EPS 95 उच्च पेंशन की चाहत हर किसी को होती है, खासकर जब उम्र के आखिरी पड़ाव में पेंशन ही सहारा बनती है। हालांकि, इसको लेकर देश में एक अजीब स्थिति बन गई है। कई पूर्व कर्मचारी और अधिकारी सरकार और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं, जिसके कारण वे डिमांड लेटर मिलने के बाद भी पैसा जमा नहीं कर रहे हैं।
EPFO का दावा और पेंशन चालू होने में देरी
EPFO ने दावा किया था कि पैसा जमा होने के 20 दिन के भीतर पेंशन चालू हो जाएगी। लेकिन, सच्चाई यह है कि अभी तक किसी की पेंशन चालू नहीं हो सकी है। अगर पेंशन चालू हो जाती, तो निश्चित रूप से लोगों का विश्वास बढ़ता।
डिमांड लेटर के बावजूद पैसा जमा नहीं
डिमांड लेटर मिलने के बाद भी कई लोगों ने अंतर राशि जमा नहीं की है। करीब 8 लाख रुपये से अधिक की राशि EPFO के खाते में जमा की जानी थी। लेकिन अविश्वास के कारण कई लोगों ने पैसा ही जमा नहीं किया। अब यह राज खुलना शुरू हो गया है कि कई पूर्व कर्मचारी और अधिकारी इस स्थिति में हैं।
पेंशन चालू होने में देरी और बढ़ता शक
EPFO की ओर से पेंशन चालू होने में हो रही देरी के कारण लोगों का शक बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड (FSNL) का बताया जा रहा है, जहां कई पूर्व कर्मचारियों ने पैसा जमा नहीं किया है। FSNL का मुख्यालय झारखंड में है और झारखंड EPFO द्वारा डिमांड लेटर जारी होने के बावजूद लाखों रुपये जमा नहीं किए गए हैं।
विश्वास की कमी
सीटू एक्स इम्प्लाइज एसोसिएशन (SITU Ex Employees Association) के अध्यक्ष शांत कुमार के मुताबिक, कई लोग यह सोचते रह गए कि पैसा जमा करें या नहीं। EPFO और केंद्र सरकार पर विश्वास की कमी की वजह से वे पैसा जमा नहीं कर सके।
सवाल और चिंताएं
अब लोग खुलकर पूछ रहे हैं कि EPFO ने पैसा तो ले लिया है, पेंशन चालू करेगा या नहीं? हालांकि, सच्चाई यह है कि पेंशन चालू होने में लेटलतीफी हो सकती है, लेकिन पेंशन मिलने में कोई संशय नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश और आश्वासन
शांत कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर EPS 95 की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसलिए देश के सर्वोच्च न्यायालय पर विश्वास रखना होगा। किसी का पैसा नहीं डूबेगा। सरकार और EPFO पॉलिसी में कुछ बदलाव कर सकते हैं, लेकिन पेंशन न देने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।
EPS 95 उच्च पेंशन को लेकर पूर्व कर्मचारियों और अधिकारियों के मन में अविश्वास का माहौल बना हुआ है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश और EPFO की नीतियों के तहत, पेंशन मिलने में कोई संशय नहीं है। सरकार और EPFO को इस अविश्वास को दूर करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है, ताकि पेंशनभोगियों को उनका हक मिल सके और वे सम्मान के साथ अपने जीवन का निर्वाह कर सकें।
Yah modi sarkar employees ke against me kam karti hai. Supreme Court ke Adesh ka palan nahi kar rahi hai.pl implement to new epfo pension.
1995 main pass kanoon main bahut khamian thien jinhain unagar nahin kiya. Changes kiye per ujagar nahin kiye. Andher nagri machi hui hai. Paisa apna, per interest ka provision nahin kiyuin. Hamare paise se EPFO chala rahe aur hamari hi gardan kaat rahe.
Epfo says that all should keep track on epco web side lot of retire peron not able to keep track on web site a d therefore they do not know a out Demand letter appear on web site.they send Demand letter but does not tell how many days will take for PPO What amount of higher pension and how much arrears amount they will get .
Web site says cheque but epfo is not accepting cheque on some platforms they says only DD will be accepted.
On sending DD epfo does not says they have received the DD.
Even after 50 days they have not issued PPO released higher pension nor they have sent arrears amount.
Hence the new person is reluctant to deposite DDAs they fear whe they will start sending higher pension
10 15 वर्षों से जो लोग सेवा निवृत हो गए हैं वह इतना बड़ा लंबा चौड़ी धनराशि का इधर कैसे जमा कर पाएंगे यह स्थिति स्पष्ट नहीं है यदि उन्होंने एरियर जमा नहीं किया तो उनको हर पेंशन नहीं मिलने वाली इसके बारे में कोई कहे सुन नहीं रहा है कृपया इस विषय में क्या सरकार विचार करेगी
आमचे epfo कडे, जमा पैसे व्याजासह आमच्या अकाऊंट मध्ये जमा करा.
Government ka koi Vishwas nahin
We can not bleive on BJP govt, and epfo, because eps 95 demand not accept till date and so many time promissed but no acction till date,