वैसे तो आजकल निवेश के कई साधन हैं, लेकिन PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) को एक बेहतरीन योजना माना जाता है। यह योजना सरकारी गारंटी के साथ आती है और लंबे समय में अच्छा-खासा फंड जोड़ सकती है। साथ ही, यह तीन तरह से टैक्स भी बचाती है – पीपीएफ में निवेश, उस पर मिलने वाला ब्याज, और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि, तीनों पूरी तरह से टैक्स फ्री होते हैं।
पहले PPF के बारे में जानें
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में मिनिमम 500 रुपए से लेकर 1,50,000 रुपए तक का सालाना निवेश किया जा सकता है। मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1% के हिसाब से ब्याज मिल रहा है। यह योजना 15 साल में मैच्योर होती है। लेकिन इसे 15 साल के बाद 5-5 साल का एक्सटेंशन दिया जा सकता है।
PPF एक्सटेंशन के फायदे
अगर आप चाहते हैं कि मैच्योरिटी के बाद भी पीपीएफ का लाभ मिलता रहे, तो आप इसे 5-5 साल के ब्लॉक में एक्सटेंड कर सकते हैं। एक्सटेंशन कराने के दो विकल्प होते हैं:
- कॉन्ट्रीब्यूशन के साथ एक्सटेंशन: इसमें आप अपने खाते में नियमित रूप से निवेश करते रहते हैं और ब्याज का लाभ उठाते हैं।
- बिना निवेश किए एक्सटेंशन: इसमें आप खाते में नई रकम नहीं जोड़ते, लेकिन मौजूदा राशि पर ब्याज मिलता रहता है।
PPF एक्सटेंशन की क्या प्रक्रिया है? जानें
- एप्लिकेशन फॉर्म: एक्सटेंशन के लिए आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस में एप्लिकेशन फॉर्म जमा करना होगा। यह फॉर्म मैच्योरिटी की तारीख से 1 साल के भीतर जमा करना अनिवार्य है।
- ब्याज और टैक्स छूट: एक्सटेंशन के बाद भी आपके पीपीएफ खाते पर ब्याज और टैक्स छूट मिलती रहती है।
- निकासी की सुविधा: बिना कॉन्ट्रीब्यूशन वाले एक्सटेंशन में आप कभी भी और कितना भी पैसा निकाल सकते हैं।
5-5 साल के ब्लॉक में एक्सटेंशन
अगर आप कॉन्ट्रीब्यूशन के साथ एक्सटेंशन करवाना चाहते हैं, तो इस स्थिति में खाता 5-5 साल के ब्लॉक में एक्सटेंड किया जाता है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से कितनी भी बार एक्सटेंशन करवा सकते हैं। इसके लिए आपको निम्नलिखित नियमों का पालन करना होगा:
- फॉर्म जमा करने की समय सीमा: फॉर्म मैच्योरिटी की तारीख से 1 साल के भीतर जमा करना होता है।
- मिनिमम निवेश: हर साल कम से कम 500 रुपए का निवेश करना अनिवार्य है। यदि ऐसा नहीं करते हैं, तो खाता बंद हो जाएगा और दोबारा शुरू कराने के लिए पेनाल्टी देनी होगी।
एक्सटेंशन विकल्प | लाभ | निकासी की सुविधा |
---|---|---|
कॉन्ट्रीब्यूशन के साथ | नियमित ब्याज और टैक्स छूट | साल में एक बार 60% निकासी |
बिना निवेश किए | मौजूदा राशि पर ब्याज | कभी भी पूरी राशि निकासी |
एक्सटेंशन से जुड़े कुछ खास नियम
- नागरिकता: केवल भारत में रहने वाले नागरिक ही PPF खाते का एक्सटेंशन करा सकते हैं। यदि किसी भारतीय नागरिक ने दूसरे देश की नागरिकता ली है, तो उसे पीपीएफ खाता खोलने या एक्सटेंशन की अनुमति नहीं मिलेगी।
- फॉर्म जमा करने की समय सीमा: एक्सटेंशन के लिए फॉर्म मैच्योरिटी की तारीख से 1 साल के भीतर जमा करना अनिवार्य है।
- मिनिमम निवेश: हर साल कम से कम 500 रुपए जमा करना होगा, अन्यथा पेनाल्टी देनी होगी।
- निकासी की सीमा: एक्सटेंशन के बाद खाते से साल में सिर्फ एक बार पैसे निकाल सकते हैं, जो कि मैच्योरिटी राशि का 60% तक हो सकता है।
PPF Extension के लिए इन बातों का रखें ध्यान
PPF एक्सटेंशन के लिए समय पर फॉर्म जमा करना न भूलें, ताकि आप कॉन्ट्रीब्यूशन के साथ एक्सटेंशन का लाभ उठा सकें। साथ ही खाते को Active रखने के लिए हर साल कम से कम 500 रुपए जमा करना न भूलें। और पीपीएफ पर मिलने वाला Interest Rate समय-समय पर बदलता रहता है, इसलिए ब्याज दरों पर नजर रखें।
पीपीएफ एक बेहतरीन निवेश विकल्प है जो न सिर्फ आपकी बचत को सुरक्षित रखता है, बल्कि आपको अच्छा-खासा रिटर्न भी देता है। इसके एक्सटेंशन के विकल्प से आप लंबे समय तक इसका फायदा उठा सकते हैं।
PPF Extension Form
PPF Extension form SBI | FORM-H_(PPF EXTENTION).pdf (onlinesbi.sbi) |
PPF Extension form Post Office | ExtensionRD.pdf (indiapost.gov.in) |
PPF Extension form HDFC Bank | HDFC PPF-Extension-Form |
Bank of India PPF एक्सटेंशन फॉर्म | Bank of India FORM-H (PPF EXTENTION)) |