नेताओं की पेंशन का मुद्दा एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है। यह सवाल उठना लाज़िमी है कि जब पेंशन किसी कर्मचारी को उसकी पूरी सेवा के बाद मिलती है, तो नेताओं को पेंशन क्यों? कर्मचारी रिटायर होकर पेंशन पाता है, लेकिन नेता कभी रिटायर नहीं होते। यह मामला अब राजस्थान हाई कोर्ट में पहुंच चुका है।
राजस्थान हाई कोर्ट में सुनवाई
राजस्थान हाई कोर्ट में पूर्व एमएलए की पेंशन को लेकर सुनवाई हुई। जनहित याचिका में कहा गया कि संविधान में पूर्व विधायकों को पेंशन देने का प्रावधान नहीं है। याचिका कर्ता की ओर से अधिवक्ता विमल चौधरी और योगेश टेलर ने अदालत को बताया कि आरटीआई के जरिए मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान में 508 पूर्व विधायकों को हर साल करीब 26 करोड़ रुपए पेंशन के तौर पर दिए जाते हैं।
पेंशन का संवैधानिक प्रावधान
राजस्थान विधानसभा अधिकारियों और सदस्यों की प्रिलब्धियां एवं पेंशन अधिनियम 1956 और राजस्थान विधानसभा सदस्य पेंशन नियम 1977 के तहत पूर्व विधायकों को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। लेकिन संविधान के अनुच्छेद 195 और राज्य सूची की 38वीं एंट्री में पूर्व विधायकों को पेंशन देने का कोई प्रावधान नहीं है।
पेंशन और वेतन दोनों का लाभ
कई विधायक, जो पुनः चुनाव जीतकर एमएलए बन जाते हैं, उन्हें पहले कार्यकाल की पेंशन के साथ-साथ वर्तमान कार्यकाल का वेतन भी मिलता है। इससे राज्य सरकार पर वित्तीय बोझ बढ़ता है। याचिका में कहा गया कि पेंशन उस व्यक्ति को दी जाती है जो एक निश्चित आयु के बाद सेवा निवृत होता है, जबकि विधायक सेवा निवृत नहीं होते। इसके विपरीत, कर्मचारियों को नई पेंशन स्कीम (NPS) के तहत पेंशन मिलती है, जो शेयर मार्केट पर निर्भर होती है।
अन्य राज्यों की स्थिति
ऐसा केवल राजस्थान में नहीं, बल्कि अधिकांश राज्यों में हो रहा है। एमपी और अन्य राज्यों के विधायकों को भी पेंशन दी जाती है। यह पेंशन राशि हर साल बढ़ती रहती है, जबकि कर्मचारियों को महंगाई भत्ता (DA) के रूप में इंक्रीमेंट मिलता है।
नेताओं के लिए विशेष सुविधाएँ
नेताओं को पेंशन के अलावा अनेक सुविधाएँ मिलती हैं, जैसे कि नौकर रखने के भत्ते, गाड़ी भत्ते, टेलीफोन खर्चे, एचआरए, आदि। वहीं, आम नागरिकों और कर्मचारियों को अपनी आवश्यकताओं के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
याचिका में मांग
याचिका में मांग की गई है कि वर्ष 1956 के अधिनियम और वर्ष 1977 के नियम को अवैध घोषित कर रद्द कर दिया जाए और पूर्व विधायकों से पेंशन की राशि की रिकवरी की जाए। यह भी कहा गया कि पूर्व विधायकों की पेंशन आम जन पर भार है।
जनता की राय
इस मुद्दे पर आपकी क्या राय है? क्या नेताओं को पेंशन मिलनी चाहिए? क्या यह संविधान के दायरे में आता है या नहीं? अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें और इस मुद्दे को अधिक से अधिक साझा करें ताकि इसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा सके।
नेताओं को पेंशन पर मिलने वाली ये सुविधाएँ और वित्तीय लाभ आम जनता के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। इसे रोकने के लिए जनता को जागरूक होना जरूरी है।
(आपकी राय महत्वपूर्ण है। इस मुद्दे पर अपनी राय दें और लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।)
Mp.mla konsa contribution karta hai jo pension ke hakkdar hai.
Yeh bharat desh h.yanha sab kuchh chalta h.neta loot kar kha gaye desh Ko,inko vetan ,bhatte ,gadi, bunglow aur sewadar bhi milte h.aur unke liye yogyta kuchh bhi nahi.Aur ek chhota sa karmchari k liye yogyta aur umar ki pabandi k sath pension bhi nahi.kya hamara desh h.
माननीय विधायकों एवं सांसदों को किसी भी प्रकार की पेंशन दिया जाना न्यायोचित नहीं है, दी गई पेंशन की रिकवरी की जानी चाहिए आम जनता के टैक्स का पैसा विकास कार्यों में लगाया जाना चाहिए।
Jo MLA aur MP pancien Lane ka kanun hai Ruls ke hisab ke sath jo adhikari aur karmchari 17-20 sal service karta hai usko pancien lagu hoti hai aur MLA ,MP Lagatar char war MP ,MLA jit ta hai usko pancien lagu honi chahiye Request to high court and suprim court thank you
Band karo inki pention capf ki start karo
Karmchaion ko e p. F meie yogdaan Dene ke baad bhi 1000 pension milta hai aur netaon ko har panch saal ke baad jitne par har bar pension milta hai kyo. Ye kaha ka nyay hai. Yah band hona chahiye.
