Pension Calculation: कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण रिटायरमेंट योजना है जो प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं। अगर आपके वेतन से PF कटता है, तो आपकी पेंशन की गणना कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत की जाती है। EPS में नियोक्ता का एक हिस्सा सीधे आपके पेंशन खाते में जमा होता है, जो आपकी सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन का आधार बनता है। ऐसे में आपके लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि रिटायरमेंट के बाद आपको कितनी पेंशन मिलेगी और इसकी गणना कैसे की जाती है।
पेंशन गणना का फॉर्मूला
EPS के तहत पेंशन की गणना करने के लिए एक सरल फॉर्मूला है:
(सेवा के वर्षों की संख्या) X (अंतिम वेतन) / 70
यहां “अंतिम वेतन” से तात्पर्य आपके सेवा के अंतिम 12 महीनों के औसत वेतन से है, अधिकतम सीमा ₹15,000 तक होती है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आपका अंतिम औसत वेतन ₹15,000 है और आपने 35 साल की सेवा की है, तो आपकी मासिक पेंशन होगी:
(35 X 15,000) / 70 = ₹7,500 प्रति माह।
अर्ली और विलंबित पेंशन
आप 50 साल की उम्र में भी अर्ली पेंशन के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन इससे हर साल के लिए 4% पेंशन कम हो जाएगी। दूसरी ओर, यदि आप 60 साल की उम्र में पेंशन लेना शुरू करते हैं, तो आपको हर साल के लिए 4% की वृद्धि के साथ अधिक पेंशन मिलेगी।
ऑनलाइन पेंशन कैलकुलेटर का उपयोग
EPFO की वेबसाइट पर आप पेंशन कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें आपको अपनी नौकरी की जानकारी और इनकम भरनी होगी, और कैलकुलेटर आपकी पेंशन की गणना कर देगा। यह एक सरल तरीका है यह जानने का कि आपकी रिटायरमेंट के बाद कितनी पेंशन बनेगी।
EPS पेंशन योजना के लाभ
- वित्तीय सुरक्षा: रिटायरमेंट के बाद नियमित मासिक आय।
- अर्ली पेंशन का विकल्प: 50 साल की उम्र के बाद पेंशन लेना शुरू कर सकते हैं।
- बढ़ी हुई पेंशन: विलंबित पेंशन से अधिक पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
EPS पेंशन योजना प्राइवेट नौकरी करने वालों के लिए एक मजबूत वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। पेंशन की सही गणना करने और सही समय पर पेंशन लेने के निर्णय से आप अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।