नई दिल्ली: EPS 95 पेंशन धारकों के लिए एक बड़ी और सकारात्मक खबर सामने आई है। सरकार ने पेंशन बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए इसे अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। मोदी कैबिनेट की बैठक से प्रस्ताव पास हो चुका है और लोकसभा में पेंशन बढ़ोतरी को लेकर अंतिम फैसला लिया गया है। इसके तहत, EPS 95 पेंशन धारकों की पेंशन में 333% की बढ़ोतरी की संभावना है, जिससे नई न्यूनतम पेंशन ₹7500 हो सकती है।
333% पेंशन वृद्धि का प्रस्ताव
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और सरकार की संजीदा पहल के चलते EPS 95 पेंशन योजना में बड़े बदलाव की तैयारी है। पेंशन की गणना अब अंतिम वेतन के आधार पर की जा सकती है, जिससे कर्मचारियों की पेंशन में 333% तक की वृद्धि संभव है। उदाहरण के तौर पर, यदि किसी कर्मचारी की अंतिम सैलरी ₹15,000 थी, तो उसकी पेंशन की गणना ₹45,000 के आधार पर हो सकती है, जिससे उसे ₹15,000 मासिक पेंशन प्राप्त हो सकती है।
न्यूनतम पेंशन ₹7500 प्लस DA
मोदी सरकार ने पेंशन धारकों के लिए न्यूनतम पेंशन को ₹7500 प्रति माह करने का प्रस्ताव पारित किया है। इसके साथ ही महंगाई भत्ता (DA) भी शामिल किया जाएगा, जिससे पेंशन धारकों को आर्थिक सुरक्षा मिल सके। इस प्रस्ताव से 65 लाख पेंशन धारकों को लाभ मिलेगा और उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा।
तीन चरणों में पेंशन बढ़ोतरी
पेंशन बढ़ोतरी को तीन चरणों में लागू किया जाएगा, जिसमें पेंशन को ₹5000, ₹7000, और ₹9000 तक बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, 58 साल की उम्र में पेंशन के साथ अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी, जैसे कि दो बच्चों को 25 साल तक पेंशन का लाभ मिलेगा।
पेंशन धारकों के लिए अन्य घोषणाएं
वित्त मंत्रालय और EPFO की बैठक में पेंशन धारकों के लिए अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, हायर पेंशन और मिनिमम पेंशन को लेकर भी सकारात्मक निर्णय लिए गए हैं। पेंशन पर लगे भेदभाव को खत्म करने के लिए भी नए नियम जारी किए जाएंगे, जिससे 2003, 2005, और 2010 के रिटायर कर्मचारियों को समान पेंशन का लाभ मिलेगा।
EPS 95 पेंशन धारकों के लिए यह एक ऐतिहासिक और राहत भरी खबर है। पेंशन में 333% की वृद्धि और नई न्यूनतम पेंशन ₹7500 से पेंशन धारकों की वित्तीय स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होगा। यह निर्णय पेंशन धारकों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। सरकार की इस पहल से पेंशन धारकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है और उन्हें एक सुरक्षित भविष्य की उम्मीद जगी है।