पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर लंबे समय से चल रहे संघर्ष में कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। केंद्र सरकार ने नई पेंशन योजना (NPS) में सुधार के संकेत देते हुए अंतिम बेसिक वेतन का 50% पेंशन + महंगाई भत्ता (DA) देने की घोषणा की है।
नई पेंशन योजना का विरोध
1 जनवरी 2004 के बाद भर्ती हुए केंद्र सरकार के कर्मचारियों को नई पेंशन योजना के तहत नाममात्र की पेंशन मिलती रही है। कर्मचारी संगठनों ने लंबे समय से नई पेंशन योजना का विरोध किया और पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली की मांग की।
भाजपा ने मानी गलती
हालिया कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली हार के बाद सरकार ने कर्मचारियों की नाराजगी को स्वीकारा। हिमाचल प्रदेश में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री ने खुलकर माना कि हार का एक बड़ा कारण कर्मचारियों की नाराजगी थी।
टी.वी सोमनाथन की अध्यक्षता में कमेटी का गठन
कर्मचारी संगठनों के दबाव के बाद, केंद्र सरकार ने 23 मार्च 2023 को NPS में सुधार के लिए टी.वी सोमनाथन की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया। लगभग एक साल बाद, अब कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश करने की तैयारी कर ली है।
कमेटी की रिपोर्ट पेश
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, कमेटी ने अपनी पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली है। रिपोर्ट के आधार पर बजट में घोषणा की जाएगी। इससे पहले, 15 जुलाई 2024 को कर्मचारी यूनियन और केंद्र सरकार के बीच बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें रिपोर्ट पर चर्चा होगी।
मीटिंग के मुख्य मुद्दे
इस मीटिंग का उद्देश्य कमेटी की रिपोर्ट को कर्मचारी यूनियन के समक्ष प्रस्तुत करना और उसमें संभावित सुधारों पर चर्चा करना है।
अंतिम बेसिक का 50% पेंशन + DA
सूत्रों के हवाले से खबर है कि कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार कर्मचारियों को उनके अंतिम बेसिक वेतन का 50% पेंशन और महंगाई भत्ता मिलेगा। मान लीजिए किसी कर्मचारी का रिटायरमेंट के समय बेसिक पे 70,000 रुपए है, तो उनकी बेसिक पेंशन ₹35,000 होगी। इसके साथ महंगाई भत्ता भी जोड़ा जाएगा।
50% पेंशन का आधिकारिक ऐलान
केंद्र सरकार अभी भी पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के पक्ष में नहीं है, लेकिन नई पेंशन योजना में संशोधन करते हुए अंतिम बेसिक वेतन का 50% पेंशन देने का निर्णय लिया है। बजट से पहले इस निर्णय को कर्मचारी यूनियन के साथ साझा किया जाएगा और बजट में इसका औपचारिक ऐलान किया जाएगा।
इस खबर से लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के चेहरे पर खुशी आई है, और यह उम्मीद है कि इस कदम से उनका भविष्य सुरक्षित और आर्थिक रूप से मजबूत होगा।