NPS: भारत सरकार ने हाल ही में नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के तहत कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है जो रिटायरमेंट के लिए सब्सक्राइबर्स को अधिक राहत प्रदान करने वाले हैं। इस नए नियम के अनुसार, अब कंपनियों को कर्मचारियों की बेसिक सैलरी का 14 प्रतिशत तक NPS में योगदान देना होगा, जो पहले 10 प्रतिशत था।
इस वृद्धि का असर कर्मचारियों की ‘टेक होम सैलरी’ पर पड़ सकता है, क्योंकि अधिक राशि अब रिटायरमेंट फंड में जमा होगी। हालांकि, यह बदलाव लंबी अवधि में देखा जाए तो कर्मचारियों के लिए काफी लाभदायक साबित होगा।
रिटायरमेंट लाभों में बढ़ोतरी
इस बढ़े हुए योगदान के कारण, सब्सक्राइबर्स की मासिक पेंशन और रिटायरमेंट फंड में 40 प्रतिशत तक की वृद्धि संभव है। यह वृद्धि न केवल उन्हें एक सुरक्षित और स्थिर आर्थिक भविष्य प्रदान करेगी, बल्कि उनके वृद्धावस्था के खर्चों को भी सहजता से पूरा करने में मदद करेगी।
NPS के तहत बढ़ते योगदान का प्रभाव
केस 1: 14% योगदान के साथ निवेश परिणाम
- बेसिक सैलरी: ₹35,000
- मासिक एनपीएस योगदान: ₹4,900
- 30 वर्षों का कुल निवेश: ₹17,64,000
- अनुमानित रिटायरमेंट कोष: ₹1,11,68,695
- मासिक पेंशन (अनुमानित): ₹29,783
केस 2: 10% योगदान के साथ निवेश परिणाम
- बेसिक सैलरी: ₹35,000
- मासिक एनपीएस योगदान: ₹3,500
- 30 वर्षों का कुल निवेश: ₹12,60,000
- अनुमानित रिटायरमेंट कोष: ₹79,77,639
- मासिक पेंशन (अनुमानित): ₹21,274
निवेश और लाभ का विश्लेषण
नए नियमों के तहत एनपीएस योगदान में वृद्धि से न केवल मासिक पेंशन में 40% की बढ़ोतरी होती है, बल्कि रिटायरमेंट पर मिलने वाले कुल कोर्पस में भी लगभग 40% का इजाफा होता है। इससे कर्मचारियों को उनके रिटायरमेंट के दौरान आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
निष्कर्ष और सलाह
नए नियमों से जहां एक ओर रिटायरमेंट के लिए बचत में वृद्धि होती है, वहीं इसका टेक होम सैलरी पर मामूली प्रभाव पड़ सकता है। निवेशकों को इस बदलाव को समझने और अपनी वित्तीय योजना में इसे शामिल करने की सलाह दी जाती है ताकि वे अपने रिटायरमेंट के लिए अधिकतम धन संचय कर सकें।
PM Modi ne EPS 95 ka pension kha gaya.
Only old pension best
govt.hamara paisa kat rahahay vosrike,r fouj me avi jo halat 30 sall noukri karna bahut muskil hay