Pension Commutation: पेंशन की बिक्री में फायदा या नुकसान, जानें

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए पेंशन का कंप्यूटेशन एक ऑप्शनल प्रक्रिया है जिसमें बेसिक पेंशन का 40% अग्रिम भुगतान प्राप्त किया जा सकता है। यह तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। कंप्यूटेशन का लाभ व्यक्तिगत आवश्यकताओं और परिस्थितियों पर निर्भर करता है।

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Written by Rohit Kumar

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Pension Commutation: पेंशन की बिक्री में फायदा या नुकसान, जानें

Pension Commutation या पेंशन की बिक्री को लेकर काफी सारे प्रश्न उठते है की क्या पेंशन को बेचना फायदेमंद है या इसके कोई नुकसान होता है। इसलिए, आज हम विस्तार से जानेंगे कि पेंशन का कंप्यूटेशन कराना लाभदायक है या नहीं।

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क्या है पेंशन का कंप्यूटेशन?

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए, CCS Computation of Pension Rules 1981 के आधार पर, अपनी बेसिक पेंशन के 40% तक के अमाउंट को कम म्यूट कराने का विकल्प है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑप्शनल है और कर्मचारी की इच्छा पर निर्भर करती है।

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कंप्यूटेशन का लाभ

पेंशन का कंप्यूटेशन कराना उन सरकारी कर्मचारियों के लिए लाभदायक हो सकता है जिन्हें रिटायरमेंट के समय बड़े अमाउंट की आवश्यकता हो, जैसे मकान खरीदना, बच्चों की शादी या अन्य महत्वपूर्ण खर्चे। कंप्यूटेशन के माध्यम से कर्मचारी अपनी पेंशन के एक हिस्से का अग्रिम भुगतान प्राप्त कर सकता है, जो तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद कर सकता है।

कंप्यूटेशन की गणना कैसे करें?

कंप्यूटेशन की गणना के लिए, सबसे पहले बेसिक पेंशन के 40% को निकाला जाता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी की बेसिक पेंशन ₹35,000 है, तो कंप्यूटेड पोर्शन ₹14,000 होगा। यह अमाउंट 15 साल की अवधि के लिए कम म्यूट होता है, जिसके बाद रिटायरमेंट के समय की आयु के आधार पर कंप्यूटेशन फैक्टर से इसे गुणा किया जाता है।

उदाहरण के माध्यम से समझें

मान लीजिए, किसी कर्मचारी की रिटायरमेंट के समय बेसिक पेंशन ₹35,000 है और वह 60 साल की उम्र में रिटायर हो रहा है। 40% कंप्यूटेड पोर्शन ₹14,000 होगा और कंप्यूटेशन फैक्टर 8.194 होगा। तो, कर्मचारी को ₹14,000 x 12 x 8.194 = ₹13,76,500 अग्रिम भुगतान के रूप में मिलेगा।

क्या कंप्यूटेशन लाभदायक है?

कंप्यूटेशन का लाभदायक होना इस बात पर निर्भर करता है कि क्या कर्मचारी को तत्काल बड़े अमाउंट की आवश्यकता है या नहीं। यदि नहीं, तो कंप्यूटेशन के अमाउंट को उच्च ब्याज दर वाले FD अकाउंट में निवेश करने से 15 साल बाद अधिक धनराशि प्राप्त हो सकती है। इसके विपरीत, यदि कर्मचारी को तत्काल पैसे की आवश्यकता है, तो कंप्यूटेशन एक सही विकल्प हो सकता है।

कंप्यूटेशन कराना या नहीं कराना, यह पूरी तरह से व्यक्तिगत आवश्यकताओं और परिस्थितियों पर निर्भर करता है। यदि कोई तत्काल आवश्यकता नहीं है, तो इस अमाउंट को निवेश कर उच्च रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।

आशा है कि यह जानकारी आपकी शंकाओं को दूर करने में सहायक होगी।

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