सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पेंशन योजनाएं महत्वपूर्ण होती हैं। पेंशन स्थगन (डिफरमेंट ऑफ पेंशन) एक ऐसा विकल्प है, जो सदस्यों को उनकी पेंशन को निर्धारित उम्र के बाद स्थगित करने का मौका देता है, जिससे उनकी पेंशन राशि में वृद्धि होती है।
58 वर्ष की आयु के बाद, सदस्य अपनी पेंशन को अधिकतम 60 वर्ष तक स्थगित कर सकते हैं, जिससे प्रति वर्ष 4% की वृद्धि प्राप्त होती है। इस स्थगन के दौरान सदस्य पेंशन योजना में अंशदान जारी रख सकता है या नहीं, यह उसकी पसंद पर निर्भर करता है।
स्थगन अवधि के दौरान सदस्य की मृत्यु हो जाने पर, उसके परिवार को पेंशन का लाभ मिलता है। पेंशन स्थगन, सेवानिवृत्त सदस्यों के लिए अधिक वित्तीय सुरक्षा और लचीलापन प्रदान करता है, जो उनकी भविष्य की योजना को सुरक्षित बनाता है।
पेंशन स्थगन क्या है?
पेंशन स्थगन का मतलब है कि आप अपनी पेंशन को निर्धारित उम्र के बाद कुछ समय के लिए रोक सकते हैं, जिससे पेंशन की राशि में वृद्धि हो सकती है। यह विकल्प उन लोगों के लिए लाभकारी हो सकता है जो सेवानिवृत्ति के बाद भी काम करना जारी रखना चाहते हैं और अपनी पेंशन को कुछ समय के लिए टालना चाहते हैं।
पेंशन स्थगन के लाभ
अधिक पेंशन राशि: यदि कोई सदस्य 58 वर्ष की आयु के बाद अपनी पेंशन स्थगित करता है, तो उसकी पेंशन राशि प्रति वर्ष 4% की दर से बढ़ जाती है।
लचीलापन: सदस्य 58 वर्ष की आयु के बाद अधिकतम 60 वर्ष की आयु तक के लिए अपनी पेंशन स्थगित कर सकते हैं। इस अवधि के दौरान सदस्य अपनी पेंशन योजना में योगदान जारी रख सकता है या नहीं, यह उसकी पसंद पर निर्भर करता है।
पारिवारिक सुरक्षा: स्थगन अवधि के दौरान यदि दुर्भाग्यवश सदस्य की मृत्यु हो जाती है, तो सदस्य का परिवार या नामित व्यक्ति पेंशन के हकदार होते हैं और मृत्यु के अगले दिन से ही पेंशन प्राप्त करने के योग्य होते हैं।
पेंशन स्थगन की प्रक्रिया
- बिना अंशदान के स्थगन: यदि सदस्य बिना अंशदान के पेंशन स्थगित करना चाहता है, तो उसे 60 वर्ष की आयु में पेंशन के लिए दावा भरते समय डिफरमेंट ऑफ पेंशन का विकल्प चुनना होगा।
- अंशदान के साथ स्थगन: यदि सदस्य स्थगन अवधि के दौरान अंशदान जारी रखना चाहता है, तो उसे 60 वर्ष की आयु तक पेंशन योजना में अंशदान करना होगा। इससे उसकी पेंशन राशि और भी बढ़ सकती है।
Deferred Pension एक महत्वपूर्ण विकल्प है, जो सदस्यों को उनकी सेवानिवृत्ति योजना में लचीलापन और अधिक आर्थिक लाभ प्रदान करता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है जो 58 वर्ष की आयु के बाद भी काम करना जारी रखना चाहते हैं और अपनी पेंशन को बढ़ाना चाहते हैं।