78 लाख पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी, सरकार गठित होते ही मिला बड़ा तोहफा

बुजुर्गों को बैंक या डाकघर जाने में होने वाली परेशानी को कम करने के लिए MEITY और UIDAI ने फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (FAT) विकसित की है।

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Written by Rohit Kumar

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आप सभी को यह बता दे की कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में ७८ लाख से भी अधिक पेंशनभोगी है। जिनको हर वर्ष पेंशन प्राप्त करने के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाना पड़ता है।

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आप सभी को यह भी जान लेना चाहिए की पेंशनभोगियों को पेंशन प्राप्त करने के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाने के लिए बैंक में जाना पड़ता है। जिसकी वजह से सभी पेंशनभोगियों को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब किसी को भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि सभी पेंशनधारकों की इस परेशानी को दूर कर दिया गया है।

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78 लाख पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी, सरकार गठित होते ही मिला बड़ा तोहफा

आप सभी को यह भी बता दे की EPFO ने 2015 में अपने पेंशनभोगियों का जीवन आसान करने के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र यानी के DLC को अपनाया था। इसके बाद ईपीएफओ ने पेंशनभोगियों से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के आधार पर DLC स्वीकार करता है।

इसके साथ-साथ आपको यह भी बता दे की बायोमेट्रिक आधारित DLC जमा करने के लिए अब पेंशनभोगियों को किसी भी बैंक, डाकघर, या कॉमन सर्विस सेंटर या EPFO कार्यालय में जाना पड़ता है, जहां फिंगरप्रिंट/आईरिस कैप्चर डिवाइस उपलब्ध होता है।

पेंशनधारकों को मिला तोहफा

आप सभी को यह बता दे की बुजुर्गों को बैंक या डाकघर जाने में होने वाली परेशानी को कम करने के लिए MEITY और UIDAI ने फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (FAT) विकसित की है। इस टेक्नोलॉजीज का उपयोग करके चेहरा पहचान कर जीवन प्रमाण पत्र (DLC) का प्रमाण किया जा सकता है।

इसलिए जुलाई 2022 में EPFO के द्वारा भी इस तकनीक को अपनाया गया। जिसकी मदद से सभी पेंशनभोगी अपने घर बैठे-बैठे DLC जमा करवाने में सक्षम होते है। यह बहुत ही आसान और सस्ती प्रक्रिया है। अब कोई भी पेंशनभोगी स्मार्टफोन का उपयोग करके इस प्रक्रिया को पूरा कर सकता है। जिसके लिए अब उन्हें किसी भी बैंक या डाकघर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

1 मिनट में घर बैठे ही भर सकते है लाइफ सर्टिफिकेट

आप सभी को यह बता दे की फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से पेंशन भोगी अपने घर बैठे ही स्मार्टफोन के कैमरे से अपने चेहरे का स्कैन करके पहचान करा सकते हैं। यह प्रमाणीकरण UIDAI फेस रेकग्निशन ऐप का उपयोग करके UIDAI के आधार डेटाबेस से किया जाता है।

60 लाख पेंशनभोगी करते है इस टेक्निक का उपयोग

आप सभी के लिए यह जान लेना काफी आवश्यक है की EPFO में फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के उपयोग के बाद, 2022-23 में 2.1 लाख पेंशनभोगियों ने इसे अपनाया। केवल यह ही नहीं बल्कि आपको यह बता दे की यह संख्या 2023-24 में बढ़कर 6.6 लाख हो चुकी है। यानी के इसमें कुल 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2023-24 में जमा किए गए 6.6 लाख फेस ऑथेंटिकेशन आधारित डीएलसी कुल डीएलसी का लगभग 10 प्रतिशत हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में, पेंशनभोगियों से कुल 60 लाख डीएलसी प्राप्त हुए थे।

इन दो एप्लीकेशन की पड़ेगी जरूरत

आप सभी को यह बता दे की अगर आप भी अगर आप भी चेहरे से पहचान की प्रक्रिया को करना चाहते है। तो इसके लिए आप को अपने स्मार्टफोन में में “आधार फेस आरडी” और “जीवन प्रमाण” ऐप्स प्ले स्टोर से डाउनलोड करने होंगे। इन ऐप्स को चलाने के लिए आपके पास आपका आधार से जुड़ा हुआ मोबाइल नंबर होना आवश्यक है।

आपको एप्लीकेशन में ही फेस स्कैन करने के स्टेप्स बता दिए जाएंगे। जब आप अपना फेस स्कैन कर ले उसके बाद आपको जीवन प्रमाण आईडी और पीपीओ नंबर के साथ डीएलसी सबमिशन की पुष्टि मिल जाएगी। इसी प्रकार से आप भी बड़े ही आसानी से इस प्रक्रिया को घर बैठे-बैठे पूरा कर सकते है।

पेंशनभोगियों के जीवन को बनाया गया सरल

आप सभी को यह बता दे की जुलाई 2022 में ईपीएफओ के सॉफ्टवेयर में डीएलसी के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक जोड़ी गई थी। इसे पेंशनभोगियों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को विस्तृत निर्देश दिए गए थे। जनवरी 2023 से, इस प्रक्रिया को पूरे भारत के सभी जिलों में ‘निधि आपके निकट’ कार्यक्रमों के दौरान भी समझाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक पेंशनभोगी इसे समझ सकें और इस्तेमाल कर सकें।

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13 thoughts on “78 लाख पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी, सरकार गठित होते ही मिला बड़ा तोहफा”

  1. धन्यवाद मोदी जी।
    कृपया हमारी पेंशन में भी वृद्धि कर दीजिये। रू 7500+DA+ Medical Facilities.
    सन 2014 से प्रतीक्षारत हैं 78 लाख पेंशनर।
    कृपया अविलंब कार्यवाही करें।
    अशोक गुप्ता ( पेंशनर) ईपीएफओ

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  2. इस देश में प्रचार ज्यादा हो रहा सही में काम कम हो रहा है मैं खुद ई पी एफ ओ विभाग का भुगतभोगी हूं मैंने दिल्ली वजीर पुर और सूरत गुजरात में और मेरी कम्पनी कृभको फर्टिलाइजर दिल्ली व हाल टाईम सूरत सभी जगह पर पत्र व्यवहार किया है कहीं से कोई संतोष जनक जवाब नहीं मिल रहा है जबकि मेरे 58साल जुलाई 2023मे हो गया लेकिन सभी बाहाने बना रहे हैं अपने ही इकठ्ठे किए हुए लेने में रोना आ रहा है कोई सरकार इन पर कार्यवाही नहीं करती हैं

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  3. पेंशन से सम्बन्धीत सभी भेजे गए सभी सबूत व मेरी कम्पनी ने ईपीएफओ को जो पेंशन सम्बंधित कागजात भेजे हैं के पक्के सबूत मेरे पास है मगर वज़ीर पुर दिल्ली ई पी एफो लिखता है कि आपके क्लेम के कागज हमें नहीं मिले हैं जबकि उन कागजों पर दिल्ली वजीर पुर की वाकायदा मोहर भी लगा है अब कोई क्या कर सकता है जंगल राज है वो सन् 1988 का रिकॉर्ड है वहां पर तो फाईल को देखने की हिम्मत कोन करें बस उनके पास सौ बहाने है और आम आदमी की पहुंच से बाहर है हर काम की मुनियादी ज्यादा है काम होता ही नहीं है।

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