EPFO: पीएफ में कटता है पैसा, इस फॉर्मूले से जानें कैसे जुड़ता है ब्याज, रिटायरमेंट पर कितना बनेगा फंड

कर्मचारी को अपने EPF अकाउंट में अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को मिलाकर जो सैलरी बनती है उसका 12 फीसदी योगदान देना होता है। वहीं इतना ही योगदान नियोक्ता भी अपनी और से करता है। रिटायरमेंट कितना बनेगा आइए इसकी कैलकुलेशन जानते हैं।

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Written by Rohit Kumar

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EPFO: देश में अधिकतर नौकरीपेशा लोग रिटायरमेंट के बाद अपने आगे का जीवन सुरक्षित करने के लिए प्रोविडेंट फंड (PF) में पैसा कटाते हैं। दरअसल एम्प्लॉयज प्रोविडेंट फंड (EPF) जो एक रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है इसे एम्प्लॉयज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन द्वारा मैनेज किया जाता है और इसका मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ प्रदान करना है।

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ऐसे में आदि आपका पैसा भी प्रोविडेंट फंड में कटता है तो आप इसके जरिए अपने लिए न केवल कुछ पेंशन का बल्कि अच्छे खासे फंड का भी इंतजाम कर सकते हैं, यह फंड आपकी बेसिक सैलरी पर निर्भर करता है। तो चलिए जानते हैं आप अपने PF में पैसे की कटौती से रिटायरमेंट पर कितना फंड बना सकेंगे और कैसे आपके पैसे पर ब्याज जुड़ता है? इसकी पूरी जानकारी।

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EPFO: पीएफ में कटता है पैसा, इस फॉर्मूले से जानें कैसे जुड़ता है ब्याज, रिटायरमेंट पर कितना बनेगा फंड

EPFO अकाउंट में 12 फीसदी योगदान

बता दें कर्मचारी को अपने EPF अकाउंट में अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को मिलाकर जो सैलरी बनती है उसका 12 फीसदी योगदान देना होता है। वहीं इतना ही योगदान नियोक्ता भी अपनी और से करता है। इसमें कंपनी के योगदान में से 8.33 फीसदी EPS यानी पेंशन फंड में जाता है जबकि EPS में कंपनी का योगदान केवल 3.67 फीसदी होता है।

8.25 फीसदी मिल रहा है सालाना ब्याज

EPF अकाउंट में कर्मचारियों की जमा राशि पर सरकार प्रत्येक वर्ष ब्याज तय करती है, वर्तमान में ब्याज दर 8.25 फीसदी सालाना है। EPFO के नियम अनुसार पूरी निकासी रिटायरमेंट के बाद ही होती हैं हालांकि जरूरत पड़ने पर अकाउंट से आंशिक निकासी भी की जा सकती है। वहीं यदि आपका खाता निष्क्रिय हो गया है यानी योजना की अवधि समाप्त हो गई या आप 58 वर्ष के हो चुके हैं और आपने EPF बैलेंस नहीं निकाला है तो आप आपको ब्याज नहीं मिलेगा।

कैसे जुड़ता है EPFO खाते में ब्याज

25000 बेसिक + महंगाई भत्ता पर आपके खाते में कैसे जुड़ता है ब्याज चलिए जानते हैं, डिटेल में

  • बेसिक सैलरी+ महंगाई भत्ता : 25,000 रूपये
  • ईपीएफ में कर्मचारी का योगदान: 25,000 रूपये का 12% = 3000 रूपये
  • कंपनी का ईपीएफ में योगदान: 25,000 रूपये का 3.67% = 917.50 रूपये
  • कंपनी का ईपीएफ में योगदान: 25,000 रूपये का 8.33% = 2082.50 रूपये
  • ईपीएफ में मंथली योदान: 3000 + 917.50 = 3917.50 रूपये
  • ईपीएफ पर मिलने वाला सलाना ब्याज: 8.25%
  • ईपीएफ पर मंथली ब्याज: 0.6875%

बता दें यहां 25 हजार बेसिक और डीए पर हर महीने EPF अकाउंट में 3917.50 रूपये कमा हो रहे हैं, वहीं इस पर हर महीने 0.6875 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा, जो वित्त वर्ष के आखिरी दिन क्रेडिट होगा। यदि आप अप्रैल, 2024 में किसी नई जगह नौकरी शुरू करते हैं तो आपको अप्रैल में EPF खाते में जमा राशि पर ब्याज नहीं मिलेगा, यह मई से जुड़ेगा। हालांकि मई के ब्याज में राशि अप्रैल और मई दोनों महीने की जुड़ेगी।

रिटायरमेंट पर कितना मिलेगा फंड

यदि आपकी बेसिक सैलरी 30 हजार रुपये है तो आपको रिटायरमेंट पर कितना फंड मिलेगा, इसकी कैलकुलेशन निम्नलिखित है।

  • कर्मचारी की आयु: 25 वर्ष
  • रिटायरमेंट की आयु: 60 वर्ष
  • बेसिक सैलरी + डीए: 25,000 रूपये
  • कर्मचारी की और से योगदान: 12%
  • कंपनी की और से योगदान: 3.67%
  • सलाना इंक्रीमेंट अनुमान: 5%
  • पीएफ पर ब्याज: 8.25% सालाना
  • कुल योगदान: 45,05,360 रूपये
  • रिटायरमेंट पर फंड: 1,81,04,488 रूपये (करीब 1.81 करोड़ रूपये)

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