Why pension should be given to Mla and MP,s
No justice
Should be recovered old one.
ये बात ठीक है नेता जब तक सासंद रहते हैं उनको सुविधा इतनी मिलती है कि पाचं परिवार पल सकते हैं तो ये तो कहीं भी नहीं⛔🚫❌ हैं कि संसद में रहते हुए पुरी सुविधा के साथ तनख्वाह और पैंशन मिले जबकि एक मजदूर खाने के लिए संघर्ष करता है ओर रिटायर होने के बाद भी पैंशन नहीं मिलनी चाहिए कयोकि अपने कारयकाल में इतना कमा लेते हैं कि👉 तीन पुशते खा सकती है ये तो जनता के साथ अन्याय है इनके करमचारी की तरह पैसे ⛔कटते तो ये इसके हकदार नही है
Present me jo MP and MLA hai unhe salary and other subidha to mil hi rahi hain. Phir pension kyo di jarahi hai. Salary and pension dono kis samvidhan me dene ke liye likha hai. Ise turant bandh karana chahiye. Supreme court ko turant is par rok lagani chahiye
Sitting MP and MLA only salary and Ex MP and MLA ko 50 percent monthly pension.
मेरी राय में देश के जितने भी कर दाता उनकी एक कमिटी गठित करके संसद में चयनित सभी MP, सभी राज्यों की विधानसभा में चयनित MLA और अन्य सभी सरकारी ग्रामपंचायत, नगर परिषद, जिला परिषद,महानगर परिषदो के चयनित सदस्यों के सभी सुविधाओं को तुरंत रोक लगा दी जाए. साथ हीं इनके द्वारा जनता को मुफ्त दी जाने वाली विभिन्न योजनाओ की अनुमति केवल कर दाता कमिटी की मंजुरी के bina लागू नहीं होनी चाहिए.
सभी MP, MLA, all elected persons for different Government bodies संविधान में उपलब्ध अधिकारों का अपने निजी स्वार्थ के लिए लाभ उठाते है. संविधान में चयनित किसी भी समाजसेवक को सरकारी पैसे का लाभ न उठाने के लिए प्रावधान करना आवश्यक है.
In my opinion, a committee of all the taxpayers of the country should be constituted and all the facilities given to all the MPs elected to the Parliament, MLAs elected to the Legislative Assemblies of all the states and the selected members of all other government Gram Panchayats, Municipal Councils, District Councils, Metropolitan Councils should be immediately stopped. Also, the various schemes given free to the public by them should not be implemented without the approval of the taxpayer committee.
All MPs, MLAs, all elected persons for different Government bodies take advantage of the rights available in the Constitution for their personal interests. It is necessary to make a provision in the Constitution that any selected social worker should not take advantage of government money.
राजनेताओं को पेंशन नहीं मिलना चाहिए ये लोग रिटायर नहीं होते ना ही संविधानिक है
2004 के बाद से तो govt employ का पेंसन तो बन्द हो चुका है। रही बात MP ओर MLA की तो इनको भी पेंसन बंद होना ही चाहिए। एक राष्ट्र एक कानून।
pension for formal MLA/ MPS ko nahi milni chahiye Agar deni he to NPS
MP MLA MLC etc ko pension nahi milne chahiye
MLA/MP ki Pansion bnd hone chahiye.Incom Tex katna chahiye, sbhi suvidha band ho, Ex.MLA/MP ki. Karmchari Retd. Ki Pansion aam jan pr bhar hai. Lekin MLA/MP EX. Ki Pansion aam jan pr bhar nahi hai.
MLA and MP ki pension band honi chahiye
Y to seva k liye are fir khud ki seva p hi dhyan dete h voters jaye bhad m
My indiya high court,suprim court decision most welcomeM.l.a,m.pies all panations band honi chahiye
कुर्ती पजामीधारी नेताओं की छोटी से लेकर बड़ी श्रेणी जैसे एमएलए, एमपी आदि सबकी पेंशन तनख्वाह, वेतन भत्ते व अन्य सभी ठाट बाट की सुविधाएं बंद होनी चाहिए और जो ले चूके है उनसे रिकवरी हो तो और बेहतर होगा। साथ ही लोकतंत्र के नाम पर निचले स्तर से लेकर ऊपर तक की गंदी एवं संकीर्ण मानसिकता की राजनीति को भी उखाड़ फेंकना होगा और रियल लोकतंत्र की स्थूल अवधारणाओं को अपनाना होगा एवं जनता मे भी बेईमानी और स्वार्थ की जो स्नेह व्याप्त है उसका भी ईलाज होना चाहिए। सभी की आमधारणा मलाई चाट पदों, ठेको /कामों आदि की मनोकामनाएं स्वयं दूर हो जाए की तकनीकों एवं प्रणालियों को विकसित करने की जरूरत है।
बहुत अच्छा प्रयास है बंद होना चाहिए
Mp mal Sara ka sara vikash nidhi kha jate hai fir bhi penshion
सर जी इस देश के संविधान में इन नेताओं को देश भक्त कहां जाता है
परन्तु वर्तमान में यह स्वयं भक्त है और अमिरो के हम राज़ है
इनको पैंशन नहीं मिलनी चाहिए
हम गरीबों की कमाई इन लोगों के पास नहीं जानी चाहिए
क्या कमिशन से भी इनका पैट नहीं भरता
Ye jantake sewak he itniduvidha kis liye hai bhai
Insey recovery honi chahiye
Band karo
Pension Q di ja rahi h , ek bar mp , mla ban jane pr pension or salary wrong h ye sab
