
PF Withdrawal Rules को लेकर एक बड़ा बदलाव सामने आ सकता है, जिससे करोड़ों नौकरीपेशा कर्मचारियों को राहत मिलेगी। मौजूदा नियमों के तहत कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) का पूरा पैसा केवल दो स्थितियों में निकाला जा सकता है, रिटायरमेंट के समय या जब कोई व्यक्ति दो महीने से अधिक समय तक बेरोजगार हो। लेकिन अब सरकार ऐसे नियम में बदलाव की तैयारी में है, जिससे आप रिटायरमेंट से पहले, नौकरी के दौरान ही PF का पूरा पैसा निकाल सकेंगे।
अब नौकरी में रहते हुए भी निकाल सकेंगे EPF का बड़ा हिस्सा
EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation) ने एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है जिसमें यह सुझाव दिया गया है कि हर 10 साल में PF खाताधारक अपने खाते से बड़ी राशि निकाल सकें। यह प्रस्ताव यदि स्वीकार कर लिया जाता है, तो कर्मचारियों को पीएफ (Provident Fund) निकालने के लिए रिटायरमेंट या बेरोजगारी का इंतजार नहीं करना होगा।
अब तक की नीति में पीएफ से केवल आंशिक निकासी की ही इजाजत थी और वह भी कुछ निश्चित कारणों जैसे – घर बनवाना, पढ़ाई, बेटी की शादी आदि के लिए। लेकिन अब PF Withdrawal Rules में बदलाव के बाद व्यक्ति को अपने ही पैसे पर अधिक नियंत्रण और सुविधा मिलेगी।
क्या कहता है मौजूदा PF Withdrawal नियम?
वर्तमान में EPFO द्वारा तय नियमों के मुताबिक कर्मचारी केवल रिटायरमेंट के समय या जब वह दो महीने से अधिक बेरोजगार हो, तभी पूरा PF निकाल सकता है। अन्यथा, केवल आंशिक निकासी ही की जा सकती है और वो भी कुछ खास शर्तों के साथ।
जैसे कि कोई कर्मचारी अपने PF फंड से घर खरीदने के लिए 90% तक की राशि निकाल सकता है, या फिर बेटी की शादी के लिए एक निर्धारित सीमा तक आंशिक निकासी कर सकता है। लेकिन अब जिस नए नियम का प्रस्ताव आया है, उसमें हर 10 वर्षों में एक बार PF का अधिकांश हिस्सा निकालने की छूट मिल सकती है।
हर 10 साल में PF निकालने की छूट से क्या होंगे फायदे?
सरकार के इस प्रस्तावित बदलाव का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लोगों को अपने ही पैसे को जरूरत के समय उपयोग में लाने की पूरी स्वतंत्रता मिलेगी।
आज के समय में जब महंगाई बढ़ रही है और जीवनशैली में बदलाव आ रहा है, तो बड़ी जरूरतों के लिए जैसे घर बनवाना, बच्चों की पढ़ाई, चिकित्सा, या निवेश के लिए लोग अक्सर बैंकों से लोन लेने को मजबूर होते हैं। यदि उन्हें अपने PF खाते से समय-समय पर पैसा निकालने की सुविधा मिलती है तो लोन पर निर्भरता कम होगी, और ब्याज का बोझ भी घटेगा।
Auto-Settlement की सीमा भी बढ़ी, अब 5 लाख रुपये तक तुरंत निकासी
सरकार पहले ही PF खाताधारकों के लिए एक बड़ा कदम उठा चुकी है, जिसके तहत Auto-Settlement Limit को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। इसका अर्थ है कि अब खाते में 5 लाख रुपये तक की राशि बिना किसी लंबी प्रक्रिया के स्वतः निकासी के लिए स्वीकृत की जा सकेगी।
यह सुविधा खासकर आपात स्थितियों में बेहद उपयोगी साबित होगी, जैसे मेडिकल इमरजेंसी या अचानक किसी बड़े खर्च की आवश्यकता।
क्या कहती है रिपोर्ट?
इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार सरकार इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है और इसे लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो आने वाले समय में यह नियम लागू कर दिया जाएगा, जिससे नौकरीपेशा लोगों को आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त बनाया जा सकेगा।
PF का पैसा अब निवेश से आगे, जरूरत में भी मिलेगा साथ
अब तक लोग अपने PF को एक लॉन्ग टर्म सेफ फंड के रूप में देखते थे, जो रिटायरमेंट के बाद एक सेफ्टी नेट का काम करता था। लेकिन नए बदलाव के बाद PF केवल एक निवेश नहीं, बल्कि जरूरत के समय उपलब्ध एक मजबूत वित्तीय संसाधन बन जाएगा।
इससे न केवल वित्तीय लचीलापन बढ़ेगा, बल्कि कर्मचारियों को अपने वित्तीय निर्णयों में अधिक आज़ादी भी मिलेगी।