Investment Scheme: रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा एक महत्वपूर्ण पहलू है, और अधिकांश नौकरीपेशा कर्मचारी इस उद्देश्य के लिए अपने प्रोविडेंट फंड (PF) में नियमित रूप से योगदान करते हैं। रिटायरमेंट के बाद PF से मिलने वाली राशि अक्सर बड़ी होती है, जिसे सही तरीके से निवेश करके अतिरिक्त आय का स्रोत बनाया जा सकता है। इसी संदर्भ में, सरकार द्वारा शुरू की गई सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक बेहतरीन निवेश विकल्प है।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) क्या है?
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक सरकारी निवेश योजना है, जिसे विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस स्कीम में निवेशक बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता खोल सकते हैं। योजना का मुख्य उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद नियमित आय प्रदान करना है। इस योजना के तहत, एकमुश्त राशि का निवेश किया जाता है, और इसके बाद हर माह निश्चित राशि ब्याज के रूप में मिलती है।
SCSS के लाभ
SCSS के तहत आप अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं, जिस पर आपको सालाना 8.2% की दर से ब्याज मिलता है। इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड पांच साल है, जिसे तीन साल तक और बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा, SCSS में इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है।
पात्रता और अन्य शर्तें
SCSS में निवेश करने के लिए न्यूनतम आयु 60 वर्ष होनी चाहिए। 55 से 60 वर्ष के बीच VRS लेने वाले कर्मचारी भी इस योजना के लिए पात्र होते हैं। इसके अलावा, रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी भी इस स्कीम का लाभ उठा सकते हैं।
ज्वाइंट अकाउंट का विकल्प
यदि आप और आपकी पत्नी दोनों SCSS के लिए पात्र हैं, तो आप ज्वाइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। ज्वाइंट अकाउंट में भी अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है। अलग-अलग अकाउंट्स खोलने पर यह सीमा 60 लाख रुपये तक बढ़ाई जा सकती है।
निवेश पर मिलने वाले रिटर्न का उदाहरण
मान लीजिए, आप SCSS में 30 लाख रुपये का निवेश करते हैं। इस पर आपको 8.2% की दर से ब्याज मिलेगा, जो सालाना 2,46,000 रुपये होगा। इसका मतलब है कि आपको हर महीने 20,500 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे। पांच साल की अवधि में आपको कुल 12,30,000 रुपये ब्याज मिल सकता है।
समय से पहले निकासी पर पेनल्टी
हालांकि SCSS का लॉक-इन पीरियड पांच साल का होता है, लेकिन अगर आप इस अवधि से पहले पैसा निकालना चाहते हैं, तो आपको पेनल्टी चुकानी पड़ सकती है।
- अगर खाता खुलवाने के एक साल के भीतर निकासी की जाती है, तो कोई ब्याज नहीं मिलता।
- एक साल के बाद और दो साल से पहले निकासी करने पर जमा राशि में से 1.5% काट लिया जाता है।
- दो साल के बाद और पांच साल से पहले निकासी करने पर प्रिंसिपल अमाउंट से 1% राशि काटी जाती है।
निष्कर्ष
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्प है, जो रिटायरमेंट के बाद नियमित आय की सुविधा प्रदान करता है। इस योजना में निवेश करके आप अपने भविष्य को वित्तीय रूप से सुरक्षित कर सकते हैं, साथ ही टैक्स में भी बचत कर सकते हैं। SCSS उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है, जो अपने रिटायरमेंट फंड को सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के साथ निवेश करना चाहते हैं।