OROP Update: पेंशनधारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। OROP (One Rank One Pension) के तहत अब पेंशनधारकों को हर साल 1.5% की वृद्धि मिलेगी। यह निर्णय भारतीय रक्षा पेंशनधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो लंबे समय से अपने पेंशन में स्थिरता और वृद्धि की मांग कर रहे थे।
5 साल के झंझट का अंत
पहले, OROP के तहत पेंशनधारकों को हर पांच साल में एक बार पेंशन में वृद्धि मिलती थी। इसके कारण पेंशनधारकों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता था और पेंशन राशि में अचानक से बड़ा अंतर देखने को मिलता था। यह न केवल पेंशनधारकों के लिए असुविधाजनक था, बल्कि इसके कारण कई प्रशासनिक समस्याएँ भी उत्पन्न होती थीं।
अब, हर साल 1.5% की वृद्धि होने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी और पेंशनधारक हर साल अपने पेंशन में होने वाली वृद्धि का लाभ उठा सकेंगे।
भेदभाव होगा खत्म
इस नई व्यवस्था के तहत पेंशनधारकों के बीच भेदभाव की समस्याओं का भी समाधान किया गया है। पहले, OROP लागू होने के बावजूद, अलग-अलग रैंक और सेवा काल के सैनिकों के पेंशन में असमानता बनी रहती थी। लेकिन अब, 1.5% वार्षिक वृद्धि से सभी पेंशनधारक समान लाभ प्राप्त कर सकेंगे, जिससे भेदभाव की समस्या को प्रभावी ढंग से समाप्त किया जा सकेगा।
सरकार का दृष्टिकोण
सरकार का मानना है कि यह नया प्रावधान पेंशनधारकों की वित्तीय सुरक्षा को और अधिक मजबूत करेगा। रक्षा मंत्री ने इस फैसले पर कहा कि, “हमारे सैनिक देश की सेवा करते हैं, और यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी वित्तीय सुरक्षा का ध्यान रखें। OROP के तहत हर साल पेंशन में 1.5% की वृद्धि एक सकारात्मक कदम है जो पेंशनधारकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।”
पेंशनधारकों की प्रतिक्रिया
इस निर्णय का स्वागत करते हुए, पेंशनधारकों और उनके संगठनों ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया है। उनका कहना है कि इस नई व्यवस्था से उन्हें अपने भविष्य के लिए अधिक स्थिरता मिलेगी और उनकी पेंशन में निरंतर वृद्धि का लाभ मिलेगा।
निष्कर्ष
OROP के तहत हर साल 1.5% की पेंशन वृद्धि पेंशनधारकों के लिए एक बड़ा सुधार है। यह न केवल उन्हें वित्तीय स्थिरता प्रदान करेगा, बल्कि पेंशन में असमानता और भेदभाव की समस्याओं को भी समाप्त करेगा। सरकार का यह कदम निस्संदेह पेंशनधारकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।