Breaking News: EPS 95 न्यूनतम-हायर पेंशन में देरी का खुला राज, माथा पकड़ लोगे आप

EPFO के तहत उच्च और न्यूनतम पेंशन मिलने में हो रही देरी पर पेंशनर्स के दावे और चिंताएं गंभीर हैं। सरकार और संबंधित अधिकारियों को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए और पेंशनभोगियों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।

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Written by Rohit Kumar

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Breaking News: ईपीएस 95 न्यूनतम-हायर पेंशन में देरी का खुला राज, माथा पकड़ लोगे आप

कर्मचारियों को उच्च वेतन पर हायर पेंशन (Higher Pension) और न्यूनतम पेंशन (Minimum Pension) मिलने में आखिर कहाँ देरी हो रही है, इस विषय पर कुछ जानकारियाँ सामने आ रही हैं, कुछ पेंशनर्स ने इस बारे में जानकारी दी है की आखिरी पेंशन भुगतान और प्रक्रिया में देरी क्यों की जा रही है?

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एक पेंशनर ने दावा किया कि EPS 95 Minimum Pension को लेकर EPFO और भारत सरकार के माध्यम से निपटान न करने का कारण और मांग पत्र PPO जारी करने में देरी के कारण पेंशनभोगियों को उच्च पेंशन (Higher Pension) का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

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EPS 95 पेंशन का लाभ मिलने में होने वाली देरी के कारण

  • EPS 95 पेंशन को लेकर चल रहे आंदोलन या कानूनी प्रक्रिया में अधिकांश पेंशनभोगी (EPS 95 Pensioners) और उनके संबंधित संघ, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों सहित, सीधे तौर पर शामिल नहीं हैं।
  • अधिकांश EPS 95 पेंशनभोगी इन पेंशन मुद्दों से अवगत नहीं हैं। कुल पेंशनभोगियों और सदस्यों में से 90% से अधिक इन मुद्दों के बारे में जानते ही नहीं हैं।
  • सभी संबंधित EPS 95 संघों और सदस्यों के बीच एकता का अभाव है। जो आंदोलन या कानूनी प्रक्रिया में शामिल हैं, उनमें एकजुटता की कमी है।
  • EPFO, भारत सरकार और अदालत में उचित कानूनी औचित्य देने के लिए पेंशनभोगियों और उनके संबंधित संघों के नेतृत्व में उचित ज्ञान का अभाव है। न्यूनतम पेंशन या उच्च पेंशन के मुद्दों पर कानूनी पहलुओं को ठीक से जानने की उनकी अनिच्छा है।
  • विभिन्न सोशल मीडिया चैनल और कई EPS 95 पेंशनभोगी और सदस्य सोशल मीडिया पर न्यूनतम पेंशन या उच्च पेंशन के मुद्दों के खिलाफ लगातार राय/तर्क दे रहे हैं और कई अन्य बिना जाने इस पर विश्वास कर रहे हैं।

क्या ये कारण वाजिब लगते हैं इनपर आपकी राय लिखें और बताएं की इन मुद्दों पर सरकार को या पेंशनभोगियों को क्या करना चाहिए।

23 thoughts on “Breaking News: EPS 95 न्यूनतम-हायर पेंशन में देरी का खुला राज, माथा पकड़ लोगे आप”

  1. ऐसा कुछ नहीं है। जीतने भी epf 1995 कर्मचारी है। बह अभाव में है। और कही न कही किसे भी माध्यम से सूचना पर ध्यान लगाए है। और गवर्मेंट खेल खेल रही है।

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    • सरकार ई पी एस 95 पेंशन के पीछे जो भी खेल खेल रही हो लेकिन यह खेल खेलना देश के हित में नहीं है इससे देश बिरोधी राजनीति को हाथ सकने का मौका सरकार दे रही है जिससे देश गर्त में जा सकता है। सरकार को चाहिए कि अति शीघ्र ई पी एस 95 पेंशन का समाधान कर बिरोधी राजनीति को चमकने का मौका न दे।

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  2. ज्यादातर पेंशन भोगी इससे जुड़े है और जानकारी भी है ।मुझे जो समझ है जब भाजपा बिपक्च में थी तो उसे इस बढ़ोतरी की जोर शोर से इसके पक्ष में थी लेकिन जैसे ही सत्ता में आई वादा भूल गई । उसे याद होता और इच्छा शक्ति होती तो बिना किसी आंदोलन के इसे लागू कर सकती थी । अभी भी समय है ईश्वर उन्हें प्रेरित करे और बुजुर्गो का आशीर्वाद ले ले तो उनका भी भला हो जायेगा ।