Bat kewal pension ki hi nahi honi chahiye…enke salary, other income par income tax aur sabhi toll plaza me bhi payment lena chahiye. Jab ye MP, MLA janta ke sewak kahlate hain to kyo salary, pension , suvida…
राजनीति सेवा है, धंधा नहीं। आज।भले एक तरह से दलाल का स्थान ले लिया हो, पर हकीकत में “सेवा” के रूप में पुनः प्रतिष्ठित करना पड़ेगा। आज के ये महाचालू नेताओं से यह होना नहीं हैं। क्योंकि इन्होंने देश की राजनीति को “परिवर्तन” का जुमला दिखाकर भ्रष्टाचार की गर्त में धकेला है।
सेवा में वेतन नहीं होता। हाँ, मानदेय अवश्य होता है। वाजिब सुविधाएँ भी मिलनी चाहिए। आज भले नब्बे प्रतिशत् से अधिक सांसद करोड़ोंपति हैं। इन सुविधाओं का इनके लिए कोई महत्त्व नहीं हैं।
जन-प्रतिनिधियों को पेंशन देने का प्रश्न ही नहीं। वे कर्मचारी नहीं, वे सेवक हैं। “पेंशन” विशुद्ध रूप से अन्यायी, अनैतिक, असंवैधानिक हैं। इसे तत्काल समाप्त कर देना चाहिए।
दुर्भाग्य यह है कि हमने एक-एक को छाँट-छाँटकर चुना हैं। देश की राजनीति में भारी जीर्णोद्धार करने की ज़रूरत हैं और जन-प्रतिनिधियों को जवाबदेह बनाने की ज़रूरत हैं।
Very very nice pl. Keep it up try to aware to all person many many thanks
विधायक और सांसदो की पेंशन बंद होनी चाहिए। सरकारी कर्मचारी को 20 साल तक नोकरी करने के बाद पेंशन मिलती है।2004 के बाद वो भी बन्द है।
ए तो वैसे भी सरकारी रुपए को बहुत लुट रहें हैं
M P ORE MLA KO PENSION NAHI MELNA CHAHIY
Yes it is right pension to the
MLA /MP must be withdrawn by the govt as they are not retired
राजनेता को पेन्शन नहीं मिलना चाहिए क्योंकी उनकी सेवानिवृत्ती की कोई उमर नही होती ना सेवानिवृत्त होते हैं
नेताओं को पेन्शन लेनेका कोई हक नही है
ऊनके कार्यकाल पश्चात वो जनता के कौनसे काम मे आते है ?
नेता को पेंशन कतई नहीं मिलना चाहिए।
नेता को पेंशन नहीं मिलनी चाहिए
बिलकुल बंद होनी चाहिए
All private employees should consider the matter whom to elect member of parliament.we should cast our votes in favour of those who support our demand for implementing minimum pension upto rs7500plus.
Sare neta apni pension apne aap badha lete hain aur implies Jo 40 sal naukari Karta hai uski pension ko khatm kar rahe hain yah bilkul bahut bada atyachar hai ise khatm karna chahie MLA aur MP ki koi pension nahin honi chahie
No retirement, no pension
सभी पेन्शन पाने वाले नेताओं को 6 माह के लिये भारत की सीमा चोकी पर देश की निगरानी रखने के लिए जाना चाहिए वह भी देश भक्ति है उसके बाद उन्हें पेन्शन देनी चाहिए
अगर सरकार को अगर एमपी और MLA को पेंशन देना है तो EPS se de do
नेताओं को पेशन व सारी अन्य सारीसुविधा तत्काल बंद की जाना चाहिए व इनकी सम्पत्ति की जाँच होना चाहिए इन से इनकम सबसे लेना चाहिए
MLA ko penshan nahi milni chahiye
ने ता और को पेंशन नहीं मिलनी चाहिएः
Sahi kiya Aapne jo in ki Pay Aour Pension ke khilaaf Janhit Yachika lagayi. Pay Aour Pension Karmchariyon/ Servents ke liye hoti hai, leaders Servents Nahi hai. (*****)
नेताओं को पेंशन नही मिलनी चाहिए ये नौकरी थोड़ी ना करते ना ही सेवनिव्रत्त होते हैं इनको सिर्फ घर खर्च हेतु 2000 रुपए प्रतिमाह जब तक ये विधायक सांसद रहे या मंत्री।
बिलकुल बंद होनी चाहिए देश को बर्बाद कर दिया है
जब कर्मचारियों को पेंशन नहीं दी जा सकती तो नेताओं को क्यों दी जा रही है कर्मचारी 60 साल नौकरी करता है आई 5 साल लग्जरी मौज उठाते नेताओं की पेंशन और भत्ते इस देश के ऊपर बोझ है इसको तत्काल प्रभाव से रोक लगनी चाहिए
Ye to khuli lut hai neta to seva ke liye ate hai aur muflis se karodpati ban jate hai fir bhi unhe pension dena kaha tak sahi hai ye turant bandh hona chahiye unhe bolo ki 1500 so rupiye me ghar chalake dikhaye
नेताओ को पैन्शन और पैमेन्ट दोनो नही मिलना चाहिऐ उन्हे मात्र मानदेय मिलना चाहिऐ क्योकि वो जनप़तिनिधी है ना कि शासकीय नौकर और साथ ही चुनाव लड़नै के लिऐ उसी व्यक्ति को टिकट दिया जाऐ जिसका पुलिस व्हैरिपिकेशन हो चुका हो और पाक साफ हो क़िमनलो को चुनाव लड़नै का अधिकार बंद होना चाहिऐ 🙏
Saansad or vidhayko ko Pension nahi milni chahiye.Jis saansad or vidhayak kariyekal k time death ho jati hai tb uski family ko pension ho baaki immediate band ho .Desh p anavsek book hai
MP. MLA KI PENSION BAND HONI CHAAHIYE
भारत जैसे देश का यह दुर्भाग्य है कि नेता जितनी बार विधायक बनते हैं उनको ऊतनी बार पेंशन दी जाती है और एक राज्य कर्मचारी या सेंट्रल गवर्नमेंट का कर्मचारी को 60 साल नौकरी करने के बाद भी एनपीएस के तौर पर देश बोझ समझ कर दे रहा है
Netao ki pension band karo desh ko khokla kar rahe h
नहीं मिलना चाहिए
नेता को पेंशन नहीं मिलनी चाहिए
Bilkul band hone chahiye.
