SAIL प्रबंधन के खिलाफ एकजुट कर्मचारी बकाया एरियर और लंबित मांगों पर आखिरी धरना शुरू, प्रबंधन ने की अपील

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के सभी प्लांट्स और खदानों में कर्मचारी धरने पर हैं, बकाया भुगतान और अरियर्स की मांग को लेकर। प्रबंधन ने शांतिपूर्वक धरना देने की अपील की है।

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Written by Rohit Kumar

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एरियर और बोनस पर SAIL प्रबंधन के खिलाफ कर्मचारियों का धरना शुरू, प्रबंधन ने की अपील

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के विभिन्न प्लांट और खदानों में संयुक्त यूनियनों के बैनर तले कर्मचारियों ने बकाया एरियर और अन्य लंबित मांगों को लेकर धरना और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। SAIL प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कर्मचारियों ने बिना समझौते का भुगतान न किए जाने पर नाराजगी जताई है। कर्मचारियों के अनुसार, उनकी मांगें लंबे समय से अनसुनी की जा रही हैं, जिसके चलते उन्होंने आंदोलन करने का निर्णय लिया है।

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भिलाई स्टील प्लांट में विरोध प्रदर्शन

भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में कर्मचारियों का आंदोलन सबसे प्रमुख रूप से सामने आया है। संयुक्त यूनियन के नेतृत्व में कर्मचारी सुबह 8 बजे से 9 बजे तक मुर्चा चौक पर इकट्ठा हुए और प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इसके बाद FSNL मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। हालांकि, नारेबाजी के बाद कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर वापस लौट गए, जिससे कामकाज प्रभावित न हो।

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दोपहर तक, यूनियनों के प्रमुख नेताओं ने भाषणों के जरिए कर्मचारियों को संबोधित किया और अपनी मांगों को दोहराया। शाम 6 बजे तक श्रमिक नेता विभिन्न यूनियनों की ओर से अपने-अपने विचार रखेंगे और आंदोलन की दिशा पर चर्चा करेंगे। इस दौरान कर्मचारियों ने अनुशासन बनाए रखा और धरना शांतिपूर्ण रहा।

प्रबंधन की प्रतिक्रिया

प्रदर्शन के बीच भिलाई स्टील प्लांट के जीएम (IR) जेएन ठाकुर ने धरना स्थल पर पहुंचकर कर्मचारियों और यूनियन नेताओं से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी तरह के विवाद की स्थिति में प्रबंधन को कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा। ठाकुर ने कर्मचारियों से सड़क जाम और हिंसात्मक गतिविधियों से दूर रहने की अपील की। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शांतिपूर्वक धरना देने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कानून-व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए।

प्रमुख यूनियन नेता और उनकी भागीदारी

धरने में विभिन्न यूनियनों के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया, जिनमें सीटू (CITU) से विजय जांगड़े, जेपी त्रिवेदी, डीवीएस रेड्डी, एसपी डे, इंटक (INTUC) से वंश बहादुर सिंह, पूरण वर्मा, सीजी वर्मा, रेशम राठौर, एचएमएस (HMS) से प्रमोद कुमार मिश्र, हरिराम यादव, एक्टू (AICCTU) से बृजेंद्र तिवारी, अशोक मिरी, श्याम लाल साहू, बीएमएस (BMS) से रविशंकर सिंह, वशिष्ठ वर्मा, लोइमू से सुरेंद्र मोहंती, देवेंद्र सोनी, स्टील वर्कर्स यूनियन से टंडन दास, एटक (AITUC) से बसंत कुमार उइके, विनय मिश्र, और इस्पात श्रमिक मंच से राजेश अग्रवाल आदि शामिल थे।

इन नेताओं ने कर्मचारियों के बीच एकजुटता बनाए रखने और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि SAIL प्रबंधन को कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जल्द से जल्द समाधान के लिए सार्थक बातचीत करनी चाहिए।

विरोध की मुख्य मांगें

धरना प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने अपनी प्रमुख मांगों को जोर-शोर से उठाया। इनमें बकाया एरियर का भुगतान, वेतन समझौते का कार्यान्वयन, और अन्य लंबित सुविधाओं की मांगें शामिल थीं। कर्मचारियों का कहना है कि पिछले कई महीनों से उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया है, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाने का निर्णय लिया।

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