ESIC News: कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) की और से पिछले दो महीनों में अपने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इस अवधि में विभिन्न चिकित्सा संवर्गों में 1221 डॉक्टरों की नियुक्ति को मंजूरी दी गई है। इसमें 860 जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (GDMO), 330 सहायक प्रोफेसर और 31 विशेषज्ञ शामिल हैं।
इस कदम का मुख्य उद्देश्य ESIC के अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में बेहतर और त्वरित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इस निर्णय से देशभर में बीमित व्यक्तियों और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
नर्सिंग संवर्ग में भी नियुक्तियां
ESIC ने न केवल डॉक्टरों की नियुक्ति पर ध्यान दिया है, बल्कि नर्सिंग संवर्ग में भी 1930 रिक्तियों को भरने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा परीक्षा आयोजित की गई है। इस भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र ही पूरा करने की योजना है, जिससे नर्सिंग सेवाओं में भी गुणवत्ता में सुधार हो सके।
तकनीकी संवर्ग में भी भर्तियां
इसके अतिरिक्त ESIC ने 20 कनिष्ठ अभियंता (इलेक्ट्रिकल) और 57 कनिष्ठ अभियंता (सिविल) की भर्ती प्रक्रिया भी पूरी कर ली है। UPSC की सिफारिश पर इन अभियंताओं को इस महीने नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं। यह भर्तियां ESIC के ढांचागत विकास और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
कर्मचारी राज्य बीमा योजना का महत्व
अपकी जानकारी के लिए बता दें, कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ESI Scheme) श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत सामाजिक बीमा का एक एकीकृत रूप है, जो कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम, 1948 के तहत संचालित होती है। यह योजना बीमित व्यक्तियों और उनके परिवार के सदस्यों को नकद लाभ और चिकित्सा सुविधाओं सहित सामाजिक सुरक्षा प्रदान करती है। ESIC का विशाल नेटवर्क, जिसमें अस्पताल, चिकित्सा संस्थान और डिस्पेंसरियां शामिल हैं, इस योजना को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निष्कर्ष
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) द्वारा हाल ही में की गई नियुक्तियां और भर्ती प्रक्रियाएं यह दर्शाती हैं कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। इस पहल से न केवल बीमित व्यक्तियों को लाभ होगा, बल्कि देश के चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी व्यापक सुधार होगा। ESIC का ये कदम सराहनीय हैं और यह उम्मीद की जाती है कि भविष्य में भी ऐसी ही सकारात्मक पहलें जारी रहेंगी।
धौलपुर जिले (राजस्थान)में निजी संस्थानों में विगत कई वर्षों से 60 से भी अधिक कार्मिक होते हुये भी ईएसआई की सुविधा देय नहीं है। ईएसआई विभाग को इसे गंभीरता से लेकर कार्यवाही अमल में लानी चाहिए पैनाल्टी के साथ।