Pension should be stopped forever.
Sabhi mantri ko pension nh milni chahiye jab aam janta ho t employee ko pension nh hai to kisi neta ko pension kyo di jaaye .desh ko bachao neta logo ko free khane ki aadat ab chord Deni chahiye pls
बिल्कुल नहीं मिलनी चाहिए पेंशन
Provision of pension to MP & MLAs is totally unconstitutional and it must be stopped immediately.
एमपी एमएलए को पेंशन तो मिलनी ही नहीं चाहिए, इनको वेतन भी नहीं मिलना चाहिए। वहां नौकरी करने नहीं गए। देश सेवा के लिए गए हैं तो निस्वार्थ भाव से सेवा करें।
भविष्य में इन लोगों की भी एक योग्यता का निर्धारण होना चाहिए। जिसमें कम से कम पन्द्रह वर्षों का सेना का सेवाकाल हो साथ ही साथ सेवा मैडल प्राप्त को वरियता हो।
Inko Jutte Marne Chaiye Ye Desh ko Loot Kar Kha Gaye Gauro Ke Tarhe
सबको पेंशन मिले या फिर बंद किया जय केवल कर्मचारी को ही पेंशन का हक है ये सुप्रीम कोर्ट का भी कहना है
पैंशन कर्मचारियों को जरूर मिलनी चाहिए क्योंकि इससे ही बुढ़ापा सही कट सकता है।
नेता पेंशन के हकदार नहीं । इनसे पेसा वसुला जाना चाहिए
MP/MLA pension band honi chahiye kyuki ye Govt Employee nahi hai ye Netaji kabhi Retired nahi hote
Netaon ka pension imdt band hona chahiye. Gen service ke liye complete service korne ke baad pension milta hai but neta 5 years me hi pension ka hakdar ho jata hai yeh koun sa kanun hai. Iss kanun ko imdt badalana chahiye. Judges ko inke upar suvichar korna chahiye.
No, Never
वास्तव में देश की आजादी के लिए खादी वाले नेता यातना और कुर्बानी नही दिए क्योंकि उन्हें सत्ता सुख दिखाई दे रहा था । कहावत है धनवान डरता है बलवान से,बलवान डरता है बुद्धिमान से और बुद्धिमान डरता है चरित्रवान से । आजादी चरित्रवान से ही मिली है । धनवान तो अपनी आने वाली पीढ़ियों को सुख सुविधा जुटाने हेतु नेता बन गए जो आज भी देश को लूटने में कोई कमी नहीं करते । पिसता तो आज भी मध्यम वर्ग है जो बुद्धिमान है । नेताओ को देश सेवा निःशुल्क करना चाहिए और सुविधाओं का त्याग करना चाहिए तभी नेता की परिभाषा सार्थक होगी ।
Nata ki pansion band ho ni chaya
Neta ko pension nahin milni chahiye. Kyunki sarkar Pvt. Karamchariyon ko jo ki 20-40 saal apni sewa dene ke baad retire hote hain unhen 1000 se 3000 tak pension deti hai jo ki uska khud ka contribution ka interest banta hai to neta ko 5 saal ya kam time mein pension or allowances kyuon? Mere hisab se to neta ko pay bhi nahin milni chahiye kyuonki yeh to khud ko janta ka sewak kehtey hain. Yeh seat par rehtey huai khoob kamatey hain or phir pension bhi lete hain. Bahut se aise neta hain jab rajneeti mein aye they to ghar par gas tak nahin thi aaj arbon ke malik hain yeh sab kahan se aya. Siraf Rajneeti ke naam par inki loot hai. Gareeb karamchari ko dene mein pet mein dard hota hai. Neta to Lal Bahadur Shashtri or Lt sh. Atal bihari bajpai ji they. Baki neta nahin siraf apna sochne wale hain. Inka to ek hi usool ha” Apna kaam banta Bhad mein jaye janta”
No, they should not get pension
नेताओं की पेंशन बिल्कुल बंद होनी चाहिए
सभी सांसद एवं विधायक जन विरोधी हैं, जन सेवक को पेंशन क्यों मिले जबकि कर्मचारी 35/40 वर्ष तक अपनी सेवा प्रदान करता है उसके बाद भी पेंशन बंद कर दी गई है! नेता अपनी पेशन जितनी बार चुनाव जीतते हैं उतनी बार पेंशन बढ़ा लेते हैं जो टैक्स देने वालों पर सीधा बोझ है.. इसको बंद कर उच्चतम न्यायलय सीधा संज्ञान लेना चाहिए
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Good
यह याचिका जन मानव के कल्याण हेतु बहुत ही सराहनीय कदम है।भारत के सभी माननीय विधायक सांसद मंत्री गणों को इस याचिका का सम्मान करना चाहिए और स्वयं ही छोड़ देना चाहिए। अगर जन कल्याण के लिए प्रतिनिधि है। तो पेंशन छोड़ देना चाहिए।अगर जन कल्याण से कोई मतलब नहीं है। जन मानस उग्र प्रदर्शन कर इस याचिका का सम्मान करेंगे।
