जैसा कि आपको पता ही होगा, 31 जुलाई 2024 को दिल्ली के जंतर मंतर पर EPS 95 पेंशन धारक अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर एक बड़ा धरना प्रदर्शन आंदोलन करने जा रहे हैं। यह आंदोलन एनएसी (राष्ट्रीय संघर्ष समिति) के बैनर तले कमांडर अशोक रावत जी की अध्यक्षता में होगा।
आंदोलन की मुख्य मांगें
- न्यूनतम पेंशन 7500 रुपए: पेंशनधारक न्यूनतम पेंशन राशि 7500 रुपए मासिक की मांग कर रहे हैं। यह मांग इसलिए की जा रही है ताकि वृद्धावस्था में भी उन्हें आर्थिक संबल मिल सके। इसके साथ ही महंगाई भत्ता भी दिए जाने की मांग है ताकि पेंशनधारकों को बढ़ती महंगाई का सामना करने में आसानी हो।
- मेडिकल सुविधाएं: सभी पेंशनधारकों के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएं। वृद्धावस्था में चिकित्सा खर्च बढ़ जाते हैं और अक्सर पेंशनधारकों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। इस मांग के माध्यम से वे स्वास्थ्य संबंधी खर्चों में राहत चाहते हैं।
- वास्तविक वेतन पर उच्च पेंशन का लाभ: पेंशनधारक चाहते हैं कि उन्हें उनके वास्तविक वेतन के आधार पर उच्च पेंशन का लाभ दिया जाए। इससे उन्हें अपने जीवनस्तर को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
- पेंशन में वृद्धि: पिछले आठ वर्षों में अनेक आश्वासनों के बावजूद पेंशन में कोई वृद्धि नहीं हुई है। यह मांग इसलिए की जा रही है ताकि पेंशनधारकों को बढ़ती महंगाई और जीवनयापन की चुनौतियों से निपटने में सहायता मिले।
श्रम मंत्री और पीएम को भेजा आंदोलन का नोटिस
NAC राष्ट्रीय संघर्ष समिति के कमांडर अशोक रावत जी ने प्रधानमंत्री, श्रम मंत्री, पुलिस विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों को इस आंदोलन की सूचना दे दी है। पत्र क्रमांक 1607 दिनांक 16-07-2024 को यह सूचना ईमेल द्वारा भेजी गई है। इसके अतिरिक्त, एनसी के राष्ट्रीय सचिव श्री रमेश बहुगुणा जी और दिल्ली के अध्यक्ष श्री बी.एस. राणा ने टीम के साथ मिलकर प्रत्यक्ष रूप से भी संबंधित कार्यालयों में यह सूचना सौंपी है।
आंदोलन की तैयारी
एनएसी समिति ने आंदोलन की पूरी तैयारी कर ली है। विभिन्न राज्यों से पेंशनधारक दिल्ली पहुंचने की तैयारी में हैं। आंदोलन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं ताकि शांतिपूर्ण और संगठित तरीके से अपनी मांगों को सरकार के सामने रखा जा सके।
मांगे पूरी नहीं होने पर जारी रहेगा आंदोलन
यदि पेंशनधारकों की मांगे पूरी नहीं की जाती हैं, तो यह आंदोलन 2 अगस्त 2024 से आगे भी जारी रह सकता है। NAC राष्ट्रीय संघर्ष समिति ने घोषणा की है कि यदि मांगे नहीं मानी जाती हैं, तो वृद्ध पेंशनधारकों का यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
Agar aap ko pension nahi dena hai EPF&EPF Scheme ko band karo jobi Paisa hisaab kitaab karo oor louta do agar chalana hai to uchcha pension ka prawadhan dedo sabko sab log Paisa bardenge phokat me time ghalao mat
My heartly support up to end.
