कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employees Pension Scheme 1995) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से संबंधित मुद्दे हाल ही में लोकसभा में उठाए गए। महाराष्ट्र के कोल्हापुर से सांसद छत्रपति साहू महाराज ने सरकार और EPFO को निशाने पर लेते हुए, EPS 95 न्यूनतम पेंशन पर गंभीर सवाल खड़े किए।
पेंशन बढ़ाने की मांग
सांसद साहू महाराज ने EPS 95 के तहत सेवानिवृत्त कर्मचारियों की न्यूनतम पेंशन को 9,000 रुपये प्रति माह करने की मांग की। साथ ही, उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि पेंशन को महंगाई सूचकांक से जोड़ा जाए ताकि यह महंगाई के प्रभाव से सुरक्षित रहे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पिछले दस वर्षों में पेंशन में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
वर्तमान पेंशन की स्थिति
देश के 75 लाख से अधिक सेवानिवृत्त पेंशनभोगी EPS 95 योजना के तहत आते हैं। वर्तमान में, उन्हें केवल 1,451 रुपये प्रति माह की पेंशन मिल रही है, जो घरेलू गैस सिलेंडर की मौजूदा कीमत 1,200 रुपये के मुकाबले बेहद कम है। सांसद ने सवाल उठाया कि इतनी कम राशि में पेंशनभोगी कैसे जीवन यापन कर सकते हैं।
पेंशन फंड की स्थिति
शाहू छत्रपति ने बताया कि पेंशन फंड में कॉर्पस बढ़कर 7,80,000 करोड़ रुपये हो गया है, जो 2017-18 में 3,93,000 करोड़ रुपये था। 2022-23 में इस कॉर्पस पर 51,000 करोड़ रुपये का ब्याज प्राप्त हुआ। हालांकि, न्यूनतम पेंशन की राशि 14,400 करोड़ रुपये थी, जो अपर्याप्त साबित हो रही है। उन्होंने पेंशन को 9,000 रुपये तक बढ़ाने की पुरजोर मांग की।
संवैधानिक प्रावधान और पेंशनर्स की स्थिति
बता दें, संविधान की धारा 41 में वृद्धावस्था और सेवानिवृत्ति वेतन योजनाओं का प्रावधान है, जिसमें न केवल वरिष्ठ नागरिक बल्कि बीमार और विकलांग भी शामिल हैं। पेंशनभोगियों का कहना है कि सरकार की उदासीनता उनके बर्बाद जीवन पर चौंकाने वाली है।
समर्थन और आंदोलन
सांसद शाहू छत्रपति ने गत सप्ताह दिल्ली के जंतर मंतर पर EPS 95 पेंशन धारकों के आंदोलन का समर्थन किया था। उन्होंने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाने का वादा किया था और तदनुसार मंगलवार को इस विषय को प्रस्तुत किया, जिससे सरकार का ध्यान आकर्षित हुआ।
इस प्रकार, सांसद ने EPS 95 के पेंशनभोगियों की दुर्दशा पर जोर देते हुए सरकार से उनकी पेंशन बढ़ाने और महंगाई के अनुरूप समायोजन करने की मांग की है। यह कदम पेंशनभोगियों को न्याय दिलाने और उनकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।