78 लाख पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी, बजट के बाद मिला बड़ा तोहफा सभी EPS-95 पेंशनभोगी ध्यान दे

EPFO ने पेंशन भोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) और फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक (FAT) शुरू की है, जिससे वे घर बैठे ही स्मार्टफोन से अपने जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। यह प्रक्रिया आसान और सस्ती हो गई है, जिससे 78 लाख पेंशन भोगियों को लाभ हुआ है।

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Written by Rohit Kumar

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78 लाख पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी, बजट के बाद मिला बड़ा तोहफा सभी EPS-95 पेंशनभोगी ध्यान दे

नई दिल्ली, 26 जुलाई 2024: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में 78 लाख से अधिक पेंशन भोगियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। इन्हें पेंशन पाते रहने के लिए हर साल जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan Patra) जमा करना अनिवार्य है। पहले इन्हें भौतिक जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए बैंकों में जाना पड़ता था, जिससे कई तरह की परेशानियां होती थीं। लेकिन अब पेंशन धारकों की इस परेशानी को दूर कर दिया गया है।

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डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) का उपयोग

EPFO ने 2015 में अपने पेंशन भोगियों का जीवन आसान बनाने के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) को अपनाया। इसके साथ ही, EPFO अब बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के आधार पर DLC स्वीकार करता है। बायोमेट्रिक आधारित DLC जमा करने के लिए पेंशन भोगी को किसी भी बैंक, डाकघर, कॉमन सर्विस सेंटर, या EPFO कार्यालय की शाखा में जाना होता है, जहां फिंगरप्रिंट और आईरिस कैप्चर डिवाइस उपलब्ध हैं।

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फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का उपयोग

बुजुर्ग पेंशन भोगियों को बैंक या डाकघर जाने में होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए MIT और UIDAI ने फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक (FAT) विकसित की है। जुलाई 2022 में EPFO ने इस तकनीक को अपनाया, जिससे पेंशन भोगियों द्वारा अपने घर से ही DLC जमा करने की एक नई प्रक्रिया शुरू हुई। अब पेंशन भोगी किसी भी एंड्रॉइड आधारित स्मार्टफोन का उपयोग कर चेहरे के स्कैन के माध्यम से अपने जीवन प्रमाण पत्र को सत्यापित कर सकते हैं।

फेस ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया

फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से पेंशन भोगी की पहचान उनके घर बैठे ही स्मार्टफोन कैमरे का उपयोग करके चेहरे के स्कैन द्वारा की जा सकती है। यह प्रमाणीकरण UIDAI के फेस रिकग्निशन ऐप का उपयोग करके आधार डेटाबेस से किया जाता है। EPFO के अनुसार, 2022-23 में 2.1 लाख पेंशन भोगियों ने फेशियल ऑथेंटिकेशन तकनीक का उपयोग किया, जो 2023-24 में बढ़कर 6.6 लाख हो गया है। यह तकनीक के उपयोग में साल दर साल 200% की वृद्धि को दर्शाता है।

आवश्यक एप्लीकेशन

चेहरे से पहचान की पद्धति के उपयोग के लिए पेंशन भोगियों को अपने स्मार्टफोन में दो एप्लीकेशन – आधार फेस आरडी और जीवन प्रमाण मोबाइल – को प्ले स्टोर से इंस्टॉल करना होता है। इन एप्लीकेशन के लिए ऑपरेटर का प्रमाणीकरण आधार से जुड़े मोबाइल नंबरों के माध्यम से किया जाता है। सफल फेस स्कैन के बाद जीवन प्रमाण आईडी और PPO नंबर के साथ मोबाइल स्क्रीन पर DLC सबमिशन की पुष्टि हो जाती है।

EPFO ने जुलाई 2022 में अपने सॉफ्टवेयर में इस नए और सुविधाजनक तकनीक को जोड़ा, जिससे पेंशन भोगियों का जीवन आसान हो गया है। इस सुविधा से पेंशन भोगियों को अब बैंक या डाकघर जाने की आवश्यकता नहीं होती और वे घर बैठे ही अपने जीवन प्रमाण पत्र को जमा कर सकते हैं। इस तकनीक के उपयोग से EPFO को विश्वास है कि अधिक से अधिक पेंशन भोगियों का जीवन सरल और सुविधाजनक होगा।

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37 thoughts on “78 लाख पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी, बजट के बाद मिला बड़ा तोहफा सभी EPS-95 पेंशनभोगी ध्यान दे”

    • जितनी पेंशन अभी मिल रही है यह तो हमारी जमा पूंजी का ब्याज भी नही है बैंक ब्याज की गड़ना के अनुसार हमारी जमा पूंजी के ब्याज को ही पेंशन केरूप दे रहे हैं जो की बहुत गलत है

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  1. क्या किसी ईपीएस 95 पेंशन भोगीयों के पेन्शन मे पिछले 70 साल से मात्र 1/-रू की की है!
    पिछले 10 साल से पेन्शन वृद्धी के मांग के लिये ये बुढे बुजुर्ग धरने पे बैठे है ओ किसी को नही दिखता,और DLC जमा करने करने की खुष खबरी उनको दे रहे हो जो पेन्शन वृद्धी की राह देखते देखते दम तोड गये!