पूरे आठ बरस हो गये और इन्सानियत के नाते आपने बुजुर्गोंकी ना सुनें … आप मन की बातें हमने सुनी… आपकी सरकार और हम जनता जनार्दन…कैसा मिलाफ परिवर्तन मिलवर्तन है जिस में सुकून ही नहीं… अगर जिंदादली असलियत की बात है ,तो वर्तमान क्युं बेकार जा रहा है, गौरसे ध्यान दो ..ये भी दिन गुजरेंगे लेकिन कथा व्यथा ज्योंकी त्यों रहेगी आपके साथ….हम है गरीब खिलाडी
देखीय भाई साहब एक कहावत है बुढ़ा बैल और बुढे मा बाप किस काम के आखिर में तो उनको मरना ही है यहि कहावत वर्तमान सरकार साकार करना चाहती है। जीन भाईयो ने चालीस पचाल साल नोकरी करी फड में योग दान दिया आज बुडापे में एक हजार रुपये देकर बहुत बड़ा अहसान कर रही है पेन्सन बढा नहीं रही सरकार और नेता गण इनका पेट बहुत बढा वो ही नहीं भरता तो दूसरो का नम्बर कब आयेगा ये नेता लोग अपनी सेलरी ओर पेन्सन कब बढा लेते है आम आदमी को पत्ता भी नहीं लगता।
धन्यवाद
Shame on Modi Government for not showing any interest on EPS members
I am a private Marketing company employee retired and EPFO Member. Because of my hard work , govt has taken Sales tax and GST Over monthly sales of 1.5 crore. GOVT IS Benefited But what about me .
Many thanks to the leaders for projecting problems of elderly. We have have given tax through sales and also income tax.
Middle class is always Sufferer , Why ?¿
Dear pensioners,
You will not get anything.
When the people have collusion with government, how your pension issue get resolved.
Moreover, government has no intention to address this issue because pensioners poor followup.
Pensioners should die on their own by merely getting Rs. 1000/- pm pension.
Wah re Modi government.
India has surplus funds to donate various countries which you might have noticed in resent budget allocation but does not have money to pay the needy and deserving people who given their lives to serve the nation.
Kyonki Mera bharat Mahan.
सर हमारा ऑफिस एक atomomas बॉडी था जो 2005 मैं बंद करने कि अफवाह से कई कर्मचारियों क़ो VRS लेना पड़ा सभी लोग उम्र मैं 45-50 के बीच थे जिन्हे नोकरी मिलना मुश्किल था, इसी ग़म मैं अधिकतर कर्मचारी मर गए या बीमार हो गए, नहीं नौकरी रही नहीं नौकरी मिली घर जिम्मेदारी संभालना मुश्किल हो गया. अब कुछ लोग बचे है उनको पेंशन मिला जाए तो जिंदगी आसान हो जाये सरकार से अनुरोध है पेंशन देने कि कृपा करें.
Jaisi karni vaisi bharni ,samay kisi ka hota nahi hey ,hone vala bhi nahi
Bahut kare ge thoda samay k liye
Hinutav ki bat karne Vale Hindu ko hi bhukhe Mar rahe he ,sarkar ki jo soch he wohi unto duba degi
AGAR EPS – 95 PENSION NAHIN BADHXNS HAI, TAB ROZ – ROZ MAARNE SE BEHTAR SABHON KO EIK SAATH SHOOT KARA DENA CHAHIYIE, DESERVING OLD PEOPLE KISI KA BIGAD BHI KYA SAKTE HAIN. YE ADHIKAAR AUR SEVABHAV DONO KI BAAT HAI. 1000 & 1000 TO MAR GAYIE INTEZAR MIEN, BACHE HUE KO MARWA HI DE SARKAR………..
