वे सभी कर्मचारी जो EPFO में पंजीकृत कंपनियों/Employers के अंतर्गत कार्य करते हैं। उनके भविष्य को सुरक्षित एवं आरामदायक बनाने के लिए उन्हें EPF (Employees’ Provident Fund) प्रदान किया जाता है। जिसमें उनके वेतन से 12% प्रतिमाह जमा होता है। एवं 12% राशि जिसमें कर्मचारी कार्य करते हैं वह कंपनी प्रदान करती है। इस 24% राशि में से कुछ भविष्य के लिए आयोजित पेंशन योजना में जमा होती है। जिस से जब कर्मचारी रिटायर्ड होते हैं तो उन्हें पेंशन प्रदान की जाती है।
VPF (Voluntry Provident Fund), कर्मचारी भविष्य निधि के जैसे ही होता है। यदि कर्मचारी अपने वेतन में से EPF की दर को बढ़ा दे तो वह राशि ही इसमें जमा होती है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको VPF से संबंधित जानकारी प्रदान करेंगे। वीपीएफ क्या है? इसमें निवेश करने के लाभ की जानकारी आप प्राप्त करेंगे।
इस लेख में देखें:
वीपीएफ क्या होता है? What is VPF?
VPF का फुलफॉर्म Voluntry Provident Fund है। इसे हिन्दी में स्वैच्छिक भविष्य निधि कहते हैं। जो EPF (Employees’ Provident Fund) अकाउंट में निर्धारित 12% के बाद कर्मचारी अतिरक्त राशि जमा करते हैं। उस अतिरिक्त राशि को ही वीपीएफ कहा जाता है। यह अतिरिक्त राशि कर्मचारी के वेतन से वह जमा करता है।
इसमें कर्मचारी के निवेश करने की कोई उच्च सीमा नहीं होती है। वह अपना मूल वेतन पूरा इसमें जमा कर सकते हैं। वीपीएफ पर भी ईपीएफ के जैसे ही ब्याज प्रदान किया जाता है। टैक्स की छूट प्रदान की जाती है। यदि कर्मचारी इसमें निवेश करते हैं तो वह इसमें जमा की गई राशि को 5 साल तक नहीं निकाल सकते हैं। क्योंकि इसमें 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है।
VPF में निवेश करने से फायदा
वीपीएफ किसी कर्मचारी के लिए अनेक फायदे प्रदान करने वाली योजना है। यदि आप VPF में निवेश करना चाहते हैं तो आपको उस से निम्न लाभ होते हैं:
- सरकार द्वारा वीपीएफ पर EPF के समान ही ब्याज दर प्रदान की जाती है। सरकार की किसी भी अन्य योजना में EPF के समान ब्याज नहीं दिया जाता है। इसमें निवेश करने पर कर्मचारी की जमा राशि अधिक तेजी से बढ़ती है। जिसका प्रयोग वह लॉक इन पीरियड के बाद कर सकते हैं।
- इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत VPF पर टैक्स की छूट दी जाती है। VPF पर मिलने वाले ब्याज पर एवं इसे withdrawal करने पर भी किसी प्रकार का टैक्स नहीं पड़ता है। जिस से कर्मचारी अपनी आय की बचत कर सकते हैं। इसे ईपीएफ के समान ही टैक्स छूट प्राप्त है।
- इस में निवेश करना सुरक्षित है। क्योंकि यह सरकार द्वारा समर्थित योजना है। सरकार द्वारा निर्धारित ब्याज दरों के द्वारा इसमें पारदर्शिता बनी रहती है।
- वीपीएफ में निवेश करना आसान है। EPF में जाने वाले 12% के बाद कर्मचारी चाहे तो अपने पूरे वेतन को जमा कर सकता है। बस वह राशि कर्मचारी के मूल वेतन एवं मासिक भत्ते से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- इस में निवेश करने से पूर्व कर्मचारी को यह जान लेना चाहिए कि इसमें 5 वर्षों की लॉक इन अवधि होती है। जिस का अर्थ यह होता है कि कर्मचारी 5 साल से पहले इसमें जमा की राशि को नहीं निकाल सकते हैं। यह भले ही एक प्रतिबंध लग सकता है। लेकिन ऐसा होने पर कर्मचारी अच्छे से बचत कर सकते हैं एवं 5 साल बाद लाभ को प्राप्त कर सकते हैं।
- यदि कर्मचारी किसी आपातकाल की स्थिति में हो तो वह VPF को निकाल सकता है। इसके लिए उसे नजदीकी EPFO के कार्यालय में इसका withdrawal फॉर्म भरना होता है। वह इसका आवेदन ऑनलाइन माध्यम से भी कर सकता है।
वीपीएफ पर ब्याज कितना मिलता है?
