर्व कर्मियों को उनका हक?
प्रोविडेंट फंड (पीएफ) नौकरीपेशा लोगों के लिए सुरक्षित निवेश है, जिसमें वेतन का 12% जमा होता है। विभिन्न पेंशन सुविधाओं के साथ यह रिटायरमेंट, विधवा, बाल, दिव्यांग, अर्ली और नॉमिनी पेंशन प्रदान करता है। इमरजेंसी में निकासी भी संभव है।
अगर आपने पीएफ खाते से पैसे निकालने की सोच ली है तो जरा रुक जाइए! EPFO के इस नए नियम को नजरअंदाज किया तो आपकी जेब पर टैक्स का भारी बोझ पड़ सकता है। जानिए किन शर्तों पर देना होगा TDS और किन हालात में बच सकते हैं टैक्स से
EPF ट्रांसफर करते समय की गई एक मामूली गलती आपकी वर्षों की मेहनत पर पानी फेर सकती है। अगर जॉइनिंग डेट या सर्विस डेटा गलत चला गया तो EPFO आपकी पूरी सर्विस हिस्ट्री को ही नकार सकता है! इससे न सिर्फ पेंशन की एलिजिबिलिटी खत्म हो सकती है बल्कि PF का पैसा भी अटक सकता है। जानिए इस खतरनाक गलती से कैसे बचें और क्या रखें सावधानियां।
EPF में बड़ा बदलाव! अब नौकरी करते हुए भी निकाल सकेंगे पूरा PF पैसा रिटायरमेंट तक नहीं करना होगा इंतज़ार सरकार ला रही है नया नियम, जिससे हर 10 साल में मिल सकती है पूरी निकासी की सुविधा। जानिए कौन कर सकेगा इसका फायदा, क्या होंगे नियम और किन लोगों को होगा सबसे ज़्यादा लाभ पूरी जानकारी पढ़ें आगे…
भारत सरकार ने लोगों को बचत के लिए प्रोत्साहित करने हेतु कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें प्रोविडेंट फंड (PF) एक महत्वपूर्ण योजना है। भारत में अनिवार्य और स्वैच्छिक बचत योजनाएं उपलब्ध हैं। कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) अनिवार्य बचत योजना है, जबकि सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) स्वैच्छिक बचत योजना है। इन दोनों में कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं जिन्हें समझना आवश्यक है।
EPFO के मौजूदा नियमों के मुताबिक नियोक्ता और कर्मचारी दोनों ही EPF फंड में कर्मचारी की सैलरी में से 12 फीसदी का समान योगदान करते हैं। हालांकि नियोक्ता के अंशदान में से 3.67% हर महीने EPF और 8.33% हिस्सा कर्मचारी पेंशन स्कीम में जमा होता है।
EPF से संबंधित शिकायतें अब घर बैठे EPF IGMS पोर्टल के माध्यम से दर्ज और समाधान की जा सकती हैं। यूएएन, मोबाइल ओटीपी और शिकायत विवरण भरें। हेल्पलाइन 14470 पर भी सहायता उपलब्ध है। शिकायत की स्थिति और रिमाइंडर पोर्टल पर देखें।