Pension band hona chahie vidhayakon ka aur sansad ka
yes 💯%in netao ki pension band honi chahiye
Band honi chahiye ye politician ki
MLA or MP neta log hi es desh ko lute rehe h.logon ko bevkoof bna kr ya log khud bevkoof ban kr bjp, congress kr kr desh ka dhan en pr luta rehe h. Example se samjata hu .543 +250Mp lokshbha/rajyasabha =793@100000 /month pension 79300000×12 951600000 and 4000 plus mLA@ 100000 =400000000×12 =4800000000+951600000 =57516000000 and purb MLA&MP and their widow. Kharbon rupya enke dwara hi luta ja reha h, janta ko kon puchta h. 3-4 pension lene walon ki bhi koi kami nhi h. Shanta Kumar khud Ghar bethne kr bad keh chuke hki pension buhut Jayda h approx 12/13 lakh ho sakti h. Kis baat ki pension rajniti peson ke liye ho rehi h. Jaago jaago jaago aabaj buland kro es pension ke khilaaf.
Nahi Milna chahiye.
नेताओं की पेंशन हर हाल मे बंद होनी चाहिए।क्योंकि वे नौकरी नहीं करते। जनता के टैक्स की राशि की बरवादी हैं।
Very nice. It must be stopped because they are not contributing any amount in pension scheme but getting a huge amount against pension. We are private employee contributing our share but not getting a good pension
Hum eps95 wale pensioners chunaw kyon nahi ladte? Hame Agebadhna chahie our apni sarkar banani chahiye, fir apni pension hum khud badha sakte hai. Socho!!!!
Netaon ki pension band honi chahie
MP/MLA pension band honi chahiye kyuki ye Govt Employee nahi hai ye Netaji kabhi Retired nahi hote
प्रतिक्रिया
नेताओं की पेंशन बिल्कुल बंद होनी चाहिए |
एमपी एमएलए को पेंशन तो मिलनी ही नहीं चाहिए, इनको वेतन भी नहीं मिलना चाहिए। वहां नौकरी करने नहीं गए। देश सेवा के लिए गए हैं तो निस्वार्थ भाव से सेवा करें।
भविष्य में इन लोगों की भी एक योग्यता का निर्धारण होना चाहिए। जिसमें कम से कम पन्द्रह वर्षों का सेना का सेवाकाल हो साथ ही साथ सेवा मैडल प्राप्त को वरियता हो।
नेताओं की पैंशन तुरंत प्रभाव से बंद होनी चाहिए।
Neta Desh ki seva karne ke liye aate Hain netaon ko pencil vetan Bhatta lene ka koi Adhikar nahin hai karmchari seva dete Hain karmchariyon ko pension bhi Jana chahie
MLA MP MLC ko pension dekar desh ke upar bahut bara bojh banaya hua hai. Inko agar pension deni hai toh 60 saal age ke baad di jaani chahiye boh bhi sirf ek pension. Yeh neta log koun se department mein service kar rahe hai. Pension lene ka right right sirf govt employees ko hi hona chahiye. Jai Hind vande matram.
MLA, MP ki pension band honi chihiye
It’s true not need pension to Leader like MP or MLA Only Employees need pensions.
MP/MLA are not the employee of either government or private sector.
PF contribution is only for employees.
They are not selected but elected by the people for the people of the people.
There are no bar of eligibility,like education, caste, asset,police cases etc.
They’re elected to serve the nation,poor people and above all senior citizen who has worked more than 30year for the country.
MP/MLA nowadays having monthly payment,free medical treatment,cheap canteen, banglow and others.
After five years of term they are eligible for pension and other.
As they are not employee they are not eligible for pension and other.
Minister rulling or opposition should not get pension.
Making rules are in their hand.
For common profit for their,all leaders are joining hands together.
