7th CPC: केंद्रीय कर्मचारियों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है, बता दें 1 जुलाई, 2024 से एक बार फिर कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA) में इजाफा हो सकता है। अब से केवल दो दिन बाद जून, 2024 का AICPI इंडेक्स के नंबर जारी होने वाला है, इस महंगाई इंडेक्स में अभी तक जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। यह इजाफा जुलाई से काउंट होगा, ऐसा इसलिए क्योंकि महंगाई भत्ते में कितना इजाफा किया जाएगा, यह जनवरी से जून महीने के महंगाई इंडेक्स के नंबर तय करेंगे।
हालांकि अगले महीने जारी होने वाले महंगाई इंडेक्स के नंबरों में अच्छे उछाल की संभावनाएं बनी हुई है, ऐसे में 7वें वेतन आयोग के तहत वेतन प्राप्त कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों में महंगाई भत्ते में कितना इजाफा देखने को मिलता है यह जल्द ही पता चलेगा।
52% से ऊपर का होगा उछाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें जनवरी 2024 से जून 2024 तक के लिए केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते का ऐलान सितंबर तक हो जाएगा। अभी केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 50 फीसदी डीए मिल रहा है, जो जनवरी, 2024 से लागू है। इसके बाद अगला रिवीजन जुलाई, 2024 के लिए होगा जिसमे 3 फीसदी तक महंगाई भत्ते में इजाफा होने की उम्मीद है, ऐसे में यह माना जा रहा है की महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी 52% से ऊपर यानी 53 फीसदी की दर से लागू हो सकती है।
ऐसा इसलिए क्योंकि यह चर्चा थी की कर्मचारियों के महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन 50 फीसदी का मार्क क्रॉस करने पर शून्य से शुरू कर दी जाएगी। जिसमे 50 फीसदी के हिसाब से जिसका जितना वेतन बनेगा उसे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा, वर्ष 2016 में भी 7वें वेतन आयोग लागू करते समय इसे शून्य किया गया था, क्योंकि उस समय महंगाई भत्ते को मापने वाले इंडेक्स के बेस इयर को बदलकर 2016 किया गया था।
कैसे होगी डीए की गणना
बता दें, महंगाई भत्ते की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) का उपयोग करके की जाती है, जिससे पता चलता है की रोजमर्रा की कीमतें समय के साथ कैसे बदलती है। लेबर ब्यूरो द्वारा एआईसीपीआई इंडेक्स के 4 महीने के नंबर जारी कर दिए गए हैं, जिसमे अब जुलाई में जून का नंबर जारी किया जाएगा, इससे पहले महीने में महंगाई भत्ते का स्कोर 51.95 फीसदी पर था, जो अब बढ़कर 52.43 फीसदी तक पहुंच गया है। जिसके आखरी नंबर जुलाई के अंतिम सप्ताह यानी 31 जुलाई, तक आएंगे।
कर्मचारियों के DA को शून्य करने का क्या है नियम?
कर्मचारी के महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन को शून्य से शुरू करने को लेकर सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया था की इसे लेकर ऐसा कोई प्रस्ताव उनके पास नही आया है और न ही ऐसा कोई नियम बनाया गया है। हालांकि जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है तो कर्मचारियों को मिलने वाले डीए को मूल वेतन में जोड़ा जाता है। हालांकि नियम के अनुसार कर्मचारियों को मिलने वाले पूरे महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में जोड़ा जाना चाहिए, लेकिन वित्तीय स्थिति के आड़े आने से ऐसा नही हो पाता। इसमें साल 2016 इसलिए विशेष था, क्योंकि इसमें बेस ईयर बदला गया था।