भारतीय रेलवे, जो हर दिन लाखों यात्रियों की आवाजाही को संभालती है। इसमें वरिष्ठ नागरिकों की एक बड़ी संख्या शामिल है, जिनके लिए रेलवे ने कई विशेष सुविधाएँ मुहैया कराई हैं। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 90% वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizens) इन सुविधाओं का पूर्ण लाभ नहीं उठा पाते हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे सुविधाएँ
रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों की आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए निचली बर्थ की सुविधा प्रदान की है। इससे उन्हें चढ़ने-उतरने में कम परेशानी होती है। निचली बर्थ की बुकिंग “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर होती है, जिसे रिजर्वेशन कोटे के चयन के समय निर्धारित किया जा सकता है।
सीट अलॉटमेंट में आने वाली समस्याएं
बावजूद इसके, कई बार वरिष्ठ नागरिकों को निचली बर्थ नहीं मिल पाती, जिससे उनकी यात्रा में असुविधा होती है। IRCTC का कहना है कि निचली बर्थ का आवंटन उपलब्धता पर निर्भर करता है।
किराए में छूट की समाप्ति
कोरोना महामारी के दौरान रेलवे ने किराए में दी जाने वाली सभी छूटों को रद्द कर दिया, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट भी शामिल थी। इससे पहले वरिष्ठ नागरिकों को 50% तक किराए में छूट मिलती थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, इन छूटों को फिर से बहाल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
कैसे मिलेगी निचली बर्थ?
यदि किसी कारणवर्ष सीनियर सिटीजन को निचली बर्थ आवंटित नहीं की गई है, तो वरिष्ठ नागरिक यात्रा के दौरान ट्रेन टिकट एग्जामिनर (TTE) से बात कर सकते हैं। यदि उपलब्ध हो, तो TTE निचली बर्थ आवंटित करने में सहायता कर सकता है।
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रदान की गई सुविधाएँ उनकी यात्रा को सरल और सुखद बनाने में मदद करती हैं, हालांकि इन सुविधाओं की पहुंच और उपयोगिता में सुधार की गुंजाइश बाकी है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराए में छूट की बहाली और बेहतर सीट आवंटन प्रणाली से उनकी यात्रा अनुभव को और भी बेहतर बनाया जा सकता है।