
भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए यात्रा को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। हाल ही में, लोकसभा में इस मुद्दे पर सवाल उठाए गए, जिसमें रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने विस्तृत उत्तर दिया। उन्होंने बताया कि रेलवे इन वर्गों के यात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों को रेलवे द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं
1. निचली बर्थ का विशेष कोटा
रेलवे वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, और 45 वर्ष से अधिक आयु की महिला यात्रियों के लिए निचली बर्थ आवंटन को प्राथमिकता देता है।
- स्लीपर क्लास में प्रति डिब्बा 6-7 निचली बर्थ।
- थर्ड एसी में प्रति डिब्बा 4-5 निचली बर्थ।
- सेकंड एसी में प्रति डिब्बा 3-4 निचली बर्थ का कोटा।
2. अनारक्षित सीटें
उपनगरीय रेल सेवाओं (लोकल ट्रेनों) में वरिष्ठ नागरिकों के लिए अनारक्षित सीटें निर्धारित की गई हैं।
3. व्हीलचेयर और बैटरी चालित वाहन (BOV)
स्टेशनों पर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों, गर्भवती महिलाओं और बीमार यात्रियों के लिए व्हीलचेयर और बैटरी चालित वाहनों की व्यवस्था की गई है।
4. रैंप और एस्केलेटर
सुगम यात्रा के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर:
- रैंप।
- लिफ्ट।
- एस्केलेटर।
- सुगम्य पार्किंग।
- ‘क्या मैं आपकी सहायता कर सकता हूं’ बूथ की व्यवस्था।
5. टिकट पर रियायतें और सब्सिडी
रेलवे ने वर्ष 2022-23 में यात्रियों के टिकटों पर ₹56,993 करोड़ की सब्सिडी दी। यह हर यात्री के टिकट पर औसतन 46% की रियायत के बराबर है।
- सेवा की लागत अगर ₹100 है, तो यात्री केवल ₹54 का भुगतान करता है।
- इसके अतिरिक्त, दिव्यांगजनों की 4 कोटियों, रोगियों की 11 कोटियों, और छात्रों की 8 कोटियों के लिए विशेष रियायतें दी गई हैं।
सीनियर सिटीजन कंसेशन पर रेलवे का रुख
हालांकि, सीनियर सिटीजन कंसेशन (वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल किराए में छूट) को फिर से लागू करने की मांग की गई थी, लेकिन रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि इसे बहाल नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रेलवे पहले से ही भारी सब्सिडी प्रदान कर रहा है, और इसका उद्देश्य सभी वर्गों को किफायती सेवाएं देना है।
रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए प्रयास
रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे ने समाज के सभी वर्गों, खासकर वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों, की यात्रा को सुगम बनाने के लिए समर्पित सुविधाएं प्रदान की हैं।
- वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के दौरान बिना किसी रुकावट के निचली बर्थ की सुविधा मिलती है।
- दिव्यांगजनों और गर्भवती महिलाओं के लिए स्टेशन और ट्रेनों में विशेष प्रावधान किए गए हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारतीय रेलवे की सब्सिडी
रेलवे का कहना है कि वह हर यात्री को रियायती दर पर सेवाएं प्रदान कर रहा है। उदाहरण के लिए:
- अगर किसी यात्रा की लागत ₹100 है, तो यात्री ₹54 ही देता है।
- यह सब्सिडी सभी यात्रियों को दी जाती है, जिससे टिकट किफायती बनते हैं।
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रेलवे का भविष्य का दृष्टिकोण
भारतीय रेलवे भविष्य में वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने की योजना बना रहा है।
- स्टेशनों पर नई रैंप और लिफ्ट की स्थापना।
- सभी यात्रियों के लिए यात्रा को आसान और सुलभ बनाना।
- विशेष कोटियों के यात्रियों के लिए बेहतर टिकटिंग प्रणाली।
बुजुर्ज और दिव्यांगो को सुविधा
भारतीय रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए उपलब्ध सुविधाएं यात्रा को आसान और किफायती बनाती हैं। हालांकि, सीनियर सिटीजन कंसेशन की बहाली फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन रेलवे की दी गई सब्सिडी और सुविधाएं इन वर्गों के यात्रियों के लिए बड़ी राहत हैं। भविष्य में रेलवे इन सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है।