वीपीएफ पर EPF के समान ही ब्याज दर है। निम्न सूची से आप वित्तीय वर्षों के अनुसार VPF की ब्याज दर देख सकते हैं:
वित्तीय वर्ष | EPF एवं VPF पर ब्याज दर |
2022-23 | 8.15% |
2021-22 | 8.10% |
2020-21 | 8.5% |
2018-19 | 8.65% |
2015-16 | 8.80% |
2013-15 | 8.75% |
VPF पर टैक्स छूट के नियम
EPF के समान ही वीपीएफ पर भी टैक्स की छूट प्रदान की जाती है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत VPF पर टैक्स की छूट दी जाती है। इसमें निवेश करना Exempt-Exempt-Exempt (E-E-E) की श्रेणी में आता है। जिस से VPF पर मिलने वाले ब्याज एवं इसे withdrawal करने पर भी किसी प्रकार का टैक्स नहीं पड़ता है। यदि कोई कर्मचारी 5 साल के पहले इसे withdraw करे तो कर्मचारी को अपने tax स्लैब के अनुसार भुगतान करना होता है।
VPF Account कैसे खोलें?
यदि आप Voluntry Provident Fund अकाउंट खोलना चाहते हैं। तो उसके लिए आपको अपने Employer से संपर्क करना होता है। वह आपके EPF अकाउंट के साथ ही VPF अकाउंट खोल सकते हैं। जब आप के वेतन से आपके द्वारा निर्धारित दर से वीपीएफ में धनराशि जमा होने लगती है तो इस से आप यह जान सकते हैं कि आपका वीपीएफ अकाउंट सक्रिय हो गया है। इस प्रकार आप आसानी से वीपीएफ अकाउंट बना सकते हैं।
वीपीएफ अकाउंट का पैसा कैसे निकालें?
ऑनलाइन माध्यम से VPF निकालने के लिए कर्मचारी को निम्न शर्तों का पालन करना होता है:
- UAN (Universal Account Number) activate होना चाहिए।
- बैंक अकाउंट एवं PAN, EPF से जुड़े होने चाहिए।
- UAN आधार नंबर से लिंक होना चाहिए।
इसके बाद आप ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आसानी से EPF के समान ही withdrawal कर सकते हैं।
VPF को निम्न आवश्यकताओं पर निकाल सकते हैं:
- कर्मचारी या उसके परिवार की किसी मेडिकल इमरजेंसी के दौरान
- मकान खरीदने या घर बनाने के लिए
- कर्मचारी की या उसके बच्चों की शिक्षा के लिए/ शादी के लिए
इस प्रकार आप Voluntry Provident Fund से संबंधित जानकारी समझ सकते हैं। यह रिटायर्डमेंट के बाद कर्मचारी को लाभ प्रदान करने के लिए एक विशिष्ट योजना है। इस निवेश की सहायता से कर्मचारी को कई लाभ प्राप्त होते हैं। VPF से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप अपनी कंपनी के मानव संसाधन विभाग (HR Department) से संपर्क कर सकते हैं।
यह योजना भारत सरकार के अधीन है इस पर प्रदान होने वाली ब्याज दर को भी सरकार द्वारा वित्तीय बजट के दौरान प्रस्तुत किया जाता है। कर्मचारी इसमें निवेश कर समझदारी के साथ अपने भविष्य को सुंदर बना सकते हैं।