वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार, 23 जुलाई को मोदी 3.0 के पहले बजट के दौरान एक बड़ी घोषणा की, जिसने सोना और चांदी के बाजार में हलचल मचा दी। बजट प्रस्तुति के दौरान सोना और चांदी पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को 10% से घटाकर 6% करने की घोषणा की गई। इस निर्णय का तत्काल प्रभाव पड़ा और बाजार में सोने की कीमत में तेजी से गिरावट आई।
बाजार प्रतिक्रिया
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव मंगलवार की सुबह 72,850 रूपये प्रति 10 ग्राम था, जो बजट भाषण के अंत तक 68,500 रूपये पर आ गया, जो कि 4,350 रूपये की गिरावट है। चांदी के दामों में भी भारी गिरावट देखी गई, जहां यह 89,015 रूपये प्रति किलोग्राम से गिरकर 84,275 रूपये हो गई।
नीति परिवर्तन के पीछे का तर्क
सरकार के इस कदम का मुख्य उद्देश्य भारतीय ज्वैलरी बाजार को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना और अवैध तस्करी को कम करना है। इससे आयातित सोने और चांदी की कीमतें कम होंगी, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ होगा और स्वदेशी ज्वैलरी निर्माताओं के लिए बाजार में बेहतर मौके बनेंगे।
अन्य धातुओं पर भी असर
सरकार ने प्लेटिनम और इंपोर्टेड ज्वैलरी पर भी कस्टम ड्यूटी घटाई है, जिससे इन उत्पादों की कीमतों में भी कमी आई है। प्लेटिनम पर शुल्क को 6.4% तक कम किया गया है, जबकि इंपोर्टेड ज्वैलरी पर ड्यूटी में भी कटौती की गई है।
बाजार का भविष्य
विशेषज्ञों का मानना है कि इस नीति परिवर्तन से भारतीय बाजार में सोने और चांदी की मांग में वृद्धि होगी। हालांकि, वैश्विक स्तर पर कीमतों में बदलाव और मुद्रास्फीति के प्रभावों को देखते हुए बाजार की दिशा निर्धारित करना चुनौतीपूर्ण रहेगा।
सोने-चांदी के दामों में आई गिरावट और सरकारी नीति में बदलाव से आम आदमी के लिए ज्वैलरी खरीदना अब और भी सस्ता हो गया है, जिससे आने वाले समय में बाजार में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।