NPS Calculation: नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), जो पेंशन फंड रेगुलेटरी और डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के अधिनियम 2013 के तहत नियमित होता है, एक ऐसी योजना है जिसे विशेष रूप से रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है। यह योजना निवेशकों को एक सुरक्षित और विविधीकृत निवेश विकल्प प्रदान करती है जिसमें सरकारी बांड, कॉर्पोरेट डिबेंचर्स और इक्विटी में निवेश शामिल हैं।
निवेश की आयु और अवधि
NPS में निवेश की शुरुआती उम्र 18 से 70 वर्ष के बीच हो सकती है, जिससे यह योजना भारत के विविध नागरिकों के लिए उपयुक्त बनती है। निवेशकों को कम से कम 20 वर्षों तक और 60 वर्ष की उम्र तक या खाते की मैच्योरिटी तक योगदान देना होता है।
निवेश की विधि
निवेशक मासिक रूप से कम से कम ₹1000 की राशि जमा कर सकते हैं और प्रति वर्ष 10% का टॉप अप भी कर सकते हैं। 40 वर्षों की अवधि में कुल निवेश लगभग ₹53 लाख हो सकता है, जिस पर 12% के अनुमानित रिटर्न के साथ रिटायरमेंट पर ₹3.51 करोड़ का कॉर्पस बन सकता है।
पेंशन के लिए एन्युटी खरीदना
रिटायरमेंट पर, निवेशक को कुल कॉर्पस का 50% एन्युटी प्लान में निवेश करने का विकल्प होता है। इससे उन्हें मासिक पेंशन के रूप में लगभग ₹1.16 लाख प्राप्त हो सकते हैं, जो उनके वृद्धावस्था की जरूरतों को सुरक्षित करता है।
निवेश पर रिटर्न
NPS आकर्षक रिटर्न देने में सक्षम है, जो इसे अन्य पारंपरिक लॉन्ग टर्म निवेश योजनाओं से अधिक लाभप्रद बनाता है। ऐतिहासिक रूप से, NPS ने 9% से 12% के बीच का सालाना रिटर्न दिया है, और अग्रेसिव निवेश विकल्पों के साथ यह दर 14% तक बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
NPS भारतीय नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय रिटायरमेंट प्लानिंग टूल के रूप में उभरा है। इसकी व्यापक पहुँच और आकर्षक रिटर्न इसे लंबी अवधि वाली वित्तीय योजना के लिए एक बेहतर विकल्प बनाते हैं।