कानपुर के रावतपुर बस स्टैंड पर राष्ट्रीय संघर्ष समिति की मासिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें EPS 95 पेंशन धारकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता कार्यवाहक मंडल अध्यक्ष श्री अशोक कुमार यादव ने की।
आंदोलन के लिए तैयार: राष्ट्रीय सलाहकार की अपील
बैठक के दौरान राष्ट्रीय सलाहकार श्री राजेश कुमार शुक्ला ने पेंशन धारकों को संबोधित करते हुए कहा, “हमें प्रस्तावित आंदोलन में संगठित होकर और जोश के साथ अपनी मांगों को उठाना होगा। बहरी और हट धर्मी नई सरकार को हमारी मांगें मंजूर करने के लिए मजबूर करना होगा। यह हमारा हक है, जिसे हमें किसी भी कीमत पर लेकर रहना है।”
न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की चार सूत्रीय मांग
प्रदेश अध्यक्ष श्री ओम शंकर तिवारी ने अपने उद्बोधन में न्यूनतम पेंशन को ₹5000 तक बढ़ाने की चार सूत्रीय मांग को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा, “हमारी नई सरकार को हमारी मांगें मंजूर करने के लिए बाध्य करना होगा। प्रदेश के मंडलों और जनपदों में अध्यक्ष एवं सचिवों की नई नियुक्ति निष्ठा और लगन के साथ करनी होगी, ताकि संगठन को और मजबूत बनाया जा सके।”
सरकार को स्पष्ट संदेश: पेंशन धारकों का हक
मंडल सचिव एवं प्रांतीय समन्वयक जयप्रकाश सुं परिहार ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “पिछले दो कार्यकालों में सरकार ने झूठे आश्वासन दिए, लेकिन हमारी मांगें मंजूर नहीं कीं। अब हम नई सरकार से कहना चाहते हैं कि हम भीख नहीं मांग रहे हैं, हम अपना हक मांग रहे हैं। हमने 30 से 35 साल तक खून-पसीना बहाकर देश के विकास में योगदान दिया है।”
31 जुलाई को जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन की तैयारी
श्री तिवारी ने उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में अध्यक्षों एवं सचिवों की नियुक्ति कर उन्हें निर्देशित किया कि जिले के सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाए और 31 जुलाई 2024 को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर होने वाले धरना प्रदर्शन की पूरी तैयारी की जाए। उन्होंने कहा, “इस ध्यान आकर्षण सभा में अधिक से अधिक संख्या में पेंशन धारकों की उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके और हमारी मांगें जल्द से जल्द मंजूर हों।”
बैठक का समापन और आगे की रणनीति
इस बैठक का समापन 30 जून 2024 को कानपुर में हुआ, जिसमें पेंशन धारकों ने सरकार को स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने हक के लिए आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।
इस प्रकार, राष्ट्रीय संघर्ष समिति की मासिक बैठक ने ईपीएस 95 पेंशन धारकों की चार सूत्रीय मांगों को जोरदार तरीके से उठाया और आगामी आंदोलनों के लिए संगठित होकर तैयार रहने का संकल्प लिया।
Mai EPS 95 minimum pension 7500+ ke mang ka samarthan kerta hu
Why government is not able to take this issue in consideration?. Senior citizen from all over the country of EPF 95 are waiting to see that modi government should deliver minimum pension (7500/-PM).
Blessing from all senior citizen if modi ji allowed to do so.
Thanks.
आदरणीय प्रधान मंत्री जी,
मैं इस देश की नागरिक हूँ I मैंने 28 वर्ष अथक परिश्रम कर एक निजी विद्यालय में अध्यापक के पद पर कार्य किया है व राष्ट्र निर्माण हेतु संस्कारी ,आदर्श युवाओं को तैयार करने में अपना योगदान दिया है I मैंने सदा अपने कार्य के प्रति निष्ठा व ईमानदारी रखी व अपने कार्यकाल से पूरी तरह संतुष्ट हूं I
क्या मेरा कार्य सरकारी अध्यापक से किसी भी प्रकार से कम था??
जो नाममात्र की पेंशन मुझे दी जा रही है क्या उससे एक व्यक्ति का गुजारा सम्भव है??
कृपया गहनता व गंभीरता से सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का कष्ट करें I????
Old man person every year 15 percent badh rahi hai.lekin factory etc.ki toh 1000 rs bhi sarkaar ko jyada lag rahi hai.isliye toh sarkaar was 95 ki pension nahi bada rahi hai.thanks.mera pension 1072 rs hai.k.c.c ka employe hun. Lalchand
Mera pension 1071 rs pm hai. Jinhone Kutch contribute nahi kiya jaise kissan, masjid, church etc workers unhe bhi kai guna jayada bant rahi sarkar.
Improve higher pension
Minimum 7500/month
Such agitations against present BJP led Modi government is required to be done. They are not bothered about the genuine demands of pensioners. They are supporting only central government employees as vote banks. For last 10 years our demands are pending.
Govt. Is known to only govt. Employees who are giving their service to the country doing corruption. The govt. Is not knowing the pvt. Employees who are working more then 12 hours daily to developing their country but govt. Is looking into matter only of govt. Employees. We people always vote to govt. But govt. Not listening our problem now we have to thing the power of our vote. We should vote to the party who will solve our problem. We are about double from govt. Employees we are having a major role to make the govt. Now we must unite and raise our voice.
Hum EPS pension ki badhotri ki is maang ka samarthan karta hun. Or samiti se anurodh karta hun ki jyada se jyada logon se sampark kar unhen dharne me shamil hone ke liye amantrit karen. Mein Ambala se is dharne me shamil hona chahunga agar sadasya chahengey to. Agar nyota milta hai to mein apne bhaiyon ke saath hounga
ये सरकार भी मनमोहन क़ी तरह काम कर थी . सोइ सरकार..
हमें मोदी सरकार से ही उम्मीद है.
अच्छा होगा ज्ल्दी होगा यही कामना करते हैँ.
We,the private job retired persons are contributed for 20/25/30 years of our hard earned income to EPS-95,/Govt.Fund.still Govt.always taking interest to the benifits of the persons retired from Govt. Sectors,,enjoyed handsome salary, offering less effort.
This means present Govt.has behaved with us like (pvt)Step-Mother.it is very Unfortunate.
Pension badao nahi to hamara pura paisa wapas karo vyaj ke sath .apne marji se paisa kat lete ho or apne marji se pension doge ye kaha ka hoshiyari hai.