भारत सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) में महत्वपूर्ण सुधारों की योजना बनाई है, जिसे आगामी बजट में 23 जुलाई को पेश किया जा सकता है। इसमें केंद्र सरकार के कर्मचारियों को उनकी आखिरी सैलरी का 50% पेंशन के रूप में मिलने की संभावना जताई गई है, जो उन्हें अधिक आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगा।
NPS का उद्देश्य और प्रबंधन
NPS एक वॉलंटरी, बाजार-आधारित रिटायरमेंट सेविंग्स स्कीम है, जो भारतीय नागरिकों को उनके वृद्धावस्था के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करती है। यह योजना पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा नियंत्रित की जाती है, जो सुनिश्चित करता है कि निवेश सुरक्षित और विनियमित तरीके से हो। यह योजना लोगों को उनकी नौकरी के दौरान नियमित अंतराल पर पेंशन खाते में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है और सेवानिवृत्ति के बाद सुरक्षा के रूप में पेंशन का लाभ देती है।
सुधारों की अपेक्षाएं
यदि बजट में यह घोषणा की जाती है, तो यह कर्मचारियों को गारंटीड रिटर्न प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। ऐसा करने से यह उन कर्मचारियों के लिए एक मजबूत समर्थन सिस्टम प्रदान करेगा, जिन्होंने अपनी सेवा शर्तों के दौरान इस योजना में योगदान दिया है।
NPS खाता खोलने की प्रक्रिया
जिन लोगों का अभी तक NPS में नामांकन नहीं हुआ है, वे ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से खाता खोल सकते हैं।
ऑनलाइन NPS अकाउंट कैसे खोलें?
ऑनलाइन नामांकन के लिए, व्यक्तियों को CRA की वेबसाइट पर जाना होगा और सरल स्टेप्स का पालन करना होगा, जिसमें मोबाइल नंबर, पैन और ईमेल आईडी दर्ज करना, और ओटीपी के माध्यम से वेरिफिकेशन करना शामिल है। जिसके बाद आपको PRAN नंबर मोबाइल और ईमेल पर मिल जाएगा, इस तरह आपका खुल जाता है, जिसमे आप निवेश शुरू कर सकते हैं।
ऑफलाइन अकाउंट कैसे खोलें?
ऑफलाइन खाता खोलने के लिए, आप नजदीकी प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस (PoP) पर जाना होगा। ये बैंक, पोस्ट ऑफिस और सरकारी दफ्तर हो सकते हैं, जहां पीओपी की सहायता से आप खाता खोल सकते हैं।