EPFO से कितना पैसा निकालने पर नहीं मिलती पेंशन? जानिए इस जरूरी नियम के बारे में

अगर आपने EPFO खाते से पूरी रकम निकाल ली तो जिंदगीभर की पेंशन का हक भी चला जाएगा! जानिए वो अहम शर्त जो बचा सकती है आपका रिटायरमेंट फंड – पढ़ें ये जरूरी जानकारी।

rohit

Written by Rohit Kumar

Published on

EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation) की ओर से संचालित कर्मचारी पेंशन योजना-EPS में पेंशन पाने के लिए कुछ अहम शर्तें लागू होती हैं, जिनका पालन न करने पर कर्मचारी को पेंशन का लाभ नहीं मिल पाता। यह नियम खास तौर पर उन कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण है जो नौकरी छोड़ने के बाद EPF खाते से पूरी रकम एक साथ निकालना चाहते हैं। ऐसा करने से न केवल भविष्य की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है, बल्कि पेंशन का अधिकार भी खत्म हो सकता है।

हमारे व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

यह भी देखें: EPFO स्कीम सर्टिफिकेट क्यों है जरूरी? जानिए रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले बड़े फायदे

हमारे व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

EPS से पूरी राशि निकालने पर खत्म हो जाती है पेंशन पात्रता

EPFO के नियमों के मुताबिक यदि कोई कर्मचारी EPS खाते से पूरी राशि निकाल लेता है, तो वह कर्मचारी पेंशन पाने का हकदार नहीं रहता। EPS योजना का उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन देना है। लेकिन यदि आप बीच में ही नौकरी छोड़ते हैं और अपने खाते से पूरी राशि निकाल लेते हैं, तो यह मान लिया जाता है कि आप स्कीम से बाहर हो चुके हैं और पेंशन के लिए पात्र नहीं रह गए। ऐसे में आपको केवल भविष्य निधि यानी EPF राशि का भुगतान मिलता है, लेकिन मासिक पेंशन का लाभ नहीं मिलता।

पेंशन पाने के लिए कम से कम 10 साल का योगदान जरूरी

EPFO की EPS स्कीम में पेंशन का लाभ पाने के लिए एक स्पष्ट शर्त है कि कर्मचारी को कम से कम 10 वर्षों तक नियमित योगदान देना जरूरी है। यदि आपने नौकरी में 10 साल से कम समय तक EPS में योगदान किया है, तो उस स्थिति में आप केवल स्कीम से निकासी कर सकते हैं, लेकिन रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं ले सकते। वहीं यदि आपने 10 साल या उससे अधिक समय तक EPS में योगदान दिया है और खाता सक्रिय रखा है, तो 58 वर्ष की उम्र के बाद आपको मासिक पेंशन मिलने लगती है।

यह भी देखें: अब PhonePe और Paytm से निकाल सकेंगे PF! जानें कब और कैसे मिलेगा यह बड़ा फायदा?

समय से पहले निकासी का असर

अगर कोई व्यक्ति 10 वर्षों की सेवा पूरी किए बिना EPS खाता बंद कर देता है और संपूर्ण निकासी कर लेता है, तो वह भविष्य में मिलने वाली पेंशन से वंचित रह जाता है। EPFO का यह नियम इस बात को सुनिश्चित करता है कि केवल वे कर्मचारी जो लंबे समय तक योगदान देते हैं, उन्हें ही पेंशन का लाभ मिले। इसी कारण EPF खाते से पैसा निकालते समय सावधानी और रणनीति अपनाना बेहद जरूरी है। जल्दबाजी में लिया गया फैसला बाद में बड़ा नुकसान बन सकता है।

EPS खाते को सक्रिय रखना क्यों जरूरी है

जब कर्मचारी नौकरी छोड़ते हैं और नया योगदान EPS में नहीं हो रहा होता, तो कई बार वे पुराने खाते से जुड़ी राशि निकालने की योजना बनाते हैं। लेकिन ऐसा करने से भविष्य की पेंशन समाप्त हो सकती है। इसीलिए, यदि आप किसी नई नौकरी में EPS में योगदान नहीं कर रहे हैं, तब भी पुराने खाते को न छुएं और उसे सक्रिय बनाए रखें। आप चाहें तो योगदान बंद होने की स्थिति में भी पेंशन पात्रता बनाए रखने के लिए खाता चालू रख सकते हैं।

यह भी देखें: EPFO का बड़ा तोहफा! EPS 95 Pension में बंपर बढ़ोतरी – क्या आपकी सैलरी भी होगी डबल?

हमारे Whatsaap चैनल से जुड़ें