कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के तहत आने वाले लाखों कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आ सकती है। जल्द ही कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में ऐसे बदलाव की तैयारी की जा रही है जिससे कर्मचारियों की पेंशन में एक बार में 333% तक की वृद्धि संभव हो सकती है। इस प्रस्तावित बदलाव का उद्देश्य कर्मचारियों की पेंशन को उनकी अंतिम सैलरी के आधार पर पुनः गणना करना है, जिससे उन्हें अधिक लाभ मिल सके।
वर्तमान वेतन सीमा और पेंशन गणना
वर्तमान में, कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत पेंशन की गणना अधिकतम 15,000 रुपये के वेतन पर की जाती है। इसका मतलब यह है कि यदि किसी कर्मचारी की सैलरी 15,000 रुपये से अधिक है, तब भी उसकी पेंशन की गणना 15,000 रुपये के आधार पर ही की जाएगी। इस व्यवस्था के कारण कई कर्मचारियों को उनकी वास्तविक सैलरी के अनुपात में पेंशन नहीं मिल पाती।
पेंशन गणना में सुधार की संभावना
सूत्रों के अनुसार, EPFO जल्द ही इस वेतन सीमा को समाप्त करने पर विचार कर रहा है। यदि यह प्रस्ताव लागू होता है, तो कर्मचारियों की पेंशन की गणना उनकी अंतिम या उच्चतम सैलरी के आधार पर की जा सकेगी। इससे न केवल उनकी पेंशन में वृद्धि होगी, बल्कि यह बदलाव उनके भविष्य को भी सुरक्षित बनाएगा।
कैसे होगी पेंशन की गणना?
मौजूदा नियमों के अनुसार, यदि कोई कर्मचारी 14 साल की सेवा पूरी करता है और उसकी बेसिक सैलरी 20,000 रुपये है, तो उसकी पेंशन की गणना 15,000 रुपये के वेतन के आधार पर की जाती है। इससे उसे केवल 3,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है।
हालांकि, यदि यह नया प्रस्ताव लागू होता है और सुप्रीम कोर्ट कर्मचारियों के पक्ष में फैसला देता है, तो वही कर्मचारी 20,000 रुपये के आधार पर पेंशन की गणना के अनुसार 4,000 रुपये मासिक पेंशन प्राप्त कर सकता है। इसी प्रकार, जिन कर्मचारियों की सैलरी और सेवा अवधि अधिक है, उनकी पेंशन में भी 333% तक की वृद्धि संभव हो सकती है।
उदाहरण से समझें नए नियम का प्रभाव
माना कि किसी कर्मचारी ने 33 साल तक सेवा की है और उसकी अंतिम बेसिक सैलरी 50,000 रुपये थी। मौजूदा नियमों के तहत, उसकी पेंशन की गणना 15,000 रुपये के आधार पर की जाएगी, जिससे उसे 7,500 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। लेकिन अगर पेंशन की गणना उसकी अंतिम सैलरी के आधार पर की जाती है, तो उसे 25,000 रुपये मासिक पेंशन मिल सकती है। यह वृद्धि 333% तक हो सकती है।
कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत
इस संभावित बदलाव से कर्मचारियों को पेंशन योजना के तहत बेहतर वित्तीय सुरक्षा मिलेगी। EPFO के नियमों के अनुसार, यदि कोई कर्मचारी 20 साल या उससे अधिक समय तक नौकरी करता है और EPF में योगदान देता है, तो उसकी सेवा अवधि में दो साल का अतिरिक्त लाभ मिलता है। इस प्रकार, उसकी पेंशन की गणना 35 साल की सेवा के आधार पर की जाती है।
निष्कर्ष
अगर यह प्रस्तावित बदलाव लागू होता है, तो यह कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत आने वाले लाखों कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत होगी। उनकी पेंशन में एक साथ 333% तक की वृद्धि संभव है, जिससे उनके सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन को बेहतर वित्तीय सुरक्षा मिलेगी। यह कदम निश्चित रूप से कर्मचारियों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Small Utuber cheat eps people last 10year’s
So please don’t care about it
Jo log ne 60 saal ki nukari kari unko pansion or DA diya jaye sir jog log 2014 m retirement huye h sir uttrakhand govt se sir unko diya jaye sir.
Pension amount though not matching with the consumer index, should be better and acceptable. Otherwise EPF 95 scheme should be demolished and pensioners should be given back the amount with EPFO.
Sarkarko loksabha election Maharashtra, UP kaia zatka lags ab vidhansabha Maharashtra me 40to50 par ayega. Dnyanoba Raner
Very good afternoon my dear Respected Sir. God bless you always in your life on your every movement.
**I am a retired employees of Hindustan petroleum corp ltd,in 31 Jan 2014.
Is I am instilled. New pension scheme, (higher pension)
Sorry for disturbing you my dear Respected Sir.
With Regards