
EPF Withdrawal होम लोन चुकाने के लिए एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है,लेकिन इसका निर्णय सोच -समझकर लेना चाहिए। जब कोई नौकरी करने वाला व्यक्ति होम लोन लेता है,तो उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है,EMI के बोझ को कम करने की ऐसे में कई लोग EPF (Employees’ Provident Fund) में जमा रकम से लोन प्री-पेमेंट का विकल्प का पूरा डिटेल्स।
ब्याज दर के अंतर को समझना जरूरी
EPF को देश की सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीमों मे शुरू किया जाता है। वर्तमान में EPF पर 8.25 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है। वहीं, अधिकतर बैंक 8.5 से लेकर 10 फीसदी तक की दर पर होम लोन ऑफर कर रहे है। यदि आपका होम लोन 9 फीसदी या उससे अधिक ब्याज दर पर चल रहा है, तो EPF से प्री-पेमेंट करने में आपको आर्थिक लाभ हो सकता है। इस हालात में EPF से पैसा निकालकर लोन की किस्तें जल्दी चुकाने पर ब्याज के रूप में आप बड़ी रकम बचा सकते हैं।
EPF से पैसा निकालना कितना आसान?
EPF Withdrawal की प्रक्रिया अब पहले से कहीं अधिक आसान हो गई है। EPFO के ई-सेवा पोर्टल के माध्यम से आप ऑनलाइन फॉर्म 31 भरकर क्लेम कर सकते हैं। इसके लिए UAN और पासवर्ड की जरूरत होती है। लॉगिन करने के बाद ‘Online Services’ सेक्शन में जाकर आप अपने बैंक डिटेल्स वेरीफाई कर क्लेम सबमिट कर सकते हैं। हालांकि ध्यान रहे कि यह विकल्प सिर्फ तभी उपलब्ध होता है जब आपकी नौकरी की अवधि कम से कम 10 साल की हो।
करियर और उम्र का भी रखें ध्यान
यदि आप अपने करियर के शुरुआती दौर में हैं और आपकी उम्र कम है, तो EPF से पैसा निकालना भविष्य में आपकी रिटायरमेंट की योजना को ज्यादा प्रभावित नहीं करेगा। इस स्थिति में, आपके पास दोबारा EPF फंड जमा करने के लिए पर्याप्त समय होता है। लेकिन यदि आपकी उम्र 40 या उससे अधिक है और रिटायरमेंट की योजना पास में है, तो EPF से पैसा निकालना सही नहीं होगा। ऐसा करने से आपके बुढ़ापे की आर्थिक सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
कितनी रकम निकाल सकते हैं?
EPFO के नियमों के अनुसार, एक सदस्य अपने EPF खाते से होम लोन चुकाने के लिए अधिकतम 90 फीसदी रकम निकाल सकता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि सदस्य की कम से कम 10 साल की नौकरी हो। यदि यह शर्त पूरी नहीं होती, तो आप इस विकल्प का लाभ नहीं ले सकते।
रिटायरमेंट प्लानिंग पर पड़ेगा असर
EPF आपकी रिटायरमेंट सुरक्षा का एक मजबूत आधार होता है। इसलिए, इस फंड से रकम निकालने से पहले आपको गंभीरता से विचार करना चाहिए। EPF पर 8.25% ब्याज मिलने के कारण, यह लंबी अवधि में बड़ी पूंजी बनाने में सहायक होता है। यदि आप यहां से बड़ी रकम निकालते हैं, तो रिटायरमेंट तक मिलने वाली कुल राशि पर सीधा असर पड़ेगा। इसलिए, EPF Withdrawal को अंतिम विकल्प के रूप में ही देखना चाहिए।
टैक्स और पेनल्टी से जुड़ी सावधानियां
अगर आपने EPF अकाउंट में 5 साल से कम समय तक पैसा जमा किया है और आप उससे पहले रकम निकालते हैं, तो उस पर टैक्स लग सकता है। इसके साथ ही कुछ मामलों में पेनल्टी भी देनी पड़ सकती है। इसलिए EPF से पैसा निकालने से पहले इसके टैक्स इंप्लिकेशन और शर्तों को अच्छे से समझ लें।
EMI भुगतान के लिए भी कर सकते हैं इस्तेमाल
EPFO के नियमों के अनुसार, आप न केवल प्री-पेमेंट बल्कि EMI भुगतान के लिए भी EPF की राशि का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए भी आपको ई-सेवा पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होता है और जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होते हैं। इससे आप हर महीने EMI की राशि को आंशिक रूप से EPF से कवर कर सकते हैं।
क्या EPF से होम लोन चुकाना सही कदम है?
यह पूरी तरह से आपकी आर्थिक स्थिति, उम्र, रिटायरमेंट प्लानिंग और होम लोन की ब्याज दर पर निर्भर करता है। यदि आपकी लोन की ब्याज दर EPF के ब्याज से ज्यादा है और आपकी नौकरी की शुरुआत है, तो यह कदम सही साबित हो सकता है। लेकिन यदि आप रिटायरमेंट के नजदीक हैं, तो EPF को छेड़ना आपके लिए आर्थिक असुरक्षा का कारण बन सकता है।