EPFO Alert: आज के समय हर नौकरीपेशा व्यक्ति के वेतन का एक हिस्सा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के खाते में जमा होता है। इसे आमतौर पर पीएफ (Provident Fund) के नाम से जाना जाता है। यह खाता नौकरीपेशा व्यक्तियों की एक महत्वपूर्ण बचत योजना है, जिसका उपयोग इमरजेंसी स्थिति में किया जा सकता है। चाहे बच्चों की पढ़ाई और शादी का खर्च हो या मेडिकल इमरजेंसी, पीएफ खाता हर स्थिति में सहायक होता है।
अगर पीएफ खाताधारक की 60 वर्ष की आयु से पहले मृत्यु हो जाती है, तो इस खाते में जमा राशि उसके परिवार या नॉमिनी को प्रदान की जाती है। हालांकि, बढ़ते डिजिटाइजेशन (Digitalisation) के साथ साइबर अपराधियों की नजर अब इन खातों पर भी है।
साइबर अपराधी बना रहे खाताधारकों को निशाना
डिजिटलीकरण के इस युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ा है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने खाताधारकों को इन खतरों से सावधान रहने की सलाह दी है। संगठन ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से चेतावनी दी है कि EPFO कभी भी अपने सदस्यों से व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार कार्ड (Aadhaar Card), पैन कार्ड (PAN Card), यूएएन (UAN), बैंक अकाउंट डिटेल्स या ओटीपी (OTP) की मांग नहीं करता।
साथ ही EPFO ने यह भी स्पष्ट किया कि संगठन कभी भी व्हाट्सएप (WhatsApp) या सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से किसी प्रकार का पैसा जमा करने के लिए नहीं कहता। यदि कोई आपसे EPFO की आड़ में व्यक्तिगत जानकारी मांगता है, तो यह साइबर अपराध का संकेत हो सकता है।
खुद को साइबर अपराध से सुरक्षित कैसे रखें?
EPFO खाताधारकों को सतर्क रहने और अपने खातों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। नीचे बताए गए उपाय अपनाकर आप साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बच सकते हैं:
- सतर्कता रखें: अगर किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है, तो तुरंत EPFO की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
- निजी जानकारी साझा न करें: EPFO कभी भी फोन कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया के माध्यम से निजी जानकारी नहीं मांगता। पैन कार्ड, UAN, पासवर्ड आदि किसी से साझा न करें।
- सोशल मीडिया पर सतर्कता: सोशल मीडिया पर अपनी बैंकिंग और व्यक्तिगत जानकारी को साझा करने से बचें।
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें: किसी संदिग्ध लिंक या ईमेल पर क्लिक करने से बचें, जो EPFO के नाम का दावा करता हो।