सांसद और विधायक की पेंशन और वेतन से आम जनता की जेब पर जो बोझ पड़ता है वह माननीय प्रधानमंत्री जी और वित्तमंत्री जी रिर्जव बैंक के गवर्नर एवं देशभक्त नेताओं को दिखाई नहीं देता सिर्फ कर्मचारियों को बुढ़ापे में मिलने वाली पेंशन दिखाई देती हैं मोदी जी इस पर भी तो दो शब्द जनता के बीच में आकर कहो भाइयों ये तों अदालत के फैसले को अध्यादेश लाकर बदल देंगे कौए की प्रजाति के है अपने फायदे के लिए सब एक हो जाते हैं जनता को बेवकूफ बनाने के लिए अलग अलग है और हम बेवकूफ बनते भी है
Pension payment to MPs/
MLAs is very unconstitutional. The same provision does not exist before 2014. The same has proposed and passed after 2014. It is suggested to stop the pension payment to MPs and MLAs immediately. An employee is eligible for pension after completion of 60 years service but our leaders are eligible for the pension after five years tenure. The same is not justified in any manner.
Ye to aam janta ke sath anyay hai Netao ko koi pension nahi milni chahiye.
Hamare. Desh me Neta politics se hi apna lalan poshan krte h ,jabki Yh desh seva h ,es se income ko onne dan krna chahiye.
Netaon ki pension band honi chahie jab javanon Ko nahin mil raha to
सासदों और विधायकों की पेंशन बंद होनी चाहिये। इसके कारण देश पर अतिरिक्त बोझ पडता है। गरीब लोगों को दो वक्त की रोटी नहीं होती है।
Nhi milni chahiye
Pension milna chahiye Lekin minimum pension jo ki 1000 hai wahi MLA aur MP ko bhi milna chahiye. Aur ye bhi rule hona chahiye ki ek baar bhi jo pension le liya hai,wo phir se MLA aur MP ka election nahi lar sakta hai.
नियमानुसार पेंशन उनको मिलनी चाहिए जो सेवा से सेवानिवृत होते है।
चूंकि MP और MLA सेवा निवृत नहीं होते है , यदि उन्हें सेवा निवृत्ति की पेंशन देना हो तो उन्हे दोबारा चुनाव लडने की पात्रता को समाप्त कर देना चाहिए । यह प्रथा देश पर आर्थिक बोझ को बढ़ाती है।
जय हिंद
MP.MLA or kisi bhi political party ke post per pension nahi honi chayyeye bilkul nahi honi chahiye
विधायक/सांसद को पेंशन ब वेतन नहीं मिलना चाहिए। क्योंकि यह जनसेवा भाव लेकर शपथ लेते है, जनसेवा निःस्वार्थ भाव से बिना आर्थिक लाभ लिए की जाना चाहिए। इसके अलावा यह सभी ना तो लिखित परीक्षा/मौखिक परीक्षा में शामिल होकर ,पास नहीं होते हैं ।ये अपनी-अपनी जिंदगी में अपने के अलावा दूसरे के हित में नहीं सोचते।बस ५ साल के लिए सशक्त पार्टी से चुनाव जीतकर वेतन(मानदेय ले)बैंक बैलेंस करोड़ो में कर, जिंदगी भर पेंशन (गुजारा-भत्ता ले)लेके अपने निजी हितों में जीवन जीते हैं। देशभक्ति हित में नहीं।(पेंशन और वेतन नहीं मिलना चाहिए बल्कि जनसेवा हेतु गुजारा-भत्ता लें और व्यक्तिगत जीवन जिएं)।
विधायक/सांसद को पेंशन ब वेतन नहीं मिलना चाहिए। क्योंकि यह जनसेवा भाव लेकर शपथ लेते है, जनसेवा निःस्वार्थ भाव से बिना आर्थिक लाभ लिए की जाना चाहिए। इसके अलावा यह सभी ना तो लिखित परीक्षा/मौखिक परीक्षा में शामिल होकर ,पास नहीं होते हैं ।ये अपनी-अपनी जिंदगी में अपने के अलावा दूसरे के हित में नहीं सोचते।बस ५ साल के लिए सशक्त पार्टी से चुनाव जीतकर वेतन(मानदेय ले)बैंक बैलेंस करोड़ो में कर, जिंदगी भर पेंशन (गुजारा-भत्ता ले)लेके अपने निजी हितों में जीवन जीते हैं। देशभक्ति हित में नहीं।(पेंशन और वेतन नहीं मिलना चाहिए बल्कि जनसेवा हेतु गुजारा-भत्ता लें और व्यक्तिगत जीवन जिएं)।
These are eligible for one pension or salary. Thats all.
