नई दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा के बाद, नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में मामूली वृद्धि की सूचना आई है। भारत सरकार के श्रम ब्यूरो ने 7 जून 2024 को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह जानकारी साझा की है।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, फरवरी, मार्च और अप्रैल 2024 के लिए ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) की घोषणा की गई है। इसमें बताया गया है कि अप्रैल 2024 में CPI की वैल्यू मार्च 2024 की तुलना में केवल 0.5 पॉइंट बढ़कर 138.8 से 139.4 पर पहुंची है।
महंगाई भत्ते की गणना के लिए जारी की गई टेबल के अनुसार, अप्रैल 2024 के CPI 139.7 के आधार पर महंगाई भत्ता 52 प्रतिशत तय किया गया है। जुलाई 2024 से मिलने वाले महंगाई भत्ते की दर निर्धारित करने के लिए मई और जून 2024 के CPI की वैल्यू की आवश्यकता होगी। अगर मई और जून में CPI की वैल्यू में कोई वृद्धि नहीं होती है और यह 139.7 पर बनी रहती है, तो महंगाई भत्ते की गणना 53 प्रतिशत पर होगी।
पिछले वर्षों में महंगाई भत्ता
पिछले दो वर्षों में हर बार महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की वृद्धि होती रही है, लेकिन इस बार जुलाई 2024 से इसमें केवल 3 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है। वर्तमान में 1 जनवरी 2024 से महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत की दर से मिल रहा है, और 1 जुलाई 2024 से यह 53 प्रतिशत होने की संभावना है।
सरकारी कर्मचारियों के लिए यह सूचना निराशाजनक हो सकती है, क्योंकि महंगाई भत्ते में अपेक्षाकृत कम वृद्धि होने की संभावना है। कर्मचारियों को उम्मीद थी कि महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, लेकिन अब उन्हें 3 प्रतिशत की वृद्धि से ही संतुष्ट होना पड़ेगा।