पिछले कुछ वर्षों में इंटरनेट ने तेजी से विकास किया है, जिसने हर काम को आसान बना दिया है। वहीं, तकनीक के इस विकास के साथ ही ऑनलाइन स्कैम के खतरे भी बढ़े हैं। आज हम वॉट्सऐप जैसे टूल्स का इस्तेमाल करके चंद सेकंडों में संदेश भेज सकते हैं, जबकि पुराने समय में इसके लिए तार या पत्र का सहारा लेना पड़ता था।
आज के डिजिटल युग में, स्कैमर्स इसी तकनीकी प्रगति का फायदा उठाकर लोगों को ठगने और उनकी व्यक्तिगत जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं। हाल ही में, भारत सरकार ने खुलासा किया कि स्कैमर्स वॉट्सऐप के जरिए पेंशनधारकों को निशाना बना रहे हैं।
स्कैम का मुख्य उद्देश्य
यह स्कैम खासकर उस समय सामने आया है जब पेंशनधारकों को अपना जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan Certificate) जमा करने का समय नजदीक आ रहा है। इस स्कैम में, स्कैमर्स फर्जी मैसेज भेजकर पेंशनधारकों से कहते हैं कि उन्हें अपना प्रमाण पत्र अपडेट करने की आवश्यकता है, नहीं तो उनकी पेंशन रुक जाएगी।
स्कैम की कार्यप्रणाली
स्कैमर्स वॉट्सऐप के जरिए मैसेज भेजते हैं और खुद को सरकारी अधिकारी बताते हैं। वे लोगों को एक लिंक भेजते हैं, जिसमें उनसे उनकी बैंक डिटेल्स और अन्य व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाती है। अगर कोई इन जानकारियों को भर देता है, तो स्कैमर्स के पास उनकी महत्वपूर्ण जानकारी चली जाती है और वे इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए कर सकते हैं।
सुरक्षित रहने के उपाय
- वॉट्सऐप पर आए किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि बैंक अकाउंट डिटेल्स या PPO नंबर, किसी के साथ शेयर न करें।
- अपने पेंशन संबंधित किसी भी काम के लिए सीधे बैंक या संबंधित सरकारी वेबसाइट का इस्तेमाल करें।
- किसी भी संदिग्ध मैसेज की तुरंत शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) या स्थानीय पुलिस स्टेशन में करें।
इस तरह, इंटरनेट की विकास यात्रा के साथ बढ़ते स्कैम के खतरों के बीच सतर्क रहना और सुरक्षित उपाय करना जरूरी है।