EPFO Online Claim Settlement Rule 2025: पहले से जुड़े बैंक खाते को नए खाते से कैसे बदलें, देखें

EPFO ने अपनी प्रक्रिया को सरल और तेज बनाने के लिए दो बड़े सुधार किए हैं। चेक लीफ और बैंक पासबुक की छवि अपलोड करने की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है। इसके अलावा, बैंक खाता सीडिंग में नियोक्ता की स्वीकृति की आवश्यकता भी हटा दी गई है, जिससे क्लेम निपटान और खाता सीडिंग में तेजी आएगी। यह सदस्य के लिए सुविधा जनक होगा।

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Written by Rohit Kumar

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EPFO Online Claim Settlement Rule 2025: पहले से जुड़े बैंक खाते को नए खाते से कैसे बदलें, देखें
EPFO Online Claim Settlement Rule 2025

3 अप्रैल, 2025 को, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सदस्यों और नियोक्ताओं के लिए क्लेम निपटान प्रक्रिया को सरल, तेज और परेशानी मुक्त बनाने के लिए दो महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की। ये बदलाव करोड़ों EPF सदस्यों के लिए फायदेमंद होंगे, जिससे उन्हें बेहतर और तेजी से सेवाएं मिल सकेंगी।

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1. ऑनलाइन क्लेम के लिए चेक लीफ या बैंक पासबुक की छवि अपलोड करने की आवश्यकता समाप्त

EPFO ने ऑनलाइन क्लेम दाखिल करते समय चेक लीफ या बैंक पासबुक की छवि अपलोड करने की आवश्यकता को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। यह सुविधा पहले एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत 28 मई, 2024 से कुछ KYC-अपडेटेड सदस्यों के लिए लागू की गई थी, और इससे पहले ही 1.7 करोड़ EPF सदस्य लाभान्वित हुए थे।

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अब, चूंकि बैंक खाता धारक का नाम पहले ही EPF सदस्य के विवरण के साथ बैंक खाता सीडिंग के समय सत्यापित हो चुका है, इसलिए अतिरिक्त दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता नहीं है। इस कदम से EPFO के लगभग 6 करोड़ सदस्य लाभान्वित होंगे, क्योंकि यह खराब गुणवत्ता वाले अपलोड्स के कारण क्लेम अस्वीकृत होने की संभावना को समाप्त करेगा।

2. बैंक खाता सीडिंग के लिए नियोक्ता की स्वीकृति की आवश्यकता समाप्त

EPFO ने अब बैंक खाता सीडिंग प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाने के लिए नियोक्ता की स्वीकृति की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है। अब EPF सदस्य अपने बैंक खाता विवरण को UAN से सीधे लिंक कर सकते हैं, जिससे उनके PF निकासी प्रक्रिया में कोई रुकावट नहीं आएगी।

पहले, बैंक द्वारा विवरण सत्यापित किए जाने के बाद नियोक्ता से अनुमोदन प्राप्त करना आवश्यक था, लेकिन यह प्रक्रिया 13 दिनों तक लंबी हो जाती थी, जो काम के बोझ और देरी का कारण बनती थी। अब इस प्रक्रिया में नियोक्ता की स्वीकृति की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे समय की बचत होगी और प्रक्रिया और तेज़ हो जाएगी।

3. पहले से सीड किए गए बैंक खाता विवरण को बदलने का सरल तरीका

EPFO ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई सदस्य पहले से सीड किए गए बैंक खाता विवरण को बदलना चाहता है, तो वह नए बैंक खाता नंबर और IFSC कोड को Aadhaar OTP के माध्यम से सत्यापित कर सकता है। इस सुधार से सदस्य अपने बैंक खाता विवरण को जल्दी और सरलता से अपडेट कर सकेंगे।

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