अब नहीं करना पड़ेगा ऑफिस का चक्कर – घर बैठे मोबाइल से कर सकेंगे EPFO में डेट ऑफ बर्थ अपडेट

EPFO ने Aadhaar-बेस्ड अपडेट सुविधा शुरू की है, जिससे अब आप घर बैठे अपने मोबाइल से ही डेट ऑफ बर्थ बदल सकते हैं। जानिए पूरी प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज़ और नियोक्ता की भूमिका, ताकि आप बिना किसी परेशानी के जल्द से जल्द यह बदलाव कर सकें।

rohit

Written by Rohit Kumar

Published on

अब नहीं करना पड़ेगा ऑफिस का चक्कर – घर बैठे मोबाइल से कर सकेंगे EPFO में डेट ऑफ बर्थ अपडेट

EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अपने लाखों सदस्यों के लिए एक बड़ी राहत भरी सुविधा शुरू की है। अब EPFO में Date of Birth अपडेट करवाने के लिए ऑफिस के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। यह पूरा प्रोसेस अब Unified Member Portal के ज़रिए मोबाइल या कंप्यूटर से घर बैठे किया जा सकता है। आधार-Aadhaar की मदद से यह अपडेट कुछ ही मिनटों में संभव हो गया है।

हमारे व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

यह भी देखें: 8th Pay Commission: सभी कर्मचारियों के लिए एक जैसा फिटमेंट फैक्टर? जानें नया अपडेट

हमारे व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

Aadhaar से होगी त्वरित वैरिफिकेशन

EPFO की इस नई सुविधा के तहत यदि आपके Aadhaar और EPFO रिकॉर्ड में जन्मतिथि में तीन वर्षों से कम का अंतर है, तो आप केवल Aadhaar डेटा से यह बदलाव कर सकते हैं। Unified Member Portal पर लॉगिन करके Modify Basic Details सेक्शन में जाकर आधार की जानकारी भरनी होती है। एक बार जब यह विवरण Aadhaar डेटा से मेल खा जाता है, तो अपडेट रिक्वेस्ट सीधे नियोक्ता को भेज दी जाती है, जिससे प्रक्रिया तेज़ और कागज़-रहित हो जाती है।

अधिक अंतर पर डॉक्युमेंट की जरूरत

हालांकि, अगर आधार और EPFO रिकॉर्ड के बीच Date of Birth का अंतर तीन साल से ज़्यादा है, तो केवल आधार कार्ड पर्याप्त नहीं होता। इस स्थिति में सदस्य को प्रमाण के तौर पर वैकल्पिक दस्तावेज़ अपलोड करने पड़ते हैं जैसे जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, स्कूल सर्टिफिकेट, सेवा रिकॉर्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या फिर किसी सरकारी अस्पताल या सिविल सर्जन द्वारा जारी मेडिकल सर्टिफिकेट।

यह भी देखें: DA Hike से सैलरी में बंपर बढ़ोतरी! 2 महीने का एरियर भी मिलेगा, जानिए कितना बढ़ेगा महंगाई भत्ता

नियोक्ता की स्वीकृति

डेट अपडेट की प्रक्रिया सिर्फ सदस्य द्वारा पोर्टल पर जानकारी भरने से पूरी नहीं होती। यह रिक्वेस्ट सदस्य के नियोक्ता तक जाती है, जिन्हें इसे वेब पोर्टल के ज़रिए अप्रूव करना होता है। केवल नियोक्ता की डिजिटल स्वीकृति के बाद ही यह बदलाव EPFO रिकॉर्ड में स्थायी रूप से दर्ज होता है। यही कारण है कि नियोक्ता की भागीदारी इस प्रक्रिया में अहम मानी जाती है।

मोबाइल से अपडेट का अनुभव

EPFO की इस सुविधा ने लाखों कामकाजी लोगों को राहत दी है जो सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने या घंटों लाइन में खड़े होने की झंझट से परेशान थे। अब Unified Member Portal मोबाइल के जरिए भी एक्सेस किया जा सकता है। केवल कुछ क्लिक में Aadhaar-आधारित वैरिफिकेशन, दस्तावेज़ अपलोड और नियोक्ता अप्रूवल जैसी पूरी प्रक्रिया घर से ही पूरी हो जाती है, जिससे समय, ऊर्जा और यात्रा के खर्च की बचत होती है।

यह भी देखें: EPS Pension: 10 साल की नौकरी के बाद EPFO से कितनी पेंशन मिलेगी? यहां जानें पूरी डिटेल

हमारे Whatsaap चैनल से जुड़ें