आज के दौर में हर व्यक्ति अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए फ्यूचर प्लानिंग को प्राथमिकता देता है, खासकर रिटायरमेंट के लिए। हालांकि सही निवेश टूल की जानकारी न होने के कारण लोग अक्सर असमंजस में रहते हैं। यदि आप भी अपने रिटायरमेंट को लेकर चिंतित हैं, तो यह समस्या आपकी पत्नी के नाम पर एक विशेष अकाउंट खोलकर हल की जा सकती है। नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक ऐसी स्कीम है, जिसमें आपकी पत्नी भी आपकी वित्तीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।
NPS अकाउंट खोलने के फायदे
आप अपनी पत्नी के नाम पर NPS अकाउंट खोल सकते हैं, जिसमें आप अपनी सुविधा के अनुसार हर महीने या साल में पैसे जमा कर सकते हैं। न्यूनतम 1,000 रुपये से यह खाता खोला जा सकता है और यह 60 साल की उम्र में मैच्योर होता है। नए नियमों के अनुसार, इसे 65 साल की उम्र तक भी चलाया जा सकता है।
निवेश और रिटर्न की गणना
मान लीजिए आपकी पत्नी 30 साल की हैं और आप हर महीने 5,000 रुपये NPS अकाउंट में जमा करते हैं। इस प्रकार आपका सालाना निवेश 60,000 रुपये होगा। यदि आप 30 साल तक यह निवेश जारी रखते हैं, तो कुल निवेश 18 लाख रुपये होगा। औसतन 12% ब्याज दर पर रिटायरमेंट के समय आपके पास 1,76,49,569 रुपये का बड़ा फंड होगा, जिसमें 1,05,89,741 रुपये ब्याज से प्राप्त होंगे।
पेंशन की योजना
NPS अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी आवश्यकता के अनुसार पेंशन तय कर सकते हैं। 60 साल की उम्र में आपकी पत्नी के खाते में 1,05,89,741 रुपये एकमुश्त मिलेंगे और शेष 70,59,828 रुपये एन्युटी प्लान में निवेश किए जाएंगे। 8% वार्षिक एन्युटी दर पर आपकी मासिक पेंशन 47,066 रुपये होगी।
NPS की सुरक्षा और प्रबंधन
NPS केंद्र सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसका प्रबंधन पेशेवर फंड मैनेजर करते हैं। यह योजना सरकार द्वारा संचालित होती है, इसलिए निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है। हालांकि, निवेश पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती, लेकिन अब तक NPS ने सालाना औसतन 10 से 12 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
सारांश
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक सुरक्षित और लाभकारी योजना है, जिसमें आपकी पत्नी के नाम पर अकाउंट खोलकर आप अपनी रिटायरमेंट की चिंता से मुक्त हो सकते हैं। यह न केवल आपको रिटायरमेंट के समय एकमुश्त राशि और नियमित पेंशन प्रदान करता है, बल्कि भविष्य की वित्तीय सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।