एमपी एमएलए की सैलरी फिक्स होनी चाहिए और पेंशन नहीं होनी चाहिए उनके लिए TA,DA ही काफी है।
बुढ़ापा वृद्धावस्था विधवा पेंशन ईपीएस95 पेंशनर से अधिक मिलती है। एक बूढ़ा और एक बूढीको कुछ साल जीवन यापन के लिए कम से कम 5000 – 7000 पेंशन तो मिलनी ही चाहिए नहीं तो वे कष्टमय जीवन यूं ही व्यतीत करके दुनिया से चले जाएंगे। एक न एक दिन सबको किसी अवस्था में आना है
Suresh Baboo Sharma CGpensioner Neta logon ki pension band honl chahiye
M P / M A L लोकप्रतिनिधी यांना संविधान मध्ये
पेन्शन देण्याचा उलेख केलेला नाही तर मग पेन्शन बंध करा EPSO कर्मचारी 35/40 वर्ष नोकरी करतो
तेव्हा त्याला 600/ 2700 रुपये पेन्शन मिळते
MP / MLA यांना 50000/200000 रुपये मिळतात यांना बंध करा
एमपी एमएलए को भी एनपीएस में कंट्रीब्यूट करने के बाद उससे ही पेंशन मिलनी चाहिए। एक व्यक्ति 60 साल में रिटायर होगा और एनपीएस से पेंशन लेगा तो नेता हर 5 साल रिटायर होगा और सरकारी खजाने में टैक्स से पेंशन लेगा।सरासर गलत है।
Neta ko bhi pension bnd hona chahiye nhi to hlla boll mile to sbhi ko nhi to fir kishi ko bhi nhi neta sirf 5 sal k liye hote hai aur mjdur jindgi bhar mrwate hai
Nahin Milana chahie
M P ORE MLA KO PENSION NAHI MELNA CHAHIY
Thik mudda uthaya gaya hai ise pahle uthaye Jana chaie tha sab dal ka neta koi bhi ho I mudde par ekjut rahta hai isi tarh pure deshwasi ekjut hokar ise hatane hetu muhim chalana cahie Jo MLA or mp ko pension Nani milna chahie pm narendra modi se agrah hai ise aap hata de ya sansodhan kar nps ya eps kar de to jivan bhar pm rah sakte hai Jo ki desh hit me hoga. Jai hind jai bharat
Pension band hona chahiye
राजनेताओं को पेंशन नहीं मिलना चाहिए ये लोग रिटायर नहीं होते ना ही संविधानिक है
MP MLA KO BHI NPS ME SAMIL KIYA JAI.
Neta ke pension bend hone chahiye
Ye politician apni pocket ko bharte h bs or kuch nhi, ik employee jo apne 30-35 saal government ke liye kaam krta h usse to ye pension dete nhi h or apni hr saal bda lete h politician ka kaam public ke liye kaam Krna h lekin ye 5 saal mein pahle to apna ghar bhar lete h or baad mein inhe pension bhi do work kuch Krna nhi lekin treatment inhe VIP do inka koi hak nhi h pension ka
Nahi mile chaya
Very nice keep it up
कर्मचारियों का contribution कटता हैं उनको तब भी पेंशन नहीं और नेताओं का कुछ भी नहीं हैं उनको पेंशन कहाँ का न्याय हैं। सिर्फ 5 साल में पेंशन कर्मचारिओं को 60 क़ी रिटायरमेंट पर भी नहीं। शर्म आनी चाहिए सरकारों को
नेताओं की पेंशन बंद होनी चाहिए क्योंकि यह सरकारी कर्मचारी नहीं है और ना यह कभी रिटायर होते हैं जब यह रिटायर नहीं होते तो पेंशन नहीं होनी चाहिए
Yes 100% Sare netao ki pension band honi hi chahiy inhe koi pension lene ka hak nahi hai
The elected MPs,MLAs and elected people are getting salaries and other benefits. which should be stopped atonce. Why will enjoy the tax payers money without tax. Iska upar indi alliance is silent kyun.
Yes 💯%in netao ki pension band honi chahiye
नेता लोग घोटाले करने में तो माहिर है ही साथ ही साथ अपनी सैलरी और भत्ते बढ़ाने के लिए एक सहमत हो जाते है तब तो सभी पार्टियां एक हो जाती है इन नेताओ ने तो आम के आम घुटलियो के दाम कर रहे है
पेंशन पूर्णतया बंद होनी चाहिए । संविधान में संशोधन करके
अग्निवीर की तरह विधायक वीर सांसद वीर योजना चलानी चाहिए मोदी जी को तब वास्तव में मान जायेंगे मोदी जी का 56 इंच का सीना है ।
नेता कोई कर्मचारी नहीं,न वह रिटायर होता है, फिर पेंशन क्यों। सांसद विधायक व अन्य नेताओं की पेंशन बंद हो। नेताओं को पेंशन जनता के घन दुरपयोग है। तुरन्त बंद हो।
All Public servants should get pension in the same manner & under same rules.Govt. employees, high court & supreme court Judges & MPs& MLAs all are public servants. How persons of same class can be goverened by different full as This is in violation of right to equlity the fundamental right guaranteed by constitution
भारत की गरीबी का मुख्य कारण राजनीतिक भ्रष्टाचार है, इसके बावजूद इनको तनख्वाह किस बात की चाहिए
आखिर नेता देश के लिए करता ही क्या है
नेताओं की तनख्वाह ही नहीं बल्कि नेताओं को मिलने वाली सारी सुविधाएं भी बंद होनी चाहिए।
आजादी के पहले तो किसी नेता ने कोई तनख्वाह नहीं ली तो आज के नेताओं को TA/DA क्यों चाहिए?
आजादी से पहले तो किसी नेता ने कोई तनख्वाह नहीं ली परन्तु आज के नेताओं को तनख्वाह क्यों चाहिए?
राजनेताओं की तनख्वाह ही नहीं बल्कि नेताओं को मिलने वाली सारी सुविधाएं भी बंद होनी चाहिए।
Netao ko pension nahi deni chahiye
पूर्व,सांसदों और विधायकों को पेंशन दिया जाना उचित नहीं है। उसे तत्काल बन्द किया जाए। पेंशन और पुन: जन प्रतिनिधि बनने पर वेतन और पेंशन दोनों दिया जा रहा है तो और भी आपत्तिजनक है।
All politicians should get only one salary during time of service as mla or mp. After completion of 15 years or more of service they may be paid one pension as employees get.their pay n pension be also regulated as that of government servant.
