EPFO ने किया बड़ा बदलाव, अब नौकरी बदलने पर नहीं होगी झंझट, ऑटोमैटिक ट्रांसफर हो जाएगा बैलेंस

ईपीएफओ ने 2024-25 से ऑटोमेटिक पीएफ ट्रांसफर की सुविधा शुरू की है, जिससे नौकरी बदलने पर मैन्युअल आवेदन की जरूरत नहीं होगी। यूएएन आधारित यह प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है, और कंपनियों पर कड़ी निगरानी भी रखी जा रही है।

rohit

Written by Rohit Kumar

Published on

अब नौकरी बदलने पर नहीं होगी झंझट, EPFO ने शुरू की ऑटोमैटिक फंड ट्रांसफर सुविधा

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल ही में एक बेहद महत्वपूर्ण सुविधा की शुरुआत की है, जो लाखों कर्मचारियों के लिए राहत लेकर आई है। अब नौकरी बदलने पर पीएफ खाताधारकों को मैन्युअल तरीके से पीएफ ट्रांसफर के लिए अनुरोध करने की जरूरत नहीं होगी।

हमारे व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

वित्तीय वर्ष 2024-25 से लागू की गई इस नई प्रणाली के तहत, पीएफ फंड का ट्रांसफर पूरी तरह से ऑटोमेटिक तरीके से किया जाएगा।

हमारे व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

UAN से जुड़ी प्रक्रिया में सुधार

इससे पहले, कर्मचारियों के पास यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) होने के बावजूद, उन्हें हर बार नई कंपनी में शामिल होने पर अपने पीएफ फंड को ट्रांसफर करने के लिए आवेदन करना पड़ता था। यह एक मैन्युअल प्रक्रिया थी, जिसमें काफी समय लगता था और कई बार तकनीकी समस्याएं भी आ जाती थीं। अब, नए नियमों के तहत, यदि कर्मचारी का UAN नंबर अपडेटेड और सक्रिय है, तो फंड का ट्रांसफर खुद-ब-खुद हो जाएगा।

कंपनियों पर कड़ी निगरानी

EPFO न सिर्फ कर्मचारियों के लिए यह सुविधा ला रहा है, बल्कि वह उन कंपनियों और संस्थानों पर भी कड़ी निगरानी रख रहा है, जो नियमों का उल्लंघन करती हैं। EPFO ऐसे संस्थानों को नोटिस भेजकर उन्हें चेतावनी भी दे रहा है, और आने वाले दिनों में ऐसी कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की योजना है।

EPF से जुड़ी प्रमुख बातें

1. कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान

EPF में योगदान दोनों पक्षों से होता है—कर्मचारी को अपनी वेतन का 12 प्रतिशत EPF खाते में जमा करना पड़ता है, जबकि नियोक्ता भी बराबर की राशि इस खाते में जमा करता है। यह योगदान कर्मचारी के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से होता है, जो उनके सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।

2. UAN की अनिवार्यता

यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) EPFO द्वारा एक सेंट्रलाइज्ड प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है। यह विभिन्न नियोक्ताओं द्वारा एक ही कर्मचारी के लिए जारी किए गए विभिन्न सदस्य आईडी को एक जगह जोड़ने का कार्य करता है। इस प्रणाली से कर्मचारियों को नौकरी बदलने के बाद भी अपने पीएफ को ट्रैक करना और उसे आसानी से ट्रांसफर करना आसान हो जाता है।

3. UAN की विशेष सुविधाएं

UAN केवल एक नंबर नहीं है, यह कई उपयोगी सुविधाएं भी प्रदान करता है। UAN कार्ड, अपडेटेड पासबुक, और पिछले सदस्यों के पीएफ आईडी को वर्तमान पीएफ आईडी से जोड़ने जैसी सुविधाएं इसमें शामिल हैं।

निष्कर्ष

EPFO द्वारा ऑटोमेटिक फंड ट्रांसफर की सुविधा शुरू करना कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण और स्वागत योग्य कदम है। यह कदम न केवल कर्मचारियों को प्रशासनिक कार्यों से राहत देगा, बल्कि पीएफ ट्रांसफर प्रक्रिया को भी अधिक पारदर्शी और सरल बनाएगा।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap चैनल से जुड़ें