ESIC News: कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने देश भर में अपने अस्पतालों को आधुनिक और व्यापक सुविधाओं से लैस करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य रोगियों को बेहतर और उन्नत चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है।
आधुनिकीकरण के मुख्य पहलू
इस योजना के तहत, ESI अस्पतालों में गहन देखभाल इकाइयों के साथ ऑपरेशन थियेटर (ओटी) कॉम्प्लेक्स, बाल चिकित्सा गहन देखभाल इकाइयाँ, विविध प्रयोगशाला सेवाएँ, अत्याधुनिक इमेजिंग सेवाएँ, नवजात गहन देखभाल इकाई, पुनर्वसन क्षेत्र और केंद्रीय स्टेराइल आपूर्ति विभाग (सीएसएसडी)/थिएटर स्टेराइल सप्लाई यूनिट (टीएसएसयू) जैसी सुविधाएं शामिल की जाएंगी।
नए अस्पतालों की स्थापना
बता दें, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने लोकसभा में जानकारी दी कि ESIC ने देश में 105 नए अस्पताल स्थापित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके अतिरिक्त, ESIC ने अपनी बैठक में आयुष इकाइयों की स्थापना के लिए मानदंडों को भी मंजूरी दी है। इन इकाइयों को उन ESIC/ESIS अस्पतालों और औषधालयों में स्थापित किया जाएगा, जहां पिछले 12 महीनों में औसतन 150 से अधिक रोगी प्रतिदिन ओपीडी में आते हैं।
आयुष अस्पतालों का सह-स्थान
50 बिस्तरों वाले आयुष अस्पतालों को 500 या अधिक बिस्तरों वाले मौजूदा ESI एलोपैथिक अस्पतालों के साथ सह-स्थित किया जाएगा। इनमें से 50 बिस्तर आयुष अस्पताल के लिए निर्धारित किए जाएंगे।
स्वीकृत कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि
नए मानदंडों के अनुसार, पिछले तीन वर्षों से यदि किसी ESIC/ESIS अस्पताल में बिस्तर ऑक्यूपेंसी 70 प्रतिशत से अधिक है, तो वहां बिस्तरों की संख्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। साथ ही, राज्य ESI समितियों का गठन किया जाएगा ताकि राज्यों को चिकित्सा सेवाओं में सुधार के लिए निर्णय लेने की वित्तीय और प्रशासनिक स्वतंत्रता हो।
बजट और सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं
राज्य ESI योजनाओं के लिए परियोजना कार्यान्वयन योजना (PIP) के तहत अतिरिक्त बजट का आवंटन किया जाएगा। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) प्रत्येक वर्ष राज्य सरकारों को प्रति इंश्योर्ड पर्सन (IP) 200 रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान करता है, बशर्ते कि पिछले वित्तीय वर्ष में उनके ESIS अस्पतालों में बिस्तर उपयोगिता दर 70 प्रतिशत से अधिक रही हो।
सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं में, वर्तमान ESIC अस्पताल यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, बाल चिकित्सा सर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, रुमेटोलॉजी, और न्यूरोलॉजी जैसी विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करते हैं। जिन सेवाओं की पेशकश इन अस्पतालों में नहीं की जाती है, उन्हें बाहरी अस्पतालों के साथ साझेदारी के माध्यम से मुहैया कराया जाता है।
निष्कर्ष
ESIC की यह पहल देश में चिकित्सा सेवाओं को सुधारने और व्यापक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल रोगियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी, बल्कि चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता में भी सुधार होगा। यह योजना स्वास्थ्य क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने का वादा करती है, जो समाज के विभिन्न वर्गों को लाभान्वित करेगी।