कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) भारत सरकार के श्रम मंत्रालय के अंतर्गत एक प्रमुख संगठन है, जो देश के संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। हाल ही में, EPFO ने साइबर सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है, जो कर्मचारियों को उनके UAN नंबर और पासवर्ड की सुरक्षा के प्रति सचेत करती है।
साइबर फ्रॉड की चुनौती
बता दें, EPFO की वेबसाइट पर एक बड़ा पॉप-अप बॉक्स साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे के बारे में आगाह करता है। यह उन कर्मचारियों के लिए एक सख्त संदेश है जो अपने EPF खातों को नियमित रूप से ऑनलाइन एक्सेस करते हैं। यूजर्स को अपने क्रेडेंशियल्स की सुरक्षा और संभालने में विशेष देखभाल बरतने की जरूरत है।
सुरक्षित प्रथाओं का पालन करें
EPFO ने कर्मचारियों को कई उपाय सुझाए हैं जैसे कि अपने डिवाइस पर लाइसेंस प्राप्त एंटी-वायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना। यह न केवल संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखता है बल्कि यूजर्स को अनचाहे मैलवेयर और वायरस के हमलों से भी बचाता है। इसके अलावा, EPFO ने सलाह दी है कि कर्मचारी अपने खातों के लिए जटिल पासवर्ड बनाएं और उन्हें नियमित रूप से बदलें।
व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा
सभी कर्मचारियों को अपने EPF खातों को केवल अपने निजी उपकरणों से ही एक्सेस करने की सलाह दी गई है, ताकि डेटा लीक होने का जोखिम कम हो। यह प्रक्रिया उन्हें किसी भी प्रकार की साइबर अपराधिक गतिविधियों से बचाने में सहायक होगी।
निष्कर्ष
EPFO द्वारा जारी इस चेतावनी का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कर्मचारियों का वित्तीय डेटा सुरक्षित रहे और वे साइबर खतरों से अवगत रहें। इसलिए, यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि सभी कर्मचारी इन सुरक्षा उपायों का पालन करें और अपने EPF खाते को साइबर फ्रॉड से बचाएं।