
EPF यानी Employees’ Provident Fund योजना में शामिल कर्मचारियों के लिए 58 वर्ष की आयु एक महत्वपूर्ण पड़ाव होती है। इस उम्र के बाद उन्हें EPS-95 (Employees’ Pension Scheme 1995) के तहत मासिक पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है। यह पेंशन उस कर्मचारी की सेवा अवधि और अंतिम 5 वर्षों के औसत वेतन के आधार पर तय होती है। यहां यह जानना जरूरी है कि EPF और EPS अलग-अलग योजनाएं हैं—EPF रिटायरमेंट के लिए सेविंग्स होती है जबकि EPS पेंशन प्रदान करती है।
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मासिक पेंशन की गणना कैसे होती है?
EPS के तहत मिलने वाली मासिक पेंशन की गणना एक तय फॉर्मूले से की जाती है:
(पेंशन योग्य वेतन × सेवा की अवधि) ÷ 70
इसमें पेंशन योग्य वेतन अधिकतम ₹15,000 प्रति माह तक सीमित होता है, जब तक कि आपने “उच्च पेंशन” का विकल्प न चुना हो। यदि आपने 20 वर्षों से अधिक सेवा की है, तो आपको अतिरिक्त 2 वर्ष की सेवा जोड़ी जाती है जो आपकी पेंशन बढ़ा सकती है।
कितनी पेंशन मिलती है?
अगर आपकी सेवा 10 वर्ष की रही है और आपका औसत वेतन ₹15,000 है, तो आपको लगभग ₹2,143 प्रति माह पेंशन मिलेगी। 20 वर्षों की सेवा पर यह ₹4,286 हो सकती है, और यदि आपकी सेवा 30 वर्ष या उससे अधिक की रही है, तो पेंशन ₹6,428 से ₹7,500 तक पहुंच सकती है। जिन कर्मचारियों ने उच्च पेंशन का विकल्प लिया है और जिनका वेतन ₹30,000 के आसपास है, उन्हें ₹8,500 से ₹9,000 तक की पेंशन मिल सकती है।
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पेंशन के लिए पात्रता क्या है?
EPS-95 स्कीम के तहत पेंशन पाने के लिए कर्मचारी की आयु कम से कम 58 वर्ष होनी चाहिए और उसकी सेवा अवधि कम से कम 10 वर्ष की होनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति 50 वर्ष की उम्र के बाद लेकिन 58 से पहले पेंशन लेना चाहता है, तो हर वर्ष के लिए 4% की कटौती कर दी जाती है। यानी 58 वर्ष तक इंतजार करने पर पूरी पेंशन राशि मिलती है।
उच्च पेंशन का विकल्प और नया बदलाव
EPFO ने हाल ही में उच्च पेंशन (Higher Pension Option) का एक नया विकल्प दिया है, जिसमें कर्मचारी अपने वास्तविक वेतन के आधार पर EPS योगदान दे सकते हैं, ₹15,000 की सीमा से ऊपर। इससे उन्हें रिटायरमेंट के बाद अधिक पेंशन मिलती है, लेकिन इसके लिए कुछ अतिरिक्त अंशदान और समयबद्ध आवेदन की आवश्यकता होती है। यह विकल्प उन कर्मचारियों के लिए उपयोगी है, जिनकी वेतन श्रेणी अधिक है और जो पेंशन को अपनी आय का मुख्य स्रोत मानते हैं।
पेंशन में बढ़ोतरी की उम्मीदें
हाल के वर्षों में EPS पेंशन की अधिकतम राशि ₹7,500 प्रति माह तक सीमित रही है, जिसे कई कर्मचारी अपर्याप्त मानते हैं। रिटायर्ड कर्मचारियों और यूनियनों की ओर से लंबे समय से यह मांग की जाती रही है कि EPS-95 पेंशन को ₹9,000 या उससे अधिक किया जाए। सरकार और EPFO इस मांग पर विचार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस घोषणा नहीं हुई है।
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