Pension forthwith band honi chahiye or recovery bhi honi chahiye. Ye bhut important matter h. Government employees ko kick mar rhi h or netaji ka bhandar bhar rhi h, m iske 100% khilaf hoon.
नेताओं को पेंशन नहीं मिलना चाहिए इस पर रोक लगनी चाहिए
No daily work no pension the MLA or MP.As per constitution of India.Pension should be closed by the state government and INDIA Govt.
Close pension mla and mp
राजनेता को पेंशन का अधिकार नहीं है अपने फायदे के लिए आम आदमी को धोखा दे रहाते है इसमें कर्मचारी लोग का नुक्सान पहुंचा है
Stop pension other benefits of MLA, MP.It is a burden on exchequer.
Pension recovery to possible nahi sir lekin immediately inpar suprim court ke duwara band Kaya Jana chchye lekin modi jee aisa nahi karange es desh mai andha kanoon hai
Nahi milna chahiye recover karna chahiye
Ye vidhayak chor h inko kis bat ka pensan diya jata h in sabhi ka rikvari nikal kar pensan vapil li jave Or in paso ka upyog gribh logo ke li ye kiya jave ye vidhayak 5 salo me 7 pidiya ka pasa ekatta kar lete h aam janta ke kalyan kari yojnao me to ye vidhansabha me hangam a karte h Or khud ke bhatte Or vetan me bhadotri me koi hagama nhi karte chup ye janta ke sevk h inko koi vetan Or pensan nhi diya jana chahiye 60 sal ke hone par ja gribo ko pensan di jati h vitani hi pensan di jave
Politician ki pension nahin honi chahiye.
जनता की कमाई को लुटेरा लुटता है तो कोई इसे जायज नही बतायेगा और जो नेतागण इसे स्वेच्छा से नही छोड़ता उसे जनता वोट न दे ये नेता बार बार खड़े होते है।
MP और MLA को पेंशन नहीं मिलनी चाहिए
गरीब और अति गरीब भी जब वस्तुयें खरीदता है तो उसमें GST या अन्य तरह के कर जुड़े रहते हैं, और उस टैक्स के धन से पेंशन बनती है, जबकि जो नेता होता है वो कम से कम करोड़पति होता है ऐसे हालत में नेताओं को पेंशन देना सरासर गलत है। पूरी तरह गलत है।
A k Verma
M L A and MP both ko pension nahin milna chahiye
Due to ye dono kabhi retair hote hi nahin .Ye dono janpratinidhi hain .but maximum MLA and MP ko janta se koyi matlab nahin hai. Unko pata hai ki one time MLA OR MP se jit gaye to jivanbher pension milta rahega. Ye dono ka pension kar desh ki ko uthana parta hai. Desh ki janta ke liye ye dono ka pension ka bhar uthana pap ki gathri uthane se kam nahi hai.
इस देश मे नेताओं का ही राज है वो कुछ भी कर सकते है नियम कानून अपने फायदे के हिसाब से बनयगे
पांच साल के लिए बनेगे और सब कुछ फ्री का खायेगे और परिवार को भी खिलायेगा पेन्सन भी पायगा और अपने पाच पीढ़ी के लिए धन भी करोङों में जमा कर जायगा
ये भ@वे सत्ता का दुरुपयोग करके देश और जनता को लूट रहे है
इनको किसी भी तरह की सुविधाएं नही मिलनी चाहिए ।न इनकी कोई योग्यता है का कोई एग्जाम पास करना है इनकी असली योग्यता , मूढ़, अनपढ़ जाहिल, गवार, रेपिस्ट , कतली, गुंडा, दलाल, आदि अन्य कई उप नमो से जाना जाता है । क्या इनके लिए हम सभी के द्वारा दिया गया टैक्स का पैसा इन जाहिलो को दिया जाएगा यह हम कत्तई बर्दास्त नही होगा ।अगर हमारे बीच के भाई एवं बहन कोई भी पुरानी पेंशन की भीख हम इन जाहिलो से माग कर रहे हैं, अब एमपी एमएलए इनको हर तरह की सुविधाओं से वंचित किया जाय।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।
जय श्री कृष्ण ।।।।
Pension only for govt servant, not for mp mla .this provision made by self, not as per law.
What for these people get pension for promotion of corruption?
Most are corrupt people not all. Enormous power make one despotic, they don’t have enjoy it.
Pension should be stopped immediately. This is social service without any emolument, they till death enjoy the power even though these may be hundred and thousands of years old. What a foolish concept in our country.
No age bar no qualification.
No age bar no qualification.,these people shouldn’t be compared with qualified and law abiding person working in government department.
No age bar no qualification.,these people shouldn’t be compared with qualified and law abiding person working in government department.
To stoped MLA And MP Pension
They are not employees
. lf they social worker, why pension should be given such corrupted people.
They are not employees
. lf they social worker, why pension should be given such corrupted people.
जन सेवक को पेंशन नहीं मिलना चाहिए
Pension nhi milni chhaia in netao ko