UPS Calculation: केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को पेंशन संबंधी चिंताओं से राहत देने के लिए एक नई योजना, यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS), की शुरुआत की है। यह योजना वर्तमान में लागू नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के विकल्प के रूप में पेश की गई है, ताकि कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद निश्चित पेंशन का लाभ मिल सके।
UPS खासकर उन कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है, जिनकी सेवा अवधि 25 साल से कम है, क्योंकि इस योजना के तहत उन्हें भी पेंशन प्राप्त करने का अधिकार होगा।
UPS और NPS मे अंतर
UPS की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें कर्मचारियों को पेंशन की निश्चितता दी जाती है, जबकि NPS बाजार आधारित रिटर्न पर निर्भर करता है। UPS के तहत कर्मचारियों को उनके अंतिम 12 महीनों के औसत मूल वेतन का 50% पेंशन के रूप में दिया जाएगा, बशर्ते कि उनकी सेवा अवधि कम से कम 25 साल हो। दूसरी ओर, NPS के तहत पेंशन की राशि शेयर बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर होती है, जो अस्थिर हो सकती है।
UPS के तहत कर्मचारियों को अपने वेतन का 10% योगदान देना होता है, जबकि सरकार 18.5% का योगदान करती है। यह योगदान पेंशन राशि के निर्माण में मदद करता है और सरकारी कर्मचारियों को एक स्थिर आय का भरोसा दिलाता है।
25 साल से कम नौकरी पर मिलेगा पेंशन?
UPS के तहत, यदि कोई कर्मचारी 10 से 25 साल के बीच की सेवा करता है, तो उसकी पेंशन आनुपातिक रूप से उसकी सेवा अवधि के आधार पर निर्धारित की जाएगी। इस योजना के तहत, 10 साल से अधिक और 25 साल से कम की सेवा करने वाले कर्मचारियों को न्यूनतम 10,000 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाएगी। इससे उन कर्मचारियों को लाभ होगा, जो लंबे समय तक सेवा नहीं कर पाए लेकिन फिर भी एक स्थिर पेंशन चाहते हैं।
UPS की विशेषताएं
- पेंशन राशि: अंतिम 12 महीनों के औसत मूल वेतन का 50%।
- न्यूनतम अर्हक सेवा: पूरी पेंशन प्राप्त करने के लिए 25 साल की सेवा अनिवार्य है।
- 10 से 25 साल की सेवा: पेंशन की गणना सेवा अवधि के आधार पर आनुपातिक रूप से की जाएगी।
- परिवारिक पेंशन: कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसकी पेंशन का 60% परिवार को दिया जाएगा।
- ग्रेच्युटी: सेवानिवृत्ति पर ग्रेच्युटी के अतिरिक्त एकमुश्त भुगतान भी मिलेगा।
- महंगाई राहत: पेंशन, पारिवारिक पेंशन और न्यूनतम पेंशन पर महंगाई राहत भी लागू होगी।
कैसे दी जाएगी UPS के तहत पेंशन?
UPS में एक महत्वपूर्ण प्रावधान यह है कि कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को पेंशन का लाभ मिलता है। कर्मचारी की मृत्यु से ठीक पहले उसकी पेंशन का 60% परिवार को पारिवारिक पेंशन के रूप में दिया जाएगा। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी की पेंशन 30,000 रुपये थी, तो उसके परिवार को 18,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे। इस पेंशन में महंगाई राहत भी शामिल होगी।