…
Asoke Raut ji apko humlog private company retirement person ka taraf se avari rahunga. Private company retirement person ka minimum rs 10000/& DA & Medical facility keliye ap kamse kam kuch socha aur agge aiye. Apko Dhanyawad. Private company retirement person ka jitna pension milta hai ek admi ka 15 din ka khana nehi hota, wife keya khayega. Uska bad after 60 sab admi ka bimari hota hai. Humlog apka sath hai. Sir kuch kijiye . Government ka keya jata am public jinda rahe na rahe. Khali Vote chahiye aur apna chair chahiye. Sir do something please. Humlog apka avari rahega. All state private company retirement ka hona chahiye
Modi ji sabko sunate hain phir bridh jano ki bat kyon nahi sunate aur hamari samasya ka nidan kyon nahi karate hain . Mai bhi aapke sath hoon . Dat kar ham sangharsh karenge. Sanghe sakti kal yuge. Jay hind
सरकार का हम गरीबों का हक मारकर उचित नहीं कर रही है।
गरीबों की आह में बहुत शक्ति होती है।
आप सब कीतनेभी आंदोलन अनशन करो या खूदको जलालो पर एक बात समजलो के बीजेपी सरकार की राजमे पेन्शन बढना नामूमकीन है दोस्तो। आमदार खासदारो को पाच सालबाद ( जनताका खून चूसकर, कमिशन खाकर भी) 50000/— के आसपास पेन्शन मीलती है, और हम 30—35साल नौकरीकरके 1000/— पेंन्शन ले रहे है। और दूसरी बात हम जैसे 1 करोड लोगोंके मरनेसे या आंदोलनसे ईनका बालभी बाका नही होगा ये सरकारको पता है। ईसलिये जो भी करो वो सोच समझकर करो ये मेरी बिनती है। तैशमे गर आप गलत कदम ऊठा लोगे तो नूकसान आपके घरके लोगोका होगा सरकार तो जश्ण मनायेगी के चलो 2000—1लाख कम हो गये। मै भी आपकेही जैसा हू।
Modi government is very unfair and adamant, to listen and accept the reality of humanity and mankind towards senior citizens EPS 95, pension s hike and medical assistance,to be implemented appropriatly please. Though this government had promised 10 years back and now keeping quite…
अटल पेंशन वाले को ₹210 महीना जमा करने पर 20 साल बाद ₹5000 का पेंशन देने का नियम है
इपीएस पेंशनर 541 1250 रुपया हर महीना 20 साल 25 साल 30 साल 35 साल जमा करने पर मात्र 1171 औसत पेंशन है हमें आप पेंशन 541 एवं 1250 के हिसाब से दीजिए अगर हमारे बारे में विचार नहीं कर रहे हैं तो यह आपका अटल पेंशन झूठ लगता है कुछ गलत लिखा हो तो क्षमा करेंगे
हम सब आएंगे आंदोलन में..
मोदी सरकार कोई माननी है होंगी हमारी मांगे.
हमने मोदी सरकार को तीन बार जिताया पर कोई हनारा ध्यान नहीं रखता…
बड़ा दुख होता है 80 लाख लोगो क बारे में सोच कर.
ज्ल्दी हमारी मांगे माने अन्यथा हम आंदोलन सड़क पर करने को विवश हो जायेंगे….
सरकार अमीरो और बड़े उधोगपतीयो को ही लाभ पहुंचा रही गरीब बुजुर्गो पर कोई रहम नही, बेचारे मंहगाई से परेशान हैं पर उनकी कोई नही सुनता, दूसरे कई देशो मे बुजुर्गो का पूरा लालन पालन सरकार करती है पर हमारी सरकार मे तो——
जब केन्द्र सरकार इतनी योजनाएं चलाकर गरीबो के लिए मदत का हात बढा सकती है तो सिर्फ 78 लाख प्रायव्हेट नौकरी से रिटायर्ड हुए लोगो के लिए क्या सरकार के पास कोई उपाय नही है, 500 – 1000 रु पेन्शन मे कैसे गुजारा होगा! अगर सरकार कुछ भी नही कर सकती तो इच्छा मृत्यु का कानून बनाकर हमे इस मजबूर जीवन से मुक्त करे🙏
मोदी जी , प्रणाम .. बड़ी हैरानी की बात , आप इन गरीब मजदूर बुजुर्गो के लिए आप के और आपके मंत्रीओ के हृदय में दया क्यों नहीं है.. क्यों इतने निर्दय बने हो ???😥😥😥
Please create a group and common Platform for EPS 95 pension holders on social media ,so we can fight against government. All EPS95 members and their family members vote against present government if EPS pension not revised.
मोदी सरकार अगर बुजुर्ग व्यक्ति नहीं सुन रही है तो युवा के लिए क्या करेगी जिस आदमी ने अपनी पूरी जिंदगी देश की सेवा में लगा दी उसका कोई महत्व नहीं है इनकी नजरों में 10 सालो से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन कोई सुनने में बाला नहीं है क्या इस देश में है
सरकार सिर्फ सरकारी कर्मचारियों पर ध्यान देती है उन्हें पेंशन बहुत ज्यादा दिया जा रहा है उसी तरह ईपीएफ वालों को भी दिया जाए ये कैसा भेदभाव हो रहा है क्या ईपीएफ कर्मचारी वोट नहीं दे सकते इनका अधिकार
Yah sarkar Garib birodhi hai,is sarkar main Garib ki koi sunawai nahi hai.itani Kam pension main kese jeevan yahan ho sakta hai. is gungi bahari sarkar ke kuch samajh nahi aata.garib Janta mar Rahi hai
Hmare adhikaro ka hanan ho raha hai.