UPS के आने से क्या बढ़ेगी 19% पेंशन, 8वें वेतन आयोग और लंबी सर्विस में NPS की तुलना, जानिए इन प्रश्नों के जवाब

यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के बीच तुलना करते हुए, UPS में अधिक पेंशन और 8वें वेतन आयोग के संभावित लाभों को देखते हुए UPS को एक सुरक्षित विकल्प माना जा सकता है। हालांकि, NPS लचीलापन और निवेश के अवसर प्रदान करता है।

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Written by Rohit Kumar

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क्या UPS के आने से बढ़ेगी 19% पेंशन, 8वें वेतन आयोग और लंबी सर्विस में NPS की तुलना

केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक शर्मा जी, नई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की घोषणा के बाद, अपने भविष्य की पेंशन को लेकर उलझन में हैं। UPS के आने से सरकारी कर्मचारियों को अपनी पेंशन योजना का चयन करने का मौका मिल रहा है, लेकिन यह निर्णय आसान नहीं है।

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बता दें, कुछ लोग UPS में 20% अधिक पेंशन की बात कर रहे हैं, जबकि अन्य का मानना है कि लंबी नौकरी के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) बेहतर साबित हो सकता है। इस उलझन में शर्मा जी ने खुद को सही दिशा में मार्गदर्शन देने के लिए कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर ढूंढ़ने का निश्चय किया।

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UPS के प्रमुख बिंदु

1. पेंशन राशि का निर्धारण

UPS के तहत, यदि कोई कर्मचारी कम से कम 25 वर्षों तक सेवा करता है, तो उसे अंतिम 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% पेंशन के रूप में मिलेगा। इसके अलावा, 10 से 25 वर्षों की सेवा करने वाले कर्मचारियों को ₹10,000 प्रति माह की न्यूनतम पेंशन सुनिश्चित की गई है। इसके साथ ही, फैमिली पेंशन के रूप में कर्मचारी की पेंशन का 60% हिस्सा परिवार को मिलेगा।

2. UPS में निवेश की प्रक्रिया

UPS में निवेश की प्रक्रिया विस्तृत और सुविचारित है। इसमें सरकार का कुल योगदान 18.5% रहेगा, जो कि NPS के मुकाबले अधिक है। UPS में कर्मचारियों को PFRDA के नियमों के अनुसार निवेश करना होगा। इस योजना के तहत कर्मचारियों को पेंशन फंड से 60% तक की राशि निकालने की भी अनुमति है, जिससे पेंशन राशि में कमी आ सकती है।

3. UPS बनाम NPS

UPS और NPS के बीच तुलना करने पर यह स्पष्ट होता है कि UPS में NPS के मुकाबले लगभग 19% अधिक पेंशन मिलने की संभावना है। सरकार का UPS में योगदान अधिक है, जिससे पेंशन राशि में वृद्धि होती है। हालांकि, NPS में निवेश पर आधारित रिटर्न और लचीलेपन के कारण यह योजना भी आकर्षक हो सकती है, खासकर उन कर्मचारियों के लिए जो लंबी अवधि तक सेवा करते हैं।

UPS का 8वें वेतन आयोग से प्रभाव

2026 में लागू होने वाले 8वें वेतन आयोग से केंद्रीय कर्मचारियों की पेंशन और वेतन में महत्वपूर्ण सुधार होने की उम्मीद है। वेतन आयोग के तहत, फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 2.28 किया जा सकता है, जिससे कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी ₹34,560 हो सकती है। इसका प्रभाव UPS के तहत मिलने वाली पेंशन पर भी पड़ेगा, जिससे कर्मचारियों की पेंशन में वृद्धि की संभावना बढ़ जाएगी।

निष्कर्ष

UPS और NPS के बीच चयन करना कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण और जटिल निर्णय है। शर्मा जी जैसे कई कर्मचारी अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सही योजना का चयन करना चाहते हैं। UPS के तहत अधिक पेंशन की संभावना और 8वें वेतन आयोग के संभावित लाभों को ध्यान में रखते हुए, UPS एक सुरक्षित विकल्प प्रतीत होता है।

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