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  2. सरकार को सरम आनी चाहिए EPF पेंशनर्स कब से बाट देख रहे है मिनिमम 1000रुपए में Aaj किसका गुजआरा हो रहा हैं बुजुर्गों की बददुआ जरूर लगेंगी मोदी जी को आने वाले इलेक्शन में इसका रिजल्ट दिखाई देगा

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  3. सरकार और EPFO 95 वाले जिम्मेदार अफसरों से हमारी विनती है कि जो कुछ EPFO पेन्शन भोगियों को जीने लायक भी पेन्सन नहीं दे पा रहे हैं तो ये राशि भी देना बंद कर दें।किसी से कहने में भी शर्म आती है कि हमें पेंशन मिलती है।
    सितम्बर2014 से ₹1250/-हर महीने काटने के बाद भी कोई बढ़ोतरी नहीं हुई।
    जीवन भर हमसे जी तोड़ मेहनत कराए और अब न्यूनतम मांग भी पूरी नहीं कर रहे हैं।
    हमारा अनुरोध है कि कम से कम ₹7500/-हरेक EPFO सदस्यों को दें ताकि बची खुची जिंदगी हम जी सकें।

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    • Govt को सोचना चाहिए,, एक व्यक्ति पत्नी सहित के लिए खाना पीना दवा 1000/रूपया 1 दिन का खर्च है।।।काम से कम सीनियर सिटीजन को राशन फ्री मिलना चाहिए। पूरी सर्विस के समय में हम टैक्स देते है। लेकिन बुढ़ापा सुरक्षित नहीं, अफसोस है, ऐसी सरकार पर।

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  4. प्रकाश जावडेकर यांनी सन 2014 मध्ये एन डी ए सरकार आल्यास नव्वद दिवसात पेन्शन वाढवून देण्याचे आश्वासन दिले होते मोदी सरकारने दहा वर्ष झाले तरी त्यांना पेन्शन वाढवून देण्याबाबद चालढकल करीत आहेत मोदीनी सांगावे की दोन अडीच हजार रुपयामध्ये नवरा बायकोने घर चालवण्यासाठी कसे पुरावयाचे व औषध पाणी करने करावे ते एकदा जाहीर सांगावे आम्ही तीस पस्तीस वर्ष नौकरी करून दोन अडीच हजार रु मग खासदार पाच वर्षात पन्नास हजार रुपये करने ते जाहीर करावे

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  5. ई पी एफ 95 पेंशन को लेकर रिटायर्ड ई पी एफ पेंशनर्स बहुत बहुत दुखी हैं भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद सभी पेंशनर्स को यह उम्मीद थी कि उनकी पेंशन बढ़ोतरी कीइ मांग सरकार द्वारा मान ली जायेगी परन्तु सरकार ने कुछ भी नहीं किया
    आज़ ई पी एफ पेंशनर्स इतनी मंहगाई में इतनी कम पेंशन में कैसे जीवित। है विडंबना यह है कि एक मजदूर भी 15000-20000 रु मासिक कमाता है।
    ईपीएफ पेंशनर्स इस ढलती उम्र में कैसे जीवित है
    इससे तो अच्छा है सरकार उन्हें पेंशन न देकर अपनी 3000-/मासिक की सरकारी योजना में शामिल कर ले
    पता नहीं क्यों भारतीय जनता पार्टी ईपीएफ पेंशनर्स से किस बात पर नाराज़ हैं।
    मजदूर गरीब वर्ग को करोड़ों रुपए की योजनाएं चलाकर लाभ पहुंचा रही है। परन्तु इन पेंशनर्स को देने पैसा नहीं है।

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    • पेंशन का बहुत बुरा हाल है,पहले कांग्रेस ने मारा,फिर मोदी जी आए उन्होंने कुछ ठीक किया पर वो भी अब चुप हैं हम लोग जाए तो कहा जाए,इस उमर में यही एक सहर होता है वो भी अब लगता है डूब रहा है।कही भी कोई सुनवाई नहीं है सरकार सिर्फ सरकारी नौकरी वालो पर मेहरबान हो ,हमारा योगदान की तो कोई भी गिनती नहीं है।

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  6. घर बैठे जीवन प्रमाणपत्र कि आवश्यकता नही है यह बहुत बड़ी उपलब्धि नही दे दी पेंशनरो को सम्मान जनक पेंशन कि आवश्यकता है सरकार को उसपर ध्यान देना चाहिए जिवन प्रमाणपत्र तो वह जिन्दा है तो कैसे भी प्रस्तुत कर ही देगा। ।
    सरकार के पास पेंशनरो का फण्ड जमा है उसका ब्याज भी पेंशन के रुप में नही दे रहे है । लाड़ली बहना को देने के लिए सरकार के पास फण्ड है जबकि उनका तो कोई भी फण्ड सरकार के पास नही है ।
    जय हो

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  7. गरीब कितने गरीब हैं, क्या ई पी एफ पेंशन धारकों से भी? उन के लिए 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा फ्री, जो महीने का लगभग 42 हज़ार रुपए बनता है और हमें पेंशन के नाम पर 1 हज़ार महीना (। दिन के 33 रुपये जब कि एक नितान्त अशिक्षित व्यक्ति भी प्रतिदिन 6-7 सौ रुपये पा लेता है। फिर हम ने तो उच्च पदों पर दशकों सेवा प्रदान की है)। इस से ज़्यादा अन्याय और humility क्या हो सकती है। अनुरोध है कि हमारे मरने की प्रतीक्षा न करे सरकार, न्याय करे। justice delayed is justice denied.

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  8. Niradhar pention bhi 1200 rs milta hai Kutch yogdan diye Bina aur eps 95 Wale har mahine 1250 vo bhi 25 sal jama karke minimum pention 1000 pa rahe hai ye kaisi vidambna hai …aur ye nalayak sarkar supreme court me case har Jane ke bad bhi babaji ka thullu sab ko dikha rahi hai.har netaji apne karyakal me karodo ki katki khakar 1 lacs se 1.5 lacs ka pention vo bhi 5 sal ki avdhi hi pa rahe hai…ye kaisi lutfat ho rahi hai samaz me bhi nahi aa raha hai

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