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  3. मुझे श्री मनमोहन सिंह जी की आम जनसुनवाई की याद आती है जिसमें EPS95 के भुक्तभोगी ने उनसे प्रश्न किया था कि इस स्किम को लागू करते समय क्या आपने उन लोगों के बारे में नहीं सोचा जो हजार रूपये से भी कम पेंशन पायेंगे। श्री सिंह ने इस स्किम से अनभिज्ञता जाहिर की और इस पर पुनर्विचार का आश्वासन दिया था। बताते चलें कि EPS95 के प्रणेता सिंह साहब थे। उसके बाद सभी रेवड़ियाँ बाटने वाले देश सेवकों को इस पर विचार करने की फुर्सत ही नहीं मिली।

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  4. सरकार अपनी इच्छाशक्ति नही दिखा रही। उदासीन है। अक्सर सरकार लोगो को मामूली कुछ देकर खुश रहने का मन्तरि सिख रही है जसए 5 किलो राशन हर यूनिट पर हर परिवार को प्रति माह। मिलिट्री का भी एक पद एकनपेंसन अभ्जी तक लटका पीडीए है।

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  5. Since Supreme Court Judge PanalCommitee Orders for EPFO Pensioners for higher pensionin the year 2014 & PM of India🇮🇳 Ruled Country and fullfil matter of Central & State Government Pensioners.

    Why EPFO Pensioners NOT getting Higher Pension?

    SABKA SATH SABKA VIKAS & SABKA VISHVAS words Spokane for Indians.

    Implementation is Required for EPFO Pensioners.

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  6. शर्म अब हमें आ रही है. मोदी सरकार कोई कब आएगी. निर्मला ज़ी कब निर्मल बनेगी.
    होने Mla Mp कोई चार -चार पांच— पांच पेंशन और हमें मात्र 1000……
    लिख लिख कर हार गए हैँ अब तो दया करिये.

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  7. सच है की, आजकाल वर्तमान ही सामने है , अब जननीती में सेवा धर्म कहां पे है …
    किसी का भी लक्ष ध्यानाकर्षण मतलब के सिवा कुछ भी नहीं है…
    सत्ताधारी व्होट बँक मैं उलझे हुए है …
    सब युवक तरूण लडके राजनीती के लाडले खिलाडी है
    किसी को भी बुजुर्ग मां बाप की फिक्र नहीं है…
    तो नैया पार करनी हो ,तो प्रेम प्रेरणा नम्रता आशिर्वाद की जरूरत रहेगी, बुजुर्ग सचमुच किरपालु है जो वृध्द वयस्क है उनके चरणोमें मथ्था टेकना होगा जिसके हाथ आशिर्वाद के लिये शुकर शुकराना करते आशिर्वाद जतायें ..
    कौन सुनेगा, महाभारत रामायण सब कुछ ग्रंथ संपदा है ,गीता ज्ञानेश्वरी है .. फिर भी कोई कोई करोडो में एक सुनता है …
    लोकसभा में वयोवृद्ध नेतागण है,उनकी कौन सुनेला …
    यदि सुन जाते , तो लोकसभा अधिवेशन सत्र में कोलाहल दंगे कलह क्यूं होते है …?
    इन्हें सिर्फ खुर्ची सत्ता चाहिए..
    ईपीएस पेन्शन योजना लागू करने में सुकून सहाय्यक नहीं है… सुकुन लायें तो समन्वय समन्यायी परिवर्तनमें बुजुर्गोंकी पेन्शन ईपीएस में बढोत्री होगी..

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  8. कमांडर श्री अशोक Rautji जो पेन्शन में बाढोतरी ७५०० + DA के लिये आंदोलन पीच्चले 5 साल से कर रही है उसकी जाणकारी हम सब पेन्शन धारको को हैं aur हम सब daily update भी रखते हैं.
    EPFO किं chal हैं वो हमे, सरकार को गुमराह कर रही है, अभी जरुरी हैं इसी budget सत्र में मांगे मान्य करे aur 75 लाख बुजूर्गो की हाय की जगह आशीर्